यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने बीते 24 घंटों में 574 ड्रोन्स और 40 मिसाइलें दागी हैं. दावा है कि इनमें से अधिकांश को मार गिराया गया. यूक्रेन के मुताबिक यह जुलाई के बाद का सबसे बड़ा हवाई हमला है. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक हमले में पश्चिमी यूक्रेन ल्वीव में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा ट्रांसकार्पाथिया क्षेत्र में 15 लोग घायल हुए. यूक्रेन का कहना है कि इस इलाके में अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी की एक फैक्ट्री को भी गंभीर क्षति पहुंची है. रिपोर्ट के मुताबिक फैक्ट्री में कॉफी मशीन और घरेलू उपकरण बनाने का काम होता था.
रूस ने यूक्रेन पर 574 ड्रोन्स और 40 मिसाइलें दागीं, अमेरिका की फैक्ट्री बर्बाद हो गई
हमले में पश्चिमी यूक्रेन ल्वीव में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा ट्रांसकार्पाथिया क्षेत्र में 15 लोग घायल हुए. यूक्रेन का कहना है कि इस इलाके में अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी की एक फैक्ट्री को भी गंभीर क्षति पहुंची है.


यूक्रेनी विदेश मंत्री आंद्रियी सिबिहा ने कहा कि ताजा हमले इस बात को रेखांकित करते हैं कि युद्ध रोकने के प्रयास कितने जरूरी हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक रूस की ओर से दागे गए अधिकांश ड्रोन्स और मिसाइलें पश्चिमी रूस और काला सागर क्षेत्र से लॉन्च किए गए. ल्वीव में 20 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं, जिनमें घर और एक नर्सरी शामिल हैं. रूसी सेना ज़ापोरिज़्झिया मोर्चे पर बड़ी तादाद में सैनिक तैनात कर रही है.
यूक्रेन ने पलटवार करते हुए रूस के रोस्तोव क्षेत्र की एक तेल रिफाइनरी और दोनेत्स्क में एक ड्रोन डिपो को निशाना बनाने का दावा किया है.
शांति की पहल के बीच हमलेये हमले तब हुए जब हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की. उन्होंने पहले व्लादिमीर पुतिन से अलास्का में मुलाकात की और फिर ज़ेलेंस्की समेत यूरोपीय नेताओं को वॉशिंगटन बुलाया.
ट्रंप ने शुरुआत में त्रिपक्षीय वार्ता का सुझाव दिया था, लेकिन बाद में कहा- "बेहतर होगा दोनों अकेले मिलें, जरूरत पड़ी तो मैं जाऊंगा."
वहीं राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह पुतिन से "न्यूट्रल यूरोप" में मिलने को तैयार हैं. स्विट्ज़रलैंड या ऑस्ट्रिया जैसे देशों में. उन्होंने इस्तांबुल को भी स्वीकार्य बताया, लेकिन बुडापेस्ट को लेकर आपत्ति जताई. उनका कहना था कि हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन का रुख यूक्रेन समर्थक नहीं रहा है.
वीडियो: तारीख: रूस के इतिहास की सबसे करारी हार जो उसे आज भी काटती है