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RRB NTPC CBT 2: रेलवे ने 1500 किलोमीटर दूर भेज दिया सेंटर, अभ्यर्थी बोले- 'वेटिंग टिकट मिल रहा'

RRB NTPC CBT-2 की परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी घर से 1500 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर हैं.

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RRB NTPC CBT 2 परीक्षा के सेंटर को लेकर अभ्यर्थी परेशान(सोर्स-इंडिया टुडे)

RRB की NTPC भर्ती एक बार फिर से चर्चा में है. इस बार वजह है भर्ती का दूसरा स्टेज यानी CBT 2. इस साल की शुरुआत में जब RRB NTPC के पहले स्टेज का रिजल्ट आया था तो अभ्यर्थियों ने खूब हंगामा किया था. अभ्यर्थियों का कहना था कि रिजल्ट में अनियमितता हुई है. जिसके बाद संशोधित रिजल्ट जारी कर अभ्यर्थियों को दूसरे स्टेज की परीक्षा के लिए बुलाया गया. अब हुआ ये है कि रेलवे बोर्ड ने अभ्यर्थियों का एग्जाम सेंटर 1500 से 2 हजार किलोमीटर दूर बना दिया है. जिसका सोशल मीडिया पर काफी विरोध हो रहा है.  

घर से 1500 किलोमीटर जाएंगे कैसे?

CBT 2 यानी NTPC के दूसरे स्टेज की परीक्षा 12 से 17 जून तक आयोजित होनी है. 8 जून को इसका एडमिट कार्ड जारी किया गया. एडमिट कार्ड आते ही अभ्यर्थियों ने सेंटर बहुत ज्यादा दूर होने की बात कहते हुए सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू कर दिया. बिहार के रहने वाले अभ्यर्थी रवि ने लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा,

मेरा सेंटर महाराष्ट्र के लातूर में गया है. लातूर की दूरी बिहार से लगभग 1500 किलोमीटर है. इतनी दूर जाकर परीक्षा देने में कितना खर्चा होगा. मैंने ट्रेन का रिजर्वेशन भी कराया था, पर टिकट वेटिंग लिस्ट में मिला. रेलवे बोर्ड को सेंटर एलॉट करने से पहले ये सब सोचना चाहिए था.

ट्रेन का रिजर्वेशन मिलने में भी समस्या

रेलवे की CBT-2 परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें रिजर्वेशन भी नही मिल पा रहा है. दूरी अधिक होने के कारण ये समस्या भी आ रही है. किसी-किसी रूट पर तो ट्रेने भी नही उपलब्ध हैं. रवि कहते हैं कि,

मैंने ट्रेन का रिजर्वेशन भी कराया था, पर टिकट वेटिंग लिस्ट में मिला है. मेरी परीक्षा 16 जून को है. अब इतनी दूर जाने में ही दिक्कत है. बाद में अगर पेपर में कुछ गड़बड़ हो गई तो वो भी परेशानी. 

रेलवे के इंतजाम पर सवाल

रेलवे की ओर से ट्वीट कर स्पेशल ट्रेन चलाने की बात कही गई थी. ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने कहा कि आरआरबी परीक्षा को देखते हुए हावड़ा और पटना के बीच स्पेशल ट्रेनों को चलाया जाएगा. ऐसे ऐलान कई और रूटों पर भी किए गए. लेकिन ये सारे इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. अनिकेत नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 

स्थिति बहुत खराब है. खड़े होने तक की जगह नहीं है. मेरा प्रेफरेंस RRB सिलिगुड़ी था. लेकिन मेरा CBT 2 एग्जाम सेंटर हैदराबाद है. मैं सुबह से टॉयलेट के बाहर खड़ा हूं. अब तक बैठने के लिए जगह नहीं मिली है. रेलवे स्टाफ का व्यवहार भी ठीक नहीं है. 

अभ्यर्थियों से ठसाठस भरी कोच का वीडियो शेयर करते हुए सोनू यादव नाम के यूजर ने लिखा, 

हैप्पी जर्नी. कन्फर्म टिकट के साथ RRB NTPC एग्जाम देने जा रहा हूं. मेरा सेंटर हैदराबाद बनाने का क्या तुक है जबकि मैं मैं रांची (झारखंड) से हूं? 

विकास कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल मंत्रालय को टैग करते हुए पूछा, 

आदरणीय अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्रालय, मुझे बताइए प्रयागराज से सूरत कैसे पहुंचा जाए? 16 जून को मेरा सूरत में CBT 2 एग्जाम है और न तो जनरल टिकट अवेलेबल है और न ही तत्काल बुकिंग 

 

पहले स्टेज की परीक्षा में लग गए थे तीन साल

NTPC यानी नॉन टेक्नीकल पॉप्युलर कैटगरीज. RRB यानी रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड इस परीक्षा के जरिए रेलवे में क्लर्क, टिकट क्लर्क, गुड्स गार्ड, स्टेशन मास्टर, जूनियर क्लर्क सह टाइपिस्ट, कमर्शियल क्लर्क सह टाइपिस्ट जैसे पदों पर भर्ती करता है. फरवरी 2019 में इस भर्ती का विज्ञापन जारी हुआ था. कुल 35,208 पदों के लिए. इस परीक्षा में तीन स्टेज होती हैं. पहले दो स्टेज में कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) होते हैं. जिसमें बहुकविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं. इन्हें CBT-1 और CBT-2 कहते हैं. तीसरे स्टेज में इंटरव्यू होता है. 

यहां ये जानना भी जरूरी है कि NTPC में अलग-अलग लेवल के पदों के लिए एक साथ आवेदन लिया जाता है. इन्हें पे ग्रेड के आधार पर लेवल 2, 3, 4, 5, 6 में बांटा गया है. इसमें कुछ पद ग्रेजुएशन लेवल और कुछ पद 12वीं (10+2) लेवल के होते हैं. NTPC के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 1 करोड़ 26 लाख के लगभग थी. जून और सितंबर 2019 के बीच CBT-1 की परीक्षा आयोजित होनी थी. लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं हुई. परीक्षा पूरी हुई अगस्त 2021 में जाकर. वो भी दर्जनों राउंड के विरोध प्रदर्शन के बाद. परीक्षा के बाद CBT-1 का रिजल्ट आया 15 जनवरी 2022 को. जिसके बाद परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर हल्ला बोल दिया था. तब मामला कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को सेलेक्ट न करने का था. इसके आलावा बात मार्क्स के नॉर्मलाइजेशन की भी थी.