“एक गलत कॉल उठाना या लिंक पर क्लिक करना भारी पड़ सकता है.” आज के डिजिटल युग में यह लाइन अक्सर आम लोगों को साइबर ठगों से सचेत करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. लेकिन अब इस लाइन पर साइबर ठगों को भी अमल करने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक हैकर ने ऐसे ही एक साइबर ठग को अपने निशाने पर ले लिया. इस साइबर ठग ने हैकर को ठगने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन हैकर ने उसका लैपटॉप ही हैक कर लिया. न सिर्फ उसका नाम पता लगाया बल्कि उसकी फोटो तक वायरल कर दी. अब हैकर ने पुलिस को टैग करके एक्शन लेने की अपील की है.
ऑनलाइन पैसे लूटने की कोशिश में था ठग, सामने वाला निकला हैकर, पोल खुली, फोटो भी आ गया
Hacker Hacks Scammers Laptop: हैकर ने रायबरेली पुलिस को टैग करते हुए ठग को पकड़ने और सख्त एक्शन लेने की मांग की है. उसने इस ठग का फोटो भी खींच लिया और पोस्ट कर दिया. हैकर का यह पोस्ट काफी वायरल हो रहा है.


दरअसल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर NanoBaiter नाम के यूजर का एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है. यूजर दावा करता है कि वह स्कैम करने वालों का पता लगाता है और उनकी पहचान का पर्दाफाश करता है. इसी कड़ी में उनसे 20 अगस्त को अपने अकाउंट से एक पोस्ट किया. दावा किया कि एक ऑनलाइन स्कैमर ने उसे ठगने की कोशिश की. लेकिन उसने स्कैमर को पैसे भेजने के बजाय उसका लैपटॉप हैक कर लिया और उसका लाइव वेबकैम फीड चालू कर दी.

NanoBaiter ने दावा किया कि स्कैमर का नाम गौरव त्रिवेदी है. “माइक्रसॉफ्ट टेक्निकल सपोर्ट” के नाम पर लोगों को ठग रहा था. उसकी लोकेशन यूपी के रायबरेली बताई और दावा किया कि वह यहीं से बैठकर अपना रैकेट चलाता था.
कथित हैकर ने दावा किया कि गौरव त्रिवेदी नाम का ठग क्लासिक टेक सपोर्ट के नाम पर ऐसे ऑनलाइन यूजर्स को टारगेट करता था जो तकनीकी चीजों के बारे में न के बराबर जानते थे. वह ऐसे ऑनलाइन यूजर्स को एक फर्जी पॉपअप भेजता, जिसमें लिखा होता है कि उनका कंप्यूटर खतरे में है और उन्हें तुरंत “Microsoft” सपोर्ट पर कॉल करना चाहिए.

NanoBaiter के मुताबिक, जब कोई पीड़ित कॉल करता है तो स्कैमर उसे एनीडेस्क या टीमव्यूअर जैसे रिमोट एक्सेस टूल इंस्टॉल करने के लिए कहता है. फिर उनसे इनका एक्सेस देने को कहता. जैसे ही पीड़ित ठग को टूल का एक्सेस देते थे वैसे ही वह उनके कंप्यूटर का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लेता था.
ठग भले ही कितना स्मार्ट हो. लेकिन इस बार उसका पाला एक हैकर से पड़ गया और उसकी सारी स्मार्टनेस धरी की धरी रह गई. हैकर ने ठग को अपने जाल में फंसाया. पहले हैकर ने ठीक वैसा ही किया जैसा ठग ने बोला. उसने अपने लैपटॉप का एक्सेस ठग को दिया. लेकिन हैकर ने उल्टा ठग के लैपटॉप को ही हैक कर लिया. इसके बाद उसकी निजी जानकारी जुटाई. उसने स्कैमर के लैपटॉप का वेबकैम ऑन कर दिया और उसकी फोटो खींच लीं. इस बीच स्कैमर बिल्कुल अनजान था कि उसका लैपटॉप हैक हो चुका है.
हैकर ने सिर्फ इतना ही नहीं किया बल्कि उसकी डेली एक्टिविटी को भी ट्रैक किया. जिसमें ठग खाते, सोते, अपने परिवार के लोगों से बात करते और लोगों को स्कैम करते हुए दिखा. वह पीड़ितों से माइक्रोसॉफ्ट का कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बनकर अंग्रेजी में बात करता था. फिर कुछ देर बाद हैकर ने ठग को उसी के कैमरे पर आमने-सामने बात करके उसकी पोल खोली. आरोपी किस घर में रहकर ठगी को अंजाम देते था हैकर ने उसकी बिल्कुल सही लोकेशन उजागर कर दी.

इसके बाद हैकर ने रायबरेली पुलिस को टैग करते हुए ठग को पकड़ने और सख्त एक्शन लेने की मांग की. साथ ही लोगों से भी इस तरह के ठगों को लेकर सतर्क रहने और उनसे बचने की अपील की.
नोटः लल्लनटॉप NanoBaiter के दावों की पुष्टि नहीं करता है.
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