भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह ने हाल ही में 'मुस्लिम लड़कियों' पर विवादास्पद बयान दिया था. इसमें उन्होंने एक कार्यक्रम में युवाओं से '10 मुस्लिम लड़कियां लाने' की बात कही थी. मंगलवार, 28 अक्टूबर को उन्होंने इस बयान पर कायम रहते हुए कहा कि यह बयान केवल एक 'कंडीशनल भाषण' था, जिसे उन्होंने 'लोगों का हौसला बढ़ाने' के लिए दिया था. राघवेंद्र ने कहा कि यह बयान एक खास संदर्भ में था, जिसमें हिंदू समुदाय को कुछ घटनाओं के बाद डर और असुरक्षा का सामना करना पड़ा था.
'2 हिंदू के बदले 10 मुस्लिम लड़कियां', पूर्व BJP विधायक बोले- 'हौसला बढ़ाने के लिए ऐसा कहा'
BJP के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने इस बयान को बेहद निंदनीय बताया. वहीं, समाजवादी पार्टी ने कोर्ट से राघवेंद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.


इंडिया टुडे से जुड़े अनिल तिवारी की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व BJP विधायक राघवेंद्र सिंह ने कहा कि दो हिंदू लड़कियों को ‘मुस्लिम लड़कों ने भगाया था’, इसलिए उन्होंने यह बयान दिया था. उनका कहना है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदू समुदाय को खुद को सुरक्षित महसूस कराने के लिए यह बात कही गई थी.
सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज सीट से विधायक रहे चुके राघवेंद्र ने कहा,
"यह वही डुमरियागंज है, जिसे योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले 'मिनी पाकिस्तान' कहा जाता था. चाहे वर्तमान विधायक का गांव हो, बसडिलिया हो, कादिराबाद हो, वासा हो. 25-30 गांव ऐसे हैं, जहां हिंदू सुरक्षित नहीं रहता था. उसकी इज्जत, उसके घर की महिलाओं की इज्जत भी सुरक्षित नहीं थी. कुछ सामंतवादी मुस्लिम अभी भी गलतफहमी में हैं. उसी तरह का एक मुस्लिम बाहुल्य गांव धनखरपुर है. धनखरपुर में ही आपने जो पूछा है वह हमने बोला था. एक सप्ताह में दो हिंदू लड़कियो को मुस्लिम बनाकर भगा दिया गया. हिंदू को मारा गया. छांगुर (छांगुर बाबा) के निवास से यह क्षेत्र 50 किलोमीटर दूर है. मुझे लगता है कि उसके सूत्र यहां भी हैं. उसी परिप्रेक्ष्य में मैंने यह कहा था कि हिंदू की लड़की भी गई और हिंदू मारा भी गया. मैं इस परिप्रेक्ष्य में वहां संवेदना व्यक्त करने गया था. लोगों के उत्साहवर्धन के लिए मैंने कहा था."
उन्होंने आगे कहा,
"उसी परिप्रेक्ष्य में मैंने कहा था कि 2 हिंदू लड़कियां भागी हैं तो तुम 10 मुस्लिम लड़कियां ले आओ. यह कंडीशनल भाषण था... अभी ये सुधरे नहीं हैं. उनको सुधारने के लिए मैंने यह वाक्य प्रयोग किया था. यह सही भी है. अगर कोई आता है तो उसका निरादर नहीं करेंगे. मैंने यह भी कहा था कि जो लोग ऐसा करेंगे, उनका हम सहयोग करेंगे. हम उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था करेंगे. मैं अब भी यह कह रहा हूं. यदि मुस्लिम बाहुल्य गांव में कोई हिंदू ऐसा काम करता है, तो हम उसका सम्मान करेंगे."
राघवेंद्र सिंह ने क्या कहा था?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सिद्धार्थनगर जिले में एक जनसभा में कहा था,
"हमारे समाज की 2 लड़कियां वो ले गए, तुम मुसलमानों की 10 लड़कियां लाओ. कितने लोग तैयार हैं? 2 पर 10 से कम मंजूर नहीं है. यह घोषित करते हैं कि जो लेकर आएगा, उसके खाने-पीने नौकरी का इंतजाम हम करेंगे. लेकिन जो ये 2 गई हैं, वो हमें पच नहीं रहा है. मुसलमानो सुन लो, यह हमें पच नहीं रहा है. इसका बदला कुछ भारी होना ही होना है. और ये मुल्ला-मौलवी समझ लें."
