‘प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स…न,न,न, कतई मत करना. अगर किया तो होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचेगा. मिसकैरेज तक हो सकता है. इसलिए, प्रेग्नेंसी के इन 9 महीनों में तो सेक्स के बारे में सोचना भी नहीं.‘
प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना चाहिए या नहीं? डॉक्टर से आज सब जान लीजिये
ज़्यादातर लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए ताकि भ्रूण सेफ रहे. लेकिन इस पर डॉक्टर्स का क्या कहना है?

ये वो सलाह है, जो होने वाली मां को, पिता को अक्सर दी जाती है. ज़्यादातर लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए. ताकि भ्रूण सेफ रहे. लेकिन, क्या वाकई सेक्स करने से भ्रूण को कोई नुकसान पहुंचता है? या ये केवल एक मिथक है? ये सवाल हमने पूछा डॉक्टर स्वाति गागरे से.

डॉक्टर स्वाति कहती हैं कि ज़्यादातर लोगों को लगता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए. लेकिन, अगर प्रेग्नेंट महिला को कोई दिक्कत नहीं है, तो वो कभी भी सेक्स कर सकती है. सेक्स से गर्भाशय में पल रहे बच्चे पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता. हालांकि अगर डॉक्टर ने किसी ख़ास वजह से आपको मना किया है, तब आपको सेक्स करने से बचना चाहिए. कई बार कुछ खास कंडीशंस में डॉक्टर सेक्स न करने की सलाह देते हैं.
एक मिथक ये है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से बच्चे को चोट लग सकती है. ऐसा नहीं होता. बच्चा मां के गर्भ में पूरी तरह सेफ रहता है. बच्चे को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए उसके चारों ओर एमनियोटिक फ्लूइड भरा होता है. ये एक तरह का तरल पदार्थ है. जो प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय में भ्रूण के आसपास होता है. ये बच्चे को बाहरी झटकों या किसी भी तरह की चोट से बचाता है. एक तरह से, ये बच्चे के लिए कुशन का काम करता है.
अगला मिथक. सेक्स करने से मिसकैरेज यानी गर्भपात हो सकता है. ये भी ग़लत है. सेक्स करने से मिसकैरेज नहीं होता. कई बार प्रेग्नेंट महिलाओं को सेक्स के बाद हल्की ब्लीडिंग होती है. जिससे उन्हें लगता है कि उनका मिसकैरेज हो गया है. लेकिन, असलियत में ऐसा नहीं होता. पर अगर ब्लीडिंग बहुत ज़्यादा है. इतनी ज़्यादा कि आपको बार-बार सेनेटरी पैड बदलना पड़ रहा है. तो अपने डॉक्टर से ज़रूर मिलें.

कई लोगों को लगता है कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स कर रहे हैं, तो कॉन्डम का इस्तेमाल करने की ज़रूरत नहीं है. डॉक्टर स्वाति कहती हैं कि सेक्स चाहे प्रेग्नेंसी के दौरान हो, या कभी और. सेफ़ सेक्स होना बहुत ज़रूरी है. अगर आप कॉन्डम का इस्तेमाल नहीं करेंगे. तो STI होने का ख़तरा रहेगा. STI यानी Sexually Transmitted Infection. ये वो इंफेक्शन है जो सेक्स के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता है. अगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं तो STI से बचने का एक ही कारगर तरीका है. वो है कॉन्डम का इस्तेमाल.
पांचवा मिथक है कि कुछ सेक्स पोज़ीशन बच्चे के लिए सेफ नहीं होते. ये बात भी पूरी तरह गलत है. सारे सेक्स पोज़ीशन बच्चे के लिए सेफ हैं. ज़रूरी ये है कि प्रेग्नेंट महिला किसमें सबसे ज़्यादा सहज महसूस कर रही है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहत: सांस के मरीज़ों के लिए इन्हेलर बेहतर या दवा?