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करण जौहर ने कहा कि 'होमबाउंड' जैसी फिल्म नहीं बनाएंगे, नीरज घेवान बोले- "उनका और मेरा रिश्ता..."

एक इंटरव्यू में 'होमबाउंड' के ज़िक्र पर करण जौहर ने कहा- "अब मैं ऐसी फिल्म शायद न बनाऊं, मुनाफ़ा कमाना भी ज़रूरी है."

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नीरज घेवान ने दी लल्लनटॉप से बातचीत में बताया कि करण जौहर के उनके साथ अगली फिल्म डिस्कस करना शुरू कर चुके हैं.

Neeraj Ghaywan की Homebound, Oscar 2026 में भारत की ऑफिशियल एंट्री है. बेहद क्रूर माने जाने वाले क्रिटिक्स भी इसकी तारीफ़ कर रहे हैं. मगर इससे जुड़ी एक और बात सुर्खियों में है. और वो ये कि इसके प्रोड्यूसर Karan Johar अब ऐसी फिल्म कभी नहीं बनाना चाहते. इस पर काफी डिबेट चल रहा है. इंडस्ट्री के एक्टर्स-फिल्ममेकर्स करण को बिज़नेस माइंडेड फिल्ममेकर बता रहे हैं. Sunny Sankari ki Tulsi Kumari की तुलना में  'होमबाउंड' को न के बराबर शो मिले. उसी बीच करण जौहर की कही ये बात सामने आई. मगर टीम ‘होमबाउंड’ की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया. पहली बार खुद नीरज घेवान ने इस मसले पर The Lallantop से बात की. उन्होंने बताया कि करण जौहर के बारे में जो कहा जा रहा है वो सच नहीं है. 

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बकौल नीरज, उनकी बात को तोड़-मरोड़कर परोसा गया है. दी लल्लनटॉप से बातचीत में उन्होंने पूरी बात बताई. कहा,

“एक इंसान की ईमानदारी पर जो लोग लांछन डाल रहे हैं, वो देखकर मुझे काफ़ी खेद होता है. जो उन्होंने कहीं कहा, उसे तोड़-मरोड़कर जैसे पेश किया है, वो इस फिल्म में उनका योगदान फीका करना है. और ये बिल्कुल अमानवीय है. मुझे बहुत बुरा लगता है. ये बहुत बड़ी बात है कि एक इतना बड़ा बैनर एक इंडिपेंडेंट फिल्ममेकर के साथ ऐसी संवेदनशील फिल्म बना रहा है. हमें उन्हें और प्रोत्साहन देना चाहिए. लेकिन जब हम उन्हें ऐसे सुनते हैं, तो उनका मनोबल टूट जाता है. फिर ऐसी और फिल्में नहीं बन पाएंगी.”

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# क्या कहा था करण जौहर ने

कोमल नाहटा के पॉडकास्ट पर करण ने कहा था,

"अब हर फैसला सोच-समझकर, फायदे को ध्यान में रखकर लेना पड़ता है. मुनाफ़ा कमाना ज़रूरी है. क्योंकि हम एक बिज़नेस कर रहे हैं. मैंने 'होमबाउंड' जैसी फिल्म बनाई, जिसे दुनियाभर में सराहा गया. लेकिन अब मैं कह नहीं सकता कि आगे मैं इस तरह के फैसले ले पाऊंगा या नहीं. हो सकता है मुझे दुख हो, लेकिन मैंने जो ये डील की है, वो ग्रोथ के लिए है. ग्रोथ प्रॉफिट से आती है और प्रॉफिट तब आता है, जब काम फायदे वाला हो. मैं हमेशा एक कलाकार रहूंगा, मगर साथ ही कमर्शियल रहना भी ज़रूरी है."

