Pahalgam Terror Attack के बाद Javed Akhtar ने सरकार से इस हमले के सरगनाओं पर सख़्त कार्रवाई की मांग की. भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के आने और काम करने का भी विरोध किया. 26 मासूम पर्यटकों की हत्या पर जावेद की नाराज़गी और उनके तेवर Pakistani Actor Bushra Ansari को अखर गए. उन्होंने जावेद अख़्तर को Naseeruddin Shah की तरह ख़ामोश और इस मामले से दूर रहने की नसीहत दे डाली. एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. इसमें बुशरा ने जावेद अख़्तर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जो बातें और संबोधन इस्तेमाल किए, उनका इशारा जावेद की तरफ़ ही माना जा रहा है.
पहलगाम पर जावेद अख्तर के बयान से भड़कीं पाकिस्तानी एक्टर बोलीं- "आपके मरने में दो घंटे रह गए"
Pahalgam Attack पर Javed Akhtar की प्रतिक्रिया से खफा Pakistani Actor Bushra Ansari ने कहा- शर्म करें और Naseeruddin Shah और बाकी एक्टर्स की तरह चुप बैठें.

इस वायरल वीडियो में बुशरा कहती हैं,
“हमारे तथाकथित लेखक, उनको तो बहाना ही चाहिए था. दरअसल उनको तो मकान किराए पर नहीं मिलता था बॉम्बे में. अपने अस्तित्व के लिए जितनी चाहे वो (इशारो में कहा) कर सकते हैं. पता नहीं क्या-क्या बोल रहे हैं आप? कोई हया करें. मरने में आपके दो घंटे रह गए हैं. ऊपर से आप इतनी फिज़ूल बातें कर रहे हैं.”

बुशरा यहीं नहीं थमी. आगे कहा कि जावेद अख़्तर, नसीरुद्दीन शाह और बाकी एक्टर्स की तरह ख़ामोश रहें. उन्होंने कहा,
“इतना भी क्या कोई डरे, इतना लालच करे. चलो जी चुप कर जाएं आप. नसीरुद्दीन शाह भी तो हैं. वो चुप बैठे हैं ना? और भी तो चुप बैठे हैं ना? जिसके दिल में जो है, वो रखा रहे. ये तो पता नहीं क्या कह रहे हैं.”
इस वीडियो में बुशरा ने आगे कहा कि भारतीयों के साथ उनकी मुलाक़ातें हुई हैं. और अच्छी रही हैं. एक भारतीय लड़की से मुलाक़ात को याद करते हुए बुशरा ने कहा -
क्या कहा था जावेद अख़्तर ने?"भारतीय बुरे नहीं हैं. उन्हें उकसाया जा रहा है."
पहलगाम हमले के बाद जावेद अख़्तर ने अलग-अलग कार्यक्रमों में इस घटना की आलोचना की. पाकिस्तान और उसकी शर्मनाक हरक़त की बेबाकी से निंदा की. उन्होंने पाकिस्तान की मिलिट्री लीडरशिप की आलोचना करते हुए कड़े कदम उठाने की मांग की. महाराष्ट्र फेस्टिवल में जावेद ने कहा,
"बॉर्डर पर कुछ पटाखों से कुछ नहीं होगा. ठोस कदम उठाएं ताकि वो याद रखें."
बीते दिनों हुए सेमिनार IP and Music: Feel the Beat में जावेद अख़्तर ने व्यथित और सख़्त लहजे में पहलगाम नरसंहार करने वालों के लिए कड़ी और जल्द सज़ा की हिमायत की. उन्होंने कहा,
"ऐसे हमले होते रहेंगे तो भारत-पाक के बीच तनाव तो होगा ही. हम अमन की उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं, अगर हर दो-चार साल में ऐसी हिंसा होती रहेगी. वो हमेशा से आतंकवाद में अपनी दखलंदाज़ी से इन्कार करते रहे हैं. मगर ये बताइए कि ये हमलावर अचानक कैसे पहुंच जाते हैं? ऐसी बर्बरता दिखाते हैं और ग़ायब हो जाते हैं? कहां चले जाते हैं? जर्मनी? हमारी सीमाएं तो जर्मनी से जुड़ी ही नहीं हैं."
हिंदुस्तान में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर रोक की बात पर भी जावेद खुलकर बोले थे. उन्होंने कहा था,
"ये हमेशा से वन वे ट्रैफिक रहा है. नुसरत फतेह अली खान, ग़ुलाम अली, नूरजहां... ये सब भारत आए. हमने इन्हें सिर आंखों पर बैठाया. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जो पाकिस्तानी शायर थे, जब वो अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए हिंदुस्तान आए, तो उन्हें देश में वो इज़्जत मिली, जो राष्ट्राध्यक्ष को दी जाती है. सरकार ने उन्हें वो इज्ज़त बख़्शी. मगर बदले में हमें कुछ नहीं मिला. हालांकि, मुझे पाकिस्तान की अवाम से कोई शिकायत नहीं है. मगर ये एकतरफा रिश्ता कब तक चलेगा? हम प्यार और सम्मान देते हैं, लेकिन जवाब में कुछ नहीं मिलता."
कौन है बुशरा अंसारी
बुशरा अंसारी पाकिस्तानी एक्टर, मिमिक और राइटर है. 'नीली धूप', 'मकान' और 'कुछ दिल ने कहा' जैसे सीरियल लिख चुकी है. इसके अलावा वो बतौर एक्टर ‘कभी मैं कभी तुम’ जैसे पॉपुलर पाकिस्तानी ड्रामा का भी हिस्सा रह चुकी हैं. यूट्यूब चैनल लूज़ टॉक पर बुशरा के कई मिमिक्री वीडियो थे. मगर पहलगाम हमले के बाद ये सारा कॉन्टेंट भारत में बैन कर दिया गया है.
वीडियो: जावेद अख्तर ने पाकिस्तान में दिए बयान पर कहा,जिस मुल्क में पैदा हुए, वहां नहीं डरते, तो बाहर क्या डर