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कानपुर में बिजली कटौती के खिलाफ उतरे लोग, 250 पर FIR, इंस्पेक्टर बोला- 'बिना लाइट के रोज...'

पुलिस का कहना है कि भीड़ विद्युत विभाग के कर्मचारियों को डराया-धमका और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही थी. अधिकारियों ने इंस्पेक्टर अनिल की धमकी को ‘सामान्य चेतावनी’ बताया है.

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स्थानीय शख्स को धमकाते सचेंदी के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट. (क्रेडिट - सोशल मीडिया )
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सिमर चावला

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक इंस्पेक्टर द्वारा लोगों को धमकाने का एक वीडियो सामने आया. वीडियो में दिख रहे लोग बिजली कटौती को लेकर विद्युत विभाग के ऑफिस के बाहर जमा हुए थे. मामला शांत कराने के लिए पुलिस पहुंची, इसी दौरान इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट एक शख्स को धमकाते हुए दिखे. वीडियो सामने आने पर विभाग के आला अधिकारियों ने इसे सामान्य चेतावनी बताया. यही नहीं पुलिस ने करीब 250 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज कर लिया.

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घटना कानपुर के सचेंडी की है. शनिवार 19 जुलाई की शाम इलाके में बिजली की कटौती से परेशान कुछ स्थानीय लोग विरोध जताने सबस्टेशन पहुंचे थे. इसी दौरान लोगों की पुलिस से कहासुनी हो गई. इसी से जुड़ा एक वीडियो सामने आया. देखिए वीडियो.

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वीडियो में लोग विरोध करते हुए कहते हैं कि ‘बिजली की लाइन चालू होने तक हम यहां से नहीं हटेंगे.’ तभी वहां मौजूद इंस्पेक्टर दिनेश गुस्से में शख्स को धमकी भरे स्वर में कहता है,

“धरमंगदपुर गांव का रास्ता नहीं मिलेगा. हम बता दे रहे हैं. बिना लाइट के रोज ही भागोगे, सुन लो, पहचान लो, नाम जान लो, भागने का रास्ता नहीं मिलेगा.”

जब वह शख्स पूंछता है कि क्या करेंगे? इस पर अनिल दोबारा कहता है, “हम बता रहे न क्या करेंगे, समझे, दूसरे के द्वारे द्वारे भागोगे.” इस बीच अनिल बाकी पुलिसकर्मियों को बिजली विभाग की ओर से लिखित शिकायत लेने को कहता है. और दोबारा पलटकर उसी शख्स को धमकी देता है. जबकि इस वक्त तक वो शख्स शांत होकर वहां से हट जाता है.

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इंडिया टुडे से जुड़े सिमर चावला की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इंस्पेक्टर अनिल की धमकी को ‘सामान्य चेतावनी’ बताया. यहीं नहीं अगले ही दिन पुलिस ने 250-300 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली. पनकी के ACP श्री शिखर ने इसकी जानकारी एक्स पर दी. जिसके मुताबिक,

“शनिवार को सचेंडी सबस्टेशन के बाहर कुछ स्थानीय लोग, विद्युत विभाग के कर्मचारियों को डराया-धमका और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे. इस पर पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की और SDO से बात भी कराई लेकिन इसके बाद भी भीड़ ने नेशनल हाईवे को जाम करने की कोशिश की. जिसके बाद सचेंडी सबस्टेशन के ऑपरेटर की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर दी है.”

वहीं समाजवादी पार्टी ने भी वायरल वीडियो को लेकर यूपी सरकार पर हमलावर हुई. समाजवादी पार्टी ने अपने एक्स हैंडल से लिखा,

“जनता का शोषण कर रही योगी सरकार की पुलिस! कानपुर सचेंडी पावर हाउस पर 4 दिन से बिजली नहीं आ रही, शिकायत करने पहुंची जनता को इंस्पेक्टर दिनेश कुमार बिष्ट ने दी धमकी, बेहद शर्मनाक! भाजपा सरकार में बिजली मांगना भी अपराध।”

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समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया.

सिमर चावला की रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर अनिल इससे पहले भी विवादों में रहे हैं. यूपी उपचुनाव के दौरान अनिल पर चुनाव को प्रभावित करने के आरोप लगे थे जिसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें हटा दिया था.

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