The Lallantop

'पाकिस्तान ने हिमाकत की तो फिर प्रहार होगा...' सुरक्षा परिषद के सदस्यों को भारत ने साफ-साफ बता दिया

India Briefs UNSC Envoys: एयर स्ट्राइक के कुछ घंटों बाद साउथ ब्लॉक में इसे लेकर ब्रीफिंग आयोजित की गई थी. इसमें पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया था. ब्रीफिंग के दौरान चीन के राजदूत भी शामिल थे.

post-main-image
जयशंकर ने सहयोगी देशों के विदेश मंत्रियों को दी ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)

भारत ने बुधवार 7 मई को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) और अपने रणनीतिकार पार्टनर्स को पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की जानकारी दी. विदेश मंत्री एस. जयशंकर (MEA S Jaishankar), नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़र अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने अपने सहयोगियों को इस बारे में जानकारी दी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Foreign Secretary Vikram Misri)  की ओर से 15 में से 13 देशों को इस बारे में जानकारी दी गई.  उन्होंने सहयोगी देशों को बताया कि पाकिस्तान पर भारत का यह हमला तनाव बढ़ाने वाला नहीं बल्कि पहलगाम हमले का जवाब था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर स्ट्राइक के कुछ घंटों बाद साउथ ब्लॉक में इसे लेकर ब्रीफिंग आयोजित की गई थी. इसमें पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया था. ब्रीफिंग के दौरान चीन के दूत भी शामिल थे. बैठक के दौरान मिस्री ने दोहराया कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. 

यह भी पढ़ेंः एयर स्ट्राइक के बाद पहली बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीधी बात

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर जवाबी हमला टारगेट, मापा हुआ और न उकसाने वाला था. इसका मकसद भारत के खिलाफ होने वाले हमलों को रोकना था. उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस समय पाकिस्तान की ओर से किसी भी सैन्य कार्रवाई का जवाब देगा.

जयशंकर ने जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से बात की. उन्होंने फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट और जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ भी कॉन्फ्रेंस कॉल की. उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उनकी एकजुटता और समर्थन की सराहना की. आतंकवाद के लिए ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाने पर चर्चा की.”

उधर, डोभाल ने अपने अमेरिका के समकक्ष मार्को रुबियो को फोन किया. डोभाल ने रुबियो को बताया कि पाकिस्तान में टेरर हाइडआउट और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर क्षेत्रों में भारत का एक्शन सटीक था. 

यह भी पढ़ेंः "अमृतसर में धमाके की आवाज तो आई लेकिन चिंता की कोई बात नहीं" पुलिस ने सब बता दिया, पूरी रात क्या-क्या हुआ

वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने एक प्रेस नोट में कहा कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को टारगेट नहीं किया गया था. सिर्फ आतंकवादी कैंपों को ही निशाना बनाया गया था.

उन्होंने अपने दूसरे समकक्षों, UK के जोनाथन पॉवेल, सऊदी अरब के मुसैद अल ऐबन, UAE के शेख तहनून और जापान के मसाटाका ओकानो को भी यही जानकारी दी. उन्होंने समकक्षों से कहा कि भारत का तनाव नहीं बढ़ाना चाहता. लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा करेगा तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. यही संदेश रूस, चीन और फ्रांस में NSA के समकक्ष सर्गेई शोइगु, वांग यी और इमैनुएल बोने को भी दिया गया.

वीडियो: दुनियादारी: भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' से दुनिया में खलबली