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कॉलेज छात्रा की मौत पर ओडिशा में सियासत तेज, राहुल गांधी ने PM मोदी को घेरा

Odisha Students Death Row: BJD और कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.

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ओडिशा में BJD स्टूडेंट विंग के मेंबर विरोध प्रदर्शन करते हुए. (फ़ोटो- PTI)

ओडिशा के बालासोर ज़िले में यौन उत्पीड़न की विक्टिम कॉलेज छात्रा की मौत पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने 17 जुलाई के लिए ओडिशा बंद का आह्वान किया है. वहीं, बीजू जनता दल (BJD) के स्टूडेंट विंग ने CBI जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष ने मुख्यमंत्री मोहन माझी पर निशाना साधते हुए इसे 'सिस्टमेटिक फेल्योर' बताया है.

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मामला क्या है?

घटना फकीर मोहन ऑटोनोमस कॉलेज की है, जहां छात्रा बीएड की पढ़ाई कर रही थी. शनिवार, 12 जुलाई को छात्रा ने कॉलज परिसर में ख़ुद को आग लगा ली. इसके बाद पीड़िता को भुवनेश्वर स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान सोमवार, 14 जुलाई की देर रात उसकी मौत हो गई. पीड़िता का अंतिम संस्कार बालासोर ज़िले में उसके पैतृक गांव में किया गया.

आरोप है कि उसके साथ बीएड के विभागाध्यक्ष (HOD- Head of Department) समीर साहू ने यौन उत्पीड़न किया. और जब उसने कॉलेज प्रशासन और स्थानीय पुलिस से इसकी शिकायत की, तो कोई कार्रवाई नहीं की गई. राज्य सरकार ने कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष और आरोपी समीर साहू को सस्पेंड कर दिया है. समीर साहू की गिरफ्तार हो चुकी है. 

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किसने क्या कहा?

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट कर कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है. उन्होंने लिखा,

उस बहादुर छात्रा ने यौन शोषण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई. लेकिन न्याय देने के बजाय उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया और बार-बार अपमानित किया गया. जिन्हें उसकी रक्षा करनी थी, वही उसे तोड़ते रहे. हर बार की तरह BJP का सिस्टम आरोपियों को बचाता रहा. और एक मासूम बेटी को खुद को आग लगाने पर मजबूर कर दिया.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी' पर भी सवाल उठाए. कहा कि चाहे ओडिशा हो या मणिपुर- देश की बेटियां जल रही हैं, टूट रही हैं और मर रही हैं. ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी कुछ इसी तरह कहा,

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ये सोचना और भी ज़्यादा परेशान करने वाला है कि एक नाकाम सिस्टम कैसे किसी की जान ले सकती है. सबसे दुखद बात ये है कि ये कोई हादसा नहीं था. बल्कि एक ऐसे सिस्टम का नतीजा था, जो मदद करने के बजाय चुप रहा. इंसाफ़ के लिए संघर्ष करती हुई उस लड़की ने आखिरकार अपनी आंखें बंद कर लीं.

इसके अलावा, BJD और कांग्रेस पार्टी की युवा और छात्र विंग्स ने भुवनेश्वर स्थित एम्स परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. जहां छात्रा को भर्ती कराया गया था.

इधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मृतक छात्र के परिवार को आश्वासन दिया है कि इस मामले में सभी दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी सज़ा मिलेगी. उन्होंने दोहराया कि घटना की गहन जांच की जाएगी. मुख्यमंत्री ने छात्रा के परिवार को 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा भी की है.

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