विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी UGC ने नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 के मर्ज एंट्रेस एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया है. ये परीक्षा 8 जुलाई से 14 अगस्त तक दो अलग-अलग सेट में होगी. इस संबंध में UGC के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने एक ट्वीट किया. उन्होंने बताया,
UGC ने किया नेट एग्जाम की तारीखों का ऐलान, छात्रों ने इस बात पर आपत्ति जता दी
इस बार दिसंबर 2021 और जून 2022 के नेट एग्जाम को मर्ज कर दिया गया है.

जून 2022 और दिसंबर 2021 के ज्वाइंट सेशन के लिए जो शेड्यूल तैयार किया है, उसके मुताबिक ये परीक्षा 8 जुलाई से 14 अगस्त तक होगी. परीक्षा 8,9,11,12 जुलाई 2022 और 12,13,14, अगस्त, 2022 को होगी. डिटेल डेट शीट जल्द ही nta.ac.in और ugcnet.nta.nic.in पर अपलोड की जाएगी. सभी आवेदकों को शुभकामनाएं.
बताया जा रहा है कि इस बार परीक्षा केंद्रों की कुल संख्या बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है. एग्जाम का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से किया जाएगा. आपको बता दें कि यूजीसी नेट जून 2022 और दिसंबर 2021 की परीक्षा को मर्ज कर दिया गया है.
इधर परीक्षा की तारीखों के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर परीक्षार्थियों की तरफ से नाराजगी जताई जा रही है. खासकर परीक्षा को दो चरणों में आयोजित करने को लेकर. परीक्षार्थियों का कहना है कि ये डेट शीट भेदभाव वाली है. इस डेट शीट के हिसाब से कुछ अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए अधिक समय मिलेगा तो कुछ को कम.
एडवोकेट सौरभ नाम के यूजर ने लिखा,
या तो सभी की परीक्षा जुलाई में कराओ या फिर अगस्त में. अगस्त वालों का ज्यादा टाइम क्यों मिल रहा है. ये भेदभाव है.
वहीं पारूल नाम की यूजर ने लिखा,
अगर कुछ लोगों की परीक्षा अगस्त में होगी, तो रिजल्ट तो बाद में ही आएगा. अगली परीक्षा फिर उसी हिसाब से होगी. ऐसे में जुलाई मे परीक्षा कराने का क्या मतलब है? निवेदन है कि सभी परीक्षाएं एक साथ कराई जाएं, ताकि सभी को समान अवसर मिलें.
दीक्षा चौधरी नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा,
सर सभी विषयों की परीक्षा अगस्त महीने में ही हों. इन डेट्स के दौरान सेमेस्टर एग्जाम भी हैं. जब सभी विषयों के नतीजे एक साथ घोषित किए जाएंगे, तो एक महीने का बड़ा अंतर क्यों है?
दरअसल, नेट परीक्षा साल में दो बार होती है. इसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा किया जाता है. बीते साल कोरोना की वजह से दिसंबर 2021 में यूजीसी नेट परीक्षा नहीं हो पाई थी. इसके बाद यूजीसी ने एनटीए के साथ मिलकर जून 2022 और दिसंबर 2021 की परीक्षा को एक साथ कराने का फैसला लिया था.