उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक बढ़ रहा है. सितंबर से दिसंबर महीने तक भेड़िये 13 लोगों की जान ले चुके हैं. इसमें एक दंपती समेत मासूम बच्चे शामिल हैं. ताजा घटना में भेड़िये एक और मासूम बच्चे को उठाकर ले गए. अगले दिन उसका शव मिला. वन विभाग के ऑपरेशन में अब तक 6 भेड़ियों को मारा जा चुका है. इसके बावजूद इन जानवरों के हमले कम नहीं हो रहे हैं.
घनी आबादी में पहुंचे भेड़िये, मां की गोद से बच्चा ले गए, अगले दिन खाया हुआ शव मिला
ननकई नाम की एक महिला के बच्चे को भेड़िया उसकी गोद से उठाकर ले गया. घटना के वक्त ननकई अपने तीन बच्चों के साथ बरामदे में थीं. सबसे छोटा बच्चा उनकी गोद में थे. तभी भेड़िया उसकी गोद से बच्चे को उठा ले गया और कोहरे में गायब हो गया.
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भेडियों के हमले की ये घटनाएं बहराइच फॉरेस्ट डिवीजन और आंशिक श्रावस्ती डिवीजन के इलाकों में हुई हैं. हालिया घटना फखरपुर इलाके के रसूलपुर दरेहटा गांव में हुई. इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार राम बरन चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक, ननकई नाम की एक महिला के बच्चे को भेड़िया उसकी गोद से उठाकर ले गया. घटना के वक्त ननकई अपने तीन बच्चों के साथ बरामदे में थीं. सबसे छोटा बच्चा उनकी गोद में थे. तभी भेड़िया उसकी गोद से बच्चे को उठा ले गया और कोहरे में गायब हो गया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद गांववाले, वन विभाग की टीम समेत स्थानीय थाना फखरपुर के पुलिस कर्मी बच्चे को ढूंढने लगे. उन्होंने खेतों और झाड़ियों में बच्चे की तलाश की. मगर कोहरे की वजह से कुछ साफ नहीं दिखा, जब कोहरा हटना शुरू हुआ, तब बच्चे का शव गांव से कुछ दूरी पर खाया हुआ मिला. भेड़िये ने उसके दोनों पैर आधे खाए हुए थे.
ननकई ने इंडिया टुडे से बात करते हुए बताया कि भेड़िया उनके बच्चे का सिर से पकड़कर ले गया था. उन्होंने भेड़िये को पैर से पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वो भाग निकला. महिला ने बताया कि उसने सभी को आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं बोला. उस समय उनके पति भी घर पर नहीं थे.
कई लोग भेड़ियों के हमले में घायलभेड़ियों का खौफ पूरे बहराइच में है. अब तक कई लोग भेड़ियों का शिकार हुए हैं. कुछ की मौत हो गई, तो कई लोग घायल हैं. ज्यादातर घटनाएं खेतों के पास हुईं. ये पहली बार है कि घनी आबादी वाले एरिया में भेड़िया पहुंच गया.
इस मामले पर DFO राम सिंह यादव ने कहा,
“ये हमला पूरी तरह से आबादी से घिरे क्षेत्र में हुआ है. आसपास न कोई जंगल है औ न ही गन्ने का खेत. जब बच्चे की जानकारी मिली, तो सर्च अभियान चालू किया गया. जिस तरह से बच्चे की बॉडी मिली है. उसके पैटर्न से साफ है कि उसे भेड़िए ने उठाया था.”
अधिकारी ने आगे बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए 32 टीमें लगी हुई हैं. इन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है. जहां संख्या के हिसाब से और टीमें बढ़ाई जा रही हैं. डीएफओ के मुताबिक, अब तक ऑपरेशन में छह भेड़ियों मारे जा चुके हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 21 महीनों यानी मार्च 2024 से दिसंबर 2025 के बीच भेड़िए के हमलों में दो दर्जन से अधिक लोगों मौतें हुई हैं. योगी सरकार ने भेड़ियों के बढ़ते आतंक पर वन विभाग से कहा है कि अगर भेड़ियों को जिंदा पकड़ने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें गोली मार दी जाए.
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