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पृथ्वी के सोलर सिस्टम में बाहर से आया ब्रह्मांड का 'सीनियर सिटीजन', सूरज तक का लिहाज नहीं

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये ऑब्जेक्ट 9 से 24 किलोमीटर तक लंबा हो सकता है. ये कोई आम धूमकेतु (comet) नहीं, बल्कि इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट है.

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साइंटिस्ट्स का कहना है कि ये शायद 7 अरब साल पुराना हो सकता है. हमारे सौरमंडल की उम्र ही 4.6 अरब साल है. (फोटो- NASA/National Geographic)

अंतरिक्ष ने फिर हैरान किया है. हाल ही में वैज्ञानिकों को हमारे सोलर सिस्टम में एक नया ‘मेहमान’ दिखा है. नाम है 3I/ATLAS! ये धूमकेतु (Comet) एक इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट है जो हमारे सोलर सिस्टम के बाहर से आया है. 1 जुलाई 2025 को चिली में NASA के ATLAS टेलीस्कोप ने इसे साइट किया. जब ये बृहस्पति (Jupiter) की छाया में कुछ टिमटिमाता हुआ देखा गया.

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साइंटिस्ट ने देखा कि इसका रास्ता इतना टेढ़ा-मेढ़ा है कि ये सूरज की ग्रैविटी से बंधा ही नहीं. यानी ये तो सूरज की ग्रैविटी का लिहाज ही नहीं कर रहा. इसका रास्ता इतना टेढ़ा-मेढ़ा है कि ये हमारे सौरमंडल में बस एक चक्कर मार के बाय-बाय बोलकर अंतरिक्ष की गहराइयों में गायब हो जाएगा! माने, ये कोई रेगुलर धूमकेतु नहीं, बल्कि एक इंटरस्टेलर राही है. जो अपने घर से बाहर निकला हो और हमारे सौरमंडल के तारों को चाय-पानी पूछकर निकल गया!

National Geographic की रिपोर्ट के मुताबिक साइंटिस्ट्स का कहना है कि ये कॉमेट 7 अरब साल पुराना हो सकता है. हैरानी की बात ये कि हमारे सौरमंडल की उम्र ही 4.6 अरब साल है. माने, ये ऑब्जेक्ट ब्रह्मांड का ‘सीनियर सिटीजन’ है जो हमारे सौरमंडल में बस एक झलक दिखाने आया.

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लुक और स्टाइल कैसा है?

3I/ATLAS का साइज? वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये 9 से 24 किलोमीटर तक लंबा हो सकता है. वाशिंगटन यूनिवर्सिटी की सारा ग्रीनस्ट्रीट बताती हैं,

"फिलहाल ये कहना मुश्किल है कि ये कितना बड़ा है. ये जितनी धूप रिफ्लेक्ट कर रहा है, इसके आधार पर इसकी लंबाई 6 से 15 मील तक (9 से 24 किलोमीटर) हो सकती है.”

लेकिन इसके चारों तरफ धूल और गैस का जो बादल है, वो इसे और भी भव्य बनाता है. इसमें ढेर सारी बर्फ जमी हुई है. और जैसे-जैसे ये सूरज के करीब जा रहा है, वो बर्फ पिघलकर भाप बन रही है. नतीजा? एक चमचमाती पूंछ, जो अंतरिक्ष में इसकी शान बढ़ा रही है. ये पूंछ इतनी शानदार है कि दूर से देखो तो लगता है, कोई लेजर शो चल रहा हो!

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3I/ATLAS के बारे में अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन सोलर सिस्टम में इसकी चाल एस्ट्रोनॉमर्स की मदद कर रही है. यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में एस्ट्रोफिजिक्स के स्टूडेंट एस्टर टेलर ने बताया,

“ये अगले कुछ महीने सोलर सिस्टम के अंदर की तरफ आएगा. जिसके बाद ये वापसी करेगा. ये काफी तेज चल रहा है. लेकिन हमारे पास इसे ट्रैक करने के लिए टाइम है.”

रिपोर्ट के मुताबिक 3I/ATLAS सूर्य की ओर बढ़ते हुए अक्टूबर की शुरुआत में मंगल ग्रह से लगभग 3 लाख किलोमीटर के दायरे में पहुंच जाएगा. इस समय लाल ग्रह के आसपास कई स्पेसक्राफ्ट हैं. इनमें लगे कैमरों की मदद से 3I/ATLAS की और अधिक स्टडी की जा सकेगी. ग्रीनस्ट्रीट कहती हैं,

“आने वाले महीनों में इस खूबसूरत धूमकेतु जैसे ऑब्जेक्ट की तस्वीरों पर नजर होगी जब ये हमारी गैलेक्सी के पास से गुजरेगा.”

इससे पहले के दो इंटरस्टेलर मेहमान

3I/ATLAS तीसरा ऐसा ऑब्जेक्ट है, जो सौरमंडल के बाहर से आया. इससे पहले आया था Oumuamua जिसे साल 2017 में देखा गया था. ये दिखने में सिगार जैसा था. वैज्ञानिकों को समझ ही नहीं आया था कि ये धूमकेतु है, उल्कापिंड है, या फिर कोई एलियन स्पेसशिप!

दूसरा था 2I/Borisov. जिसे 2019 में देखा गया था. ये एकदम टिपिकल धूमकेतु था. पूंछ और चमक के साथ. लेकिन 3I/ATLAS? ये अपने आप में खास है. इसका रास्ता, इसकी रफ्तार और इसका इंटरस्टेलर स्टेटस इसे एक रेयर इंटरस्टेलर मेहमान बनाता है. अब आने वाले समय में देखना होगा कि इसके बारे में क्या-क्या खुलासे सामने आते हैं.

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