अमेरिका ने ईरान की तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया (US Attacks Iran). जिनमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान न्यूक्लियर साइट्स शामिल हैं. जिस वक्त अमेरिका ईरान पर हमला कर रहा था, उस वक्त राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप सिचुएशन रूम में बैठकर इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे. व्हाइट हाउस ने कुछ तस्वीरें जारी की हैं.
'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' की कैप लगाई, फिर देखी ट्रंप ने लाइव बमबारी, सिचुएशन रूम के फोटो आए
US Attack on Iran Images: तस्वीरों मे राष्ट्रपति Donald Trump को Situation Room में देखा जा सकता है. वे शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर अमेरिकी हमलों पर नजर रखे हुए थे. व्हाइट हाउस ने ये तस्वीरें जारी की हैं.
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इन तस्वीरों मे राष्ट्रपति ट्रंप को व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" की टोपी पहने हुए देखा जा सकता है. वे शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर अमेरिकी हमलों पर नजर रखे हुए थे.

तस्वीरो में उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ भी दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष डैन केन, व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूजी विल्स और CIA डायरेक्टर जॉन रैटक्लिफ भी सिचुएशन रूम में मौजूद थे.

इस हमले की जानकारी डॉनल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पोस्ट के जरिए दी थी. जिसमें उन्होंने कहा,
हमने ईरान में तीन न्यूक्लियर साइट्स पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल हैं. फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया. सभी लड़ाकू विमान सुरक्षित रूप से अपने घर के रास्ते पर हैं.

ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करने के बाद ट्रंप ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अमेरिका का मकसद ईरान की परमाणु क्षमता को नष्ट करना और परमाणु खतरे को रोकना था. ट्रंप ने कहा कि कोई भी सेना वो नहीं कर सकती, जो अमेरिकी सेना ने किया है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर ईरान शांति की तरफ नहीं बढ़ता, तो भविष्य में उस पर कहीं ज्यादा हमले होंगे.

1979 में ईरानी क्रांति के बाद यह पहली बार है जब अमेरिका ने ईरान के अंदर स्थित परमाणु ठिकानों पर हमला किया है.

हमले के बाद रॉयटर्स को दिए गए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि यह एक बड़ी सफलता है. उन्होंने कहा ईरान को तुरंत रुक जाना चाहिए, वरना उन्हें फिर से मारा जाएगा. इसके अलावा उन्होंने अपने पायलटों की तारीफ की और उन्हें ‘असाधारण’ बताया. ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिकी हमलों में ईरान की तीनों साइट्स पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं.

ट्रंप द्वारा बताए गए सभी तीन साइट्स पर हमलों की अब ईरानी अधिकारियों ने पुष्टि कर दी है. लेकिन ईरान ने दावा किया है कि हमले से कुछ वक्त पहले ही तीनों साइट्स को खाली करा दिया गया था.

वहीं, दूसरी तरफ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन हमलों के लिए ट्रंप को बधाई दी है. नेतन्याहू ने कहा कि ईरान पर हमला करने का ट्रंप का फैसला ‘इतिहास बदल देगा.’
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कहां से हुई शुरुआत?इजरायल ने 12-13 जून की दरमियानी रात में ईरान पर हमला शुरू किया था. इसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया गया. जिसके तहत इजरायल ने 200 से ज्यादा फाइटर जेट्स से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया था. इनमें कई परमाणु और सेना के ठिकाने शामिल थे. इस हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी समेत कई बड़े अधिकारी मारे गए. इसके बाद जवाब में ईरान ने ऑपरेशन ‘ट्रू प्रॉमिस थ्री’ चलाया.
वाशिंगटन स्थित ईरानी मानवाधिकार समूह के मुताबिक ईरान में 600 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इजराइल ने कहा है कि ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन दागे हैं, जिसमें कम से कम 24 लोग मारे गए हैं.
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