राघवेंद्र प्रताप सिंह के इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने इस बयान को बेहद निंदनीय बताया और BJP सरकार से राघवेंद्र सिंह के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की मांग की. मायावती ने X पर कहा,
“मुस्लिम लड़की लाओ, नौकरी पाओ, के ताजा संकीर्ण व घृणित बयान के साथ-साथ यूपी व उत्तराखंड सहित अन्य और राज्यों में भी धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और ना जाने क्या-क्या नफरती नाम देकर तथा उसके विरुद्ध कानून को अपने हाथ में लेकर सांप्रदायिक व जातिवादी द्वेष, वैमनस्य, अशांति, अराजकता एवं लोगों के जान-माल व मजहब पर खतरा बन जाने का शरारती तत्वों का यह विषैला हिंसात्मक खेल अति-निंदनीय है.”
पूर्व सीएम ने आगे लिखा,
"ऐसे आपराधिक, अराजक व असामाजिक तत्व सभ्य व संवैधानिक सरकार के लिए खुली चुनौती और खतरा हैं. इन्हें शह व संरक्षण देने के बजाय सरकारें राज्य की करोड़ों जनता के हित व कल्याण को ध्यान में रखते हुए कानून का राज स्थापित करना सुनिश्चित करने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें, यही व्यापक जन व देशहित में है."
वहीं समाजवादी पार्टी (SP) के मीडिया सेल ने X पर लिखा,
"BJP नेताओं की इस तरह की बयानबाजी और समाज के एक वर्ग विशेष के खिलाफ इस तरह का ऐलान आपराधिक है, शर्मनाक है, दंडनीय है. माननीय न्यायालय से अनुरोध है कि इस BJP नेता के इस शर्मनाक बयान का स्वतः संज्ञान लेकर दंडात्मक कार्यवाही करें, जिससे समाज में अशांति ना फैले. इस तरह के भाजपाई तत्व एवं BJP की सरकार सामाजिक शांति सौहार्द के प्रति खतरनाक है. BJP का सत्ता से बेदखल होना इसीलिए आवश्यक है."
इसके अलावा कांग्रेस की उत्तर प्रदेश यूनिट ने X पर राघवेंद्र का वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
"10 मुस्लिम लड़कियों को लाओ, नौकरी का इंतजाम मैं करूंगा."
"यह शर्मनाक बयान BJP के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भरी जनसभा में दिया है.
धर्म के नाम पर नफरत फैलाना, समाज को तोड़ना और बेरोजगार युवाओं को भटकाना, यही BJP की असली राजनीति बन चुकी है.
जब रोजगार, शिक्षा और महंगाई पर जवाब देना मुश्किल हो गया, तब BJP नेता धार्मिक जहर घोलकर सत्ता की राजनीति चमकाने में जुट गए हैं.
सत्ता के लालच में ये लोग समाज की एकता, सद्भाव और संविधान, सब कुछ ताक पर रख चुके हैं."
BJP ने पल्ला झाड़ा
इस बयान के बाद BJP ने राघवेंद्र सिंह से अपना पल्ला झाड़ लिया. पार्टी ने राघवेंद्र सिंह की टिप्पणी से खुद को अलग कर कहा कि यह कोई आधिकारिक पार्टी बैठक नहीं थी. BJP की सिद्धार्थनगर जिला इकाई के अध्यक्ष कन्हैया पासवान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
"जिले में पार्टी का ऐसा कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं था, इसलिए मुझे ऐसे किसी कार्यक्रम या बयान की जानकारी नहीं है."
राघवेंद्र सिंह ने 2017 विधानसभा चुनावों में BJP के टिकट पर डुमरियागंज से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2022 में उन्हें समाजवादी पार्टी (SP) की उम्मीदवार सैयदा खातून से हार का सामना करना पड़ा.
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