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शेख हसीना के बयान पर भड़के बांग्लादेश को भारत ने दिया कड़ा जवाब

भारत ने बांग्लादेश से आने वाली उन टिप्पणियों पर अपनी नाराजगी जताई, जिनमें भारत को बांग्लादेश के आंतरिक मामलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था.

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बांग्लादेश के बयानों पर भारत का जवाब आया (तस्वीर : इंडिया टुडे)

भारत ने बांग्लादेश की टिप्पणियों पर नाराजगी जताई है. हाल में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत से एक वर्चुअल भाषण देकर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के खिलाफ विरोध जताया था. इस पर बांग्लादेश ने आपत्ति जताते हुए भारत से हसीना को रोकने का अनुरोध किया था. अब इस मामले में भारत ने बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मुहम्मद नुराल इस्लाम को तलब किया और बांग्लादेश से आए बयानों पर नाराजगी जताई.

इंडिया टुडे में छपी खबर के मुताबिक विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “भारत में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त, मोहम्मद नूरल इस्लाम को विदेश मंत्रालय ने 7 फरवरी की शाम 5:00 बजे साउथ ब्लॉक बुलाया था.” 

रणधीर जायसवाल ने बताया कि इस दौरान उन्हें यह स्पष्ट किया गया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और मजबूत संबंध चाहता है. हाल में कई उच्च-स्तरीय बैठकों में इस बात को दोहराया भी गया है. उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश के अधिकारियों के बयान भारत को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं, साथ ही बांग्लादेश के आंतरिक मुद्दों के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, ऐसे बयान दोनों देशों के रिश्तों के लिए अच्छे नहीं हैं.

शेख हसीना के संबोधन पर भारत की स्थिति?

रणधीर जायसवाल ने बताया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का बयान उनकी 'व्यक्तिगत राय' है और भारत का इन बयानों से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, “भारत सरकार बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहती है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश भी इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगा.”

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क्या कहा था शेख हसीना ने?

बुधवार, 5 फरवरी की रात बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत से एक वर्चुअल भाषण दिया. इस भाषण में वो लोगों से मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ प्रतिरोध करने को कहती हैं. वहीं उनके भाषण के दौरान, ढाका में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके पिता और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के घर को नुकसान पहुंचाया और आग लगा दी.

हसीना ने कहा था, “वे एक इमारत को तोड़ सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं. उन्हें याद रखना चाहिए कि इतिहास अपना बदला लेता है. उनमें राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और आजादी को नष्ट करने की ताकत नहीं है, जो हमने लाखों शहीदों की कुर्बानी से हासिल की थी.”

बांग्लादेश ने शेख हसीना पर क्या कहा?

शेख हसीना को जवाब देते हुए बांग्लादेश ने गुरुवार, 6 फरवरी के दिन भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त के सामने हसीना के बयानों पर आपत्ति जताई और इसे "शत्रुतापूर्ण कार्य" बताया. उन्होंने कहा कि हसीना के बयान बांग्लादेश के खिलाफ हैं और दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. बांग्लादेश ने भारत से अनुरोध किया था कि वह हसीना को ऐसे बयान देने से रोके.

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