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चालान से भिन्नाए युवक ने ट्रैफिक पुलिस से कहा, 'आपकी भी नंबर प्लेट टूटी है', फिर आया ट्विस्ट

डिप्टी कमिश्नर ऑफ ट्रैफिक पुलिस पंकज शिरसात ने स्पष्ट किया कि पुलिस स्कूटर पर नंबर प्लेट न होने का वायरल दावा भ्रामक था. स्कूटर पर मिरर न होने और 'पुलिस पाटिल' साइन न लगे होने के लिए करीब 2000 रुपये का फाइन किया गया.

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मुंबई ट्रैफिक पुलिस के हवलदार गायकवाड़ और शेलार ने एक शख्स का चालान काटा था. (फोटो- स्क्रीनग्रैब)

मुंबई की चकाचौंध भरी सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस का चालान तो रोज का किस्सा है. लेकिन सोचिए कि एक युवक को बिना हेलमेट बाइक चलाने पर फाइन लगता है, और वो थोड़ी देर बाद उल्टा पुलिस वालों को घेर लेता है. ऐसा ही ड्रामा मायानगरी की एक सड़क पर हुआ. पुलिस ने युवक का चालान काटा. जिसके बाद उसने पुलिस वालों को टूटी नंबर प्लेट वाली बाइक चलाते हुए रोक लिया. उसके किसी साथी ने मामले का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

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दरअसल, मुंबई ट्रैफिक पुलिस के हवलदार गायकवाड़ और शेलार अपनी बीट मार्शल ड्यूटी पर थे. मुंबई की सड़कें, जहां हर कोने पर हेलमेट चेक होता है. गायकवाड़ ने एक युवक का चालान काटा. कारण? बिना हेलमेट बाइक चलाना. ये घटना किस दिन की है, ये अभी तक साफ नहीं हुआ है. पर बाइक वाले युवक ने चुपचाप चालान स्वीकार कर लिया. जिसके बाद पुलिसवाले आगे बढ़े, पैट्रोलिंग जारी रखी.

लेकिन कुछ देर बाद, पुलिसवाले उसी इलाके में पहुंचे. तभी उसी शख्स की निगाह उनकी स्कूटी पर पड़ी. वो स्कूटी के पीछे दौड़ा, और चलती गाड़ी को रोक लिया. शख्स ने पुलिसकर्मियों से कहा कि आपका नंबर प्लेट टूटा हुआ है. मानो वो पुलिसवालों का चालान करवाना चाहता हो. गायकवाड़ ने शख्स को समझाने की कोशिश की, लेकिन युवक नहीं माना. स्कूटर का फ्रंट नंबर प्लेट ढीला पड़ा था, रियर तो ठीक था.

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मामला सामने आया तो पुलिस की तरफ से सफाई आई. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक डिप्टी कमिश्नर ऑफ ट्रैफिक पुलिस पंकज शिरसात ने बयान जारी किया. बोले,

"अपनी ड्यूटी के दौरान, गायकवाड़ ने एक युवक को बिना हेलमेट के बाइक चलाने के लिए चालान जारी किया और फिर अपनी गश्त जारी रखी. जब वो उसी क्षेत्र में वापस आए, तो उसी शख्स ने दुर्भावनापूर्ण ढंग से अधिकारियों का वीडियो बनाया और उसे ऑनलाइन वायरल कर दिया."

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उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस स्कूटर पर नंबर प्लेट न होने का वायरल दावा भ्रामक था. नंबर प्लेट की बात पर सफाई देते हुए अधिकारी ने बताया कि, “रियर प्लेट लगी थी, फ्रंट सही से फिक्स नहीं था. उसे अगले दिन ठीक कर दिया गया." और ट्विस्ट ये कि पुलिस ने खुद पर ही चालान काटा. स्कूटर पर मिरर न होने और 'पुलिस पाटिल' साइन न लगा होने के लिए करीब 2000 रुपये का फाइन.

पंकज शिरसात ने एक चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि ऐसा वीडियो बनाना या गाड़ी रोकना बेहद खतरनाक है. लोग अपनी और पुलिस की जान जोखिम में डालते हैं. चालान की शिकायत हो तो ट्रैफिक ऐप पर फाइल की जानी चाहिए.

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