ओडिशा के बालासोर में आत्महत्या की कोशिश करने वाली छात्रा ने सोमवार 14 जुलाई की रात अस्पताल में दम तोड़ दिया. एम्स भुवनेश्वर में उसका इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा तकरीबन 95 प्रतिशत तक जल चुकी थी. काफी कोशिश के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने छात्रा की मौत पर शोक व्यक्त किया है और आरोपी को कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन भी दिया है. उधर, आरोपी प्रिंसिपल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
ओडिशा में आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत, प्रोफेसर पर लगाया था उत्पीड़न का आरोप
Odisha College Student Suicide Death: ओडिशा के बालासोर में आत्मदाह की कोशिश करने वाली छात्रा ने सोमवार 14 जुलाई की रात दम तोड़ दिया. सीएम मोहन चरण माझी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है
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हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, एम्स भुवनेश्वर की ओर से मंगलवार सुबह जारी एक मेडिकल बुलेटिन में कहा गया,
मरीज को 12 जुलाई की शाम 5:15 बजे उसकी दोस्त इमरजेंसी वॉर्ड में लाई थी. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. काफी कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. 14 जुलाई की रात 11:46 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया.
वहीं, घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा,
फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा के निधन की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है. काफी प्रयासों के बावजूद पीड़िता की जान नहीं बचाई जा सकी. मैं दिवंगत छात्रा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. मैं मृतक छात्रा के परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि सभी दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. इसके लिए मैंने व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. सरकार पूरी दृढ़ता से परिवार के साथ खड़ी है.

सोमवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एम्स भुवनेश्वर के बर्न्स वार्ड में पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की थी और उसके इलाज में हर संभव मदद का आश्वासन दिया था.
वहीं, इस मामले में आरोपी प्रिंसिपल दिलीप घोष और शिक्षा विभाग के प्रमुख समीर कुमार साहू को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोप है कि इन्हीं के उत्पीड़न की वजह से छात्रा सुसाइड के लिए मजबूर हुई थी.
क्या है पूरा मामलाबालासोर के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में पढ़ने वाली बीएड की छात्रा ने प्रिंसिपल दफ्तर के सामने आत्मदाह कर लिया था. छात्रा ने विभागाध्यक्ष (HOD) समीर कुमार साहू पर फेल करने की धमकी देकर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. छात्रा ने इसकी शिकायत लोकल पुलिस के अलावा सीएम मोहन माझी, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय महिला आयोग से भी की थी. आरोप है कि मामले में कोई कार्रवाई न होने पर परेशान छात्रा ने कथित तौर पर आत्मदाह कर लिया.
कॉलेज के छात्रों के आरोपइंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की साथी छात्राओं ने बताया कि कॉलेज की आंतरिक समिति को इसकी शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. सहपाठियों का आरोप है कि समीर साहू ने बार-बार यौन उत्पीड़न किया और मना करने पर उसके ‘अकैडमिक भविष्य को बर्बाद करने की धमकी’ दी. छात्रा ने क्लास में आने से रोकने का आरोप भी टीचर पर लगाया था .
कॉलेज कमेटी का पक्षवहीं, कॉलेज के अधिकारियों ने बताया कि आंतरिक शिकायत समिति ने 9 जुलाई को मामले में अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी लेकिन कथित यौन उत्पीड़न के संबंध में कोई सिफारिश नहीं की गई थी.
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