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नीरज घेवान ‘होमबाउंड’ के बनने और इस सफलता का पूरा श्रेय करण जौहर को देते हैं. उन्होंने बताया कि किस तरह करण जौहर ये फिल्म बनने की हर स्टेज पर उनके साथ थे. उन्होंने कहा,

“ये फिल्म जो बनी है. जो सेंसर से निकल कर यहां तक आई है, इस सबका श्रेय करण जौहर को जाता है. मैं आपको बता नहीं सकता हूं कि जब मैंने स्क्रिप्ट लिख कर उन्हें दी, उन्होंने इसे दो बार पढ़ा. वो काफी भावुक हो गए. उसके बाद उनसे मेरी बात तब हुई, जब फिल्म का फाइनल कट रेडी था. उन्होंने मुझे बोला था कि नीरज ये तुम्हारी कहानी है. तुम्हें जैसे कहना है, जैसे बताना है, इस फिल्म को जैसे बनाना है, बनाओ. मैं तुम्हारे साथ खड़ा हूं. वो हर एक पल, हर एक दिन मेरे साथ खड़े थे. मैं दावे से कह रहा हूं कि उनके बिना ये फिल्म नहीं बन पाती. इस फिल्म के लिए, हमारे लिए जो कोशिश उन्होंने की है ना, मुझे नहीं लगता कि वो कोई भी करता.”

ये चर्चा जो आम है कि करण ने ‘होमबाउंड’ जैसी फिल्म बनाने से तौबा कर ली है. घेवान के पास उसे झूठ ठहराने की पुख्ता वजह है. वो वजह बताते हुए उन्होंने कहा,

“लोग कह रहे हैं कि अब वो ‘होमबाउंड’ जैसी फिल्म कभी नहीं बनाएंगे. मगर सच कहूं, तो हम लोग अगली फिल्म के लिए बात करना शुरू कर चुके हैं. वो कई आइडियाज़ दे रहे हैं. वो मेरे साथ जुड़े हैं. उनका हमारा रिश्ता कई फिल्मों का है. लोगों को ये सोचना चाहिए कि इतने बड़े बैनर का इतना बड़ा प्रोड्यूसर है. उन्हें कोई ज़रूरत नहीं है फिल्म बनाने की. वो जानते भी हैं कि ये फिल्म इतना मुनाफ़ा नहीं कमाएगी. ये ब्लॉकबस्टर नहीं बनने वाली है. ये वो भी जानते हैं, हम भी जानते हैं. लेकिन इस फिल्म की जो आत्मीयता थी, वो उन्हें झकझोर चुकी थी. और वो इसके साथ जुड़ना चाहते थे. वो कहते थे मुझे सिर्फ इस फिल्म के साथ जुड़ना है.”

बहरहाल, ‘होमबाउंड’ की कहानी दो रियल लाइफ़ लड़कों- अमृत और सैय्यूब की दोस्ती से प्रेरित है. दोनों लॉकडाउन के दिनों में गुजरात से अपने घर लौट रहे थे. इस दौरान उन्हें किन हालातों का सामना करना पड़ा, फिल्म में वही दिखाया गया है. ईशान खट्टर, जान्हवी कपूर और विशाल जेठवा ने इसमें लीड रोल्स किए हैं. रही नीरज घेवान की बात, तो करियर की शुरुआत उन्होंने फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ (2012) और ‘अग्ली’ (2013) में अनुराग कश्यप को असिस्ट करने से की थी. बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया ‘मसान’ (2015) से, जिसने कान फिल्म फेस्टिवल में दो अवॉर्ड जीते. साल 2017 में उनकी बनाई शॉर्ट फिल्म ‘जूस’ को फिल्मफेयर बेस्ट शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड दिया गया. वो ‘सेक्रेड गेम्स’ के सेकेंड सीज़न में अनुराग कश्यप के को-डायरेक्टर भी रहे. 

वीडियो: ऑस्कर 2026 की रेस में शामिल हुई 'होमबाउंड', नीरज घायवान की फिल्म को मिली ऑफिशियल एंट्री

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