भारत के चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई ने एक मामले की सुनवाई के दौरान वकीलों के रवैये पर नाराजगी जताई. उन्होेंने कहा कि वकील ही छुट्टियों में काम नहीं करना चाहते और पेंडिंग मामलों का दोष न्यायपालिका पर मढ़ दिया जाता है.
'वकील ही छुट्टी में काम नहीं करना चाहते, आरोप जजों पर लगता है', CJI गवई ने ऐसा क्यों कहा?
CJI बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह की बेंच एक मामले की सुुनवाई कर रही थी. इस दौरान एक वकील ने गर्मी की छुट्टियों के बाद याचिका की सुनवाई करने की गुजारिश की. इस पर दोनों जज नाराज हो गए.

इंडिया टुडे से जुड़ीं अनिषा माथुर की रिपोर्ट के मुताबिक, 21 मई को CJI बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह की बेंच एक मामले की सुुनवाई कर रही थी. इस दौरान एक वकील ने गर्मी की छुट्टियों के बाद याचिका की सुनवाई करने की गुजारिश की. इस पर दोनों जज नाराज हो गए. CJI ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"पांच जज छुट्टियों में भी सुनवाई कर रहे हैं और काम कर रहे हैं. फिर भी केस पेंडिंग होने का दोष हमें ही दिया जाता है. असल में, वकील ही हैं जो छुट्टियों में काम नहीं करना चाहते."
कुछ इसी तरह की टिप्पणी जस्टिस सूर्यकांत भी कर चुके हैं. वे सुप्रीम कोर्ट के पांच सीनियर जजों में शामिल हैं जो वेकेशन के दौरान भी मामलों की सुनवाई करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक एक सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने वकीलों पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“हम पांच सबसे सीनियर जज छुट्टियों में काम करने को तैयार हैं. हमें कोई दिक्कत नहीं, बार (वकीलों का समूह) के सदस्य जो भी मामले लाना चाहें, हम सुनवाई करेंगे. लेकिन बदले में हम बार से यह नहीं सुनना चाहते कि ‘नहीं, हम छुट्टियों में व्यस्त हैं’ ”
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने गर्मी की छुट्टियों (26 मई से 13 जुलाई) के दौरान कामकाज को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इन छुट्टियों को अब ‘आंशिक न्यायालय कार्य दिवस’ (Partial Court Working Days) के रूप में परिभाषित किया गया है.
नोटिफिकेशन के मुताबिक अब छुट्टियों के दौरान दो से पांच वेकेशन बेंच काम करेंगी. इनमें खुद CJI समेत सुप्रीम कोर्ट के टॉप पांच सीनियर जज शामिल होंगे. इससे पहले केवल दो वेकेशन बेंच ही काम करती थीं और सीनियर जजों को कोर्ट में नहीं बैठना पड़ता था. लेकिन अब इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है.
26 मई से 1 जून के बीच, ये पांच जज बेंच की अध्यक्षता करेंगे- CJI बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जे. के. माहेश्वरी और जस्टिस बी. वी. नागरत्ना.
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट का रजिस्ट्री ऑफिस सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुलेगा. लेकिन शनिवार (12 जुलाई को छोड़कर), रविवार और सार्वजनिक हॉलिडे के दिन कामकाज बंद रहेगा.
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