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यूपी: 9 साल का बेटा बोतल पकड़े मां को खून चढ़वा रहा, वीडियो वायरल, अब पता लगा मां नहीं रही

UP के Jhansi जिले के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज की ये तस्वीर है. आरोप है कि महिला ने बेहतर इलाज न मिल पाने के कारण दम तोड़ दिया. तस्वीरें आने के बाद अस्पताल ने कार्रवाई की है.

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झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज की फ़ोटो वायरल. (फ़ोटो- आजतक)
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प्रमोद कुमार गौतम

एक महिला की तबीयत नाजुक है. उसे स्ट्रैचर के ज़रिए अस्पताल में एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है. लेकिन इस स्ट्रैचर को अस्पताल कर्मी नहीं, बल्कि उसका पति धक्का दे रहा है. महिला को ख़ून चढ़ाया जा रहा है. और इस बोतल को हाथ में लिए उसका 9 साल बेटा स्ट्रैचर के पीछे-पीछे चल रहा है.

ये तस्वीर है उत्तर प्रदेश के झांसी ज़िले के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज की. तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इस बीच ख़बर आई कि महिला की मौत हो गई है. आरोप है कि महिला ने बेहतर इलाज न मिल पाने के कारण दम तोड़ दिया. जब तस्वीरें वायरल हुईं, तो मेडिकल कालेज ने पांच लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है.

‘न वार्डबॉय, न कर्मचारी’

35 साल की शकुंतला मध्य प्रदेश के छतरपुर की रहने वाली थीं. आजतक की ख़बर के मुताबिक़, उनके पेट की आंतों में संक्रमण हो गया था. जिसके चलते उन्हें 3 मई को झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज ले जाया गया. शुरुआती जांच के बाद उन्हें ऑपरेशन के लिए वार्ड नंबर दो के बेड नंबर तीन पर भर्ती कर लिया गया.

8 मई को शकुंतला को ख़ून की कमी हुई, तो उन्हें ख़ून चढ़ाया गया. इसी दौरान उन्हें X-Ray के लिए रेडियोलॉजी विभाग में भेजा गया. आरोप है कि इस दौरान उनके साथ न कोई वार्डबाय गया और न ही कोई कर्मचारी.

ऐसे में शकुंतला के पति राजू नायक और उनके 9 साल के बेटे ने उन्हें रेडियोलॉजी विभाग पहुंचाया. इस घटना का वीडियो वायरल है, जिसमें राजू नायक स्ट्रैचर खींचते नजर आ रहे हैं. वहीं, बेटा ख़ून की बोतल को हाथों में पकड़े हुए दिख रहा है.

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महिला का बेटा ख़ून की बोतल को हाथों में पकड़े हुए दिख रहा है. (फ़ोटो- सोशल मीडिया)

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ये वीडियो आने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मयंक सिंह के निर्देश पर सीएमएस डॉ. सचिन माहुर तत्काल वार्ड पहुंचे. ख़बर है कि 5 कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है. इनमें से दो कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई है. सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने बताया,

शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने पर इंचार्ज सोनिया कासिफ, स्टाफ नर्स (रेगूलर) पुष्पा का वेतन रोका गया है. दोनों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. वहीं, स्टाफ नर्स (आउटसोर्स) पूजा भट्ट और फ़ोर्थ कैटिगरी महिलाकर्मी लक्ष्मी की तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. फ़ोर्थ कैटिगरी कर्मी रोशन (रेगुलर) को भी सस्पेंड किया गया है.

सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने बताया कि आगे की जांच जारी है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.

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