साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने बुधवार, 21 मई को वाइट हाउस का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मुलाकात की. दोनों की बातचीत शुरू हुई तो ओवल ऑफिस में 28 फरवरी को ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हुई मुलाकात याद आ गई. उस समय ट्रंप और जेलेंस्की के बीच जबरदस्त बहस हुई थी. इस बार जेलेंस्की की जगह रामफोसा बैठे थे.
अब साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति से भिड़ गए ट्रंप, ओवल ऑफिस में सबके सामने हुआ जबरदस्त ड्रामा
Donald Trump और साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति Cyril Ramaphosa के बीच वाइट हाउस के Oval Office में मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों के बीच जमकर बहस हुई. दोनों में से कोई भी नेता हार मानने के लिए तैयार नहीं था.

ओवल ऑफिस में रामफोसा के सामने ट्रंप गोरे लोगों के खिलाफ साउथ अफ्रीका में होने वाली कथित हिंसा का मामला लेकर बैठ गए. ट्रंप ने आरोप लगाया कि साउथ अफ्रीका में गोरे लोगों के खिलाफ हिंसा होती है, और रामफोसा को इसके खिलाफ कदम उठाने चाहिए.
ट्रंप ने रामफोसा का स्वागत तो किया, लेकिन इस वेलकम में वो वीडियो और फोटो दिखाने लगे. इसके जरिए ट्रंप अपनी बात पुख्ता करने की कोशिश कर रहे थे कि साउथ अफ्रीका में गोरे लोगों को चुनकर निशाना बनाया जाता है.
ट्रंप लगातार आरोप लगा रहे थे कि साउथ अफ्रीका में गोरे किसानों का 'नरसंहार' होता है. अब रामफोसा भी जवाब देने पर आ गए. उन्होंने ट्रंप के आरोपों को खारिज करते हुए कहा,
"हमारे देश में अपराध है, और अपराध सभी को प्रभावित करता है - चाहे वो काला हो या गोरा."
बातचीत को कूटनीति की तरफ मोड़ने की कोशिश करते हुए रामफोसा ने नेल्सन मंडेला की विरासत का हवाला दिया. उन्होंने कहा,
"हमें नेल्सन मंडेला ने सिखाया था कि जब भी कोई समस्या होती है, तो लोगों को एक साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए."
ओवल ऑफिस के माहौल को शांत करने की कोशिश के बावजूद ट्रंप छपे हुए आर्टिकल खंगालने लगे. उन्होंने अपने आरोपों को साबित करने के लिए कहा,
"वे गोरे किसानों को मारते हैं, और जब वे गोरे किसानों को मारते हैं, तो उन्हें कुछ नहीं होता."
दी गॉर्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच एक रिपोर्टर अमेरिका को कतर का प्लेन देने पर ट्रंप से सवाल करता है. ट्रंप भड़क जाते हैं. इसी बात पर रामफोसा कहते हैं,
"मुझे माफ करें, मेरे पास आपको देने के लिए प्लेन नहीं है."
ट्रंप ने भी उसी तरह जवाब दिया,
"अगर साउथ अफ्रीका, अमेरिकी एयरफोर्स के लिए जेट की पेशकश करता है, तो मैं इसे स्वीकार करूंगा."
दरअसल, पेंटागन ने बुधवार, 21 मई को बताया कि ट्रंप प्रशासन ने कतर सरकार से अमेरिका को गिफ्ट में मिले बोइंग 747 जेट को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है.
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