The Lallantop

गीता काक: 'गर्म हवा' की वो अमीना जिसकी शादी भारत-पाकिस्तान बंटवारे के चलते नहीं हुई

'सुरभि' को पसंद करने वालों को गीता सिद्धार्थ काक की मृत्यु एक अजीब दुःख से भर देती है.

post-main-image
गीता काक: राईट से तीसरीं. त्रिशूल की शूटिंग के दौरान. (तस्वीर: रेट्रो बॉलीवुड का इन्स्टा अकाउंट)

# परिचय-

दुनिया की कुछ ‘प्यारी’ चीज़ों में गुलज़ार द्वारा निर्देशित फिल्म ‘परिचय’ ज़रूर आएगी. इस मूवी में जया भादुड़ी के किरदार का नाम था रमा. उसकी मां के किरदार का नाम था सुजाता. सुजाता का रोल करने वालीं गीता सिद्धार्थ काक शनिवार शाम (14 दिसंबर, 2019) को गुज़र गईं. गीता सिद्धार्थ काक के परिचय में 1972 की मूवी 'परिचय' का नाम ज़रूर आएगा. क्यूंकि ये एक अदाकारा के तौर पर उनकी पहली यानी डेब्यू मूवी थी.

# गर्म हवा-

1973 में आई थी ‘गर्म हवा’. एम एस सथ्यू द्वारा निर्देशित ये फिल्म भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी कहानी, इमोशन और अपने ट्रीटमेंट की वजह से खूब सराही गई.
 
गीता सिद्धार्थ काक और सिद्धार्थ काक गीता सिद्धार्थ काक और सिद्धार्थ काक

एकेडमी अवार्ड में ‘फॉरन लैंग्वेज फिल्म’ कैटेगरी के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री. कान फिल्म फेस्टिवल में 'पाम डोर' के लिए नॉमिनेटेड. भारत में तीन फिल्मफेयर और एक नेशनल अवार्ड जीतने वाली ये फिल्म भारत-पाकिस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि पर बनी थी.
‘गर्म हवा’ गीता सिद्धार्थ काक के करियर की दूसरी फिल्म थी. दरअसल ये मूवी, उर्दू की सर्वकालीन बेहतरीन लेखिकाओं में से एक इस्मत चुगताई की शॉर्ट स्टोरी पर आधारित थी.
गीता ने इसमें अमीना का किरदार निभाया था. बलराज साहनी के किरदार सलीम की बेटी. जिसका सलीम के भाई हलीम के बेटे काज़िम के साथ रिश्ता तय हुआ पड़ा है लेकिन शादी में भारत-पाक बंटवारा बीच में आ जाता है. इस फिल्म के लिए एम एस सथ्यू को तो ‘राष्ट्रीय एकता’ के लिए नेशनल अवार्ड मिला ही साथ ही गीता को भी उनके रोल के लिए एक सूवेनीयर दिया गया था.

# शोले और उसके बाद-

जहां उनकी दूसरी ही मूवी क्रिटिकली खूब सराही गई वहीं उनकी तीसरी मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर कोहराम ला दिया. शोले.
हालांकि वो इस मूवी में बहुत कम समय के लिए दिखी थीं. लेकिन इसके बाद उनके पास फिल्मों की कतार लग गई. ‘त्रिशूल’,'नूरी’,’शौक़ीन’,’अर्थ’,’डिस्को डांसर’,’मंडी’ और ‘राम तेरी गंगा मैली’ जैसी कई सुपरहिट या क्रिटिकली अक्लेम्ड मूवी में उनके अहम किरदार थे. फिल्मों में वो 90 के दशक की शुरुआत तक काफ़ी एक्टिव रही थीं. फिर धीरे-धीरे उनकी फ़िल्में आना कम हो गईं.

# सुरभि-

गीता सिद्धार्थ काक के पति हैं सिद्धार्थ काक. दूरदर्शन का सुपरहिट सांस्कृतिक शो 'सुरभि' होस्ट करते थे. साथ में होती थीं रेणुका शहाणे. 11 साल चले इस टीवी शो ने कई रिकॉर्ड बनाए.
सुरभि से गीता का जुड़ाव सिर्फ होस्ट की पत्नी भर का ही नहीं था. दरअसल इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी ‘सिनेमा विज़न इंडिया’ भी सिद्धार्थ काक की ही थी. जिसे गीता और सिद्धार्थ मिलकर चलाते थे. यूं गीता भी ‘सुरभि’ से जुड़ी हुई थीं. शो की आर्ट डायरेक्टर के तौर पर. जिस शो के चलते सिद्धार्थ काक और रेणुका घर-घर में पहचाने जाने लगे, उस शो की नींव की ईंट गीता सिद्धार्थ काक का नाम शायद ही कभी इस सुपरहिट सीरियल से जुड़ पाया.

# अक्सर भूल जाती हैं-

'नींव की ईंट' रामवृक्ष बेनीपुरी का एक निबंध है. उत्तर प्रदेश बोर्ड में पढ़ाया जाता है. एक बात है जो इस निबंध में शायद गीता काक के सुर में सुर मिलाती है. बेनीपुरी लिखते हैं - कंगूरे पे चढी सुनहरी परतें अक्सर भूल जाती हैं कि उनकी नींव में कुछ गुमनाम ईंटें पड़ी हैं, जिन्होंने कभी सूरज की रौशनी में अपनी हिस्सेदारी नहीं मांगी लेकिन अपने अंधेरों में कभी किसी को घसीटा भी नहीं. 'सुरभि' का बरसों चमकता कंगूरा कभी गीता काक की नींव को याद करे ना करे, हम करेंगे.


वीडियो देखें:
गुड न्यूज ट्रेलर: अक्षय कुमार ने घटिया जोक क्यों मारा?-