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जयशंकर की जिनपिंग से मुलाकात पर राहुल गांधी का तीखा हमला, बोले- 'सर्कस चला रहे विदेश मंत्री'

राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने भी चीनी राष्ट्रपति और भारतीय विदेश मंत्री की इस मुलाकात की टाइमिंग पर सवाल उठाए.

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राहुल का ये ये बयान जयशंकर द्वारा शी जिनपिंग को द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के बारे में जानकारी देने की खबर के बाद आया. (फोटो- PTI/X)

विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीन यात्रा और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला (Rahul Gandhi slams S Jaishankar after Xi meet). कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे भारत की विदेश नीति को ‘बर्बाद करने वाला सर्कस’ करार दिया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन द्वारा पाकिस्तान को भरपूर समर्थन दिए जाने का दावा करते हुए अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी विदेश मंत्री जयशंकर पर निशाना साधा.

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राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट में तंज कसते हुए कहा,

"लगता है चीनी विदेश मंत्री अब मोदी जी को भारत-चीन संबंधों की जानकारी देंगे. विदेश मंत्री एक पूरा सर्कस चला रहे हैं, जिसका मकसद भारत की विदेश नीति को नष्ट करना है."

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राहुल का ये बयान जयशंकर द्वारा शी जिनपिंग को द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के बारे में जानकारी देने की खबर के बाद आया.

कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी विदेश मंत्री को निशाना बनाया. पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान को पूर्ण समर्थन दिया था. चीन ने नेटवर्क-सेंट्रिक युद्ध और J-10C फाइटर, PL-15E मिसाइल और ड्रोन्स के लिए इस कॉन्फ्लिक्ट को टेस्टिंग ग्राउंड बनाया. जयराम रमेश ने डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह की एक बात का भी उल्लेख किया. राहुल आर सिंह ने कहा था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में तीन विरोधियों का सामना किया था. और चीन ने पाकिस्तान को रियल टाइम में इंटेलिजेंस दी थी.

राज्यसभा सांसद ने चीन से भारत की इस मुलाकात की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि चीन ने हाल में रेयर अर्थ मैग्नेट्स और टनल बोरिंग मशीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत के फॉक्सकॉन फ्लांट से सैकड़ों चीनी वर्कर्स को निकाल लिया गया. फॉक्सकॉन प्लांट में एपल का आईफोन बनता है. रमेश ने कहा,

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"1962 के युद्ध के समय संसद में बहस हो सकती है तो अब ऐसी चर्चा क्यों नहीं हो सकती. खासकर ये देखते हुए कि दोनों पक्ष फिर से सामान्य स्थिति चाहते हैं."

रमेश ने जयशंकर के 2024 वाले बयान पर भी सवाल उठाया. उस बयान में जयशंकर ने कहा था कि अक्टूबर 2024 में कजान में पीएम मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से भारत-चीन संबंध लगातार सुधर रहे हैं.

वीडियो: जयशंकर ने यूरोप से पाकिस्तान को चेताया, कहा- लड़ाई भारत बनाम टेररिस्तान की है

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