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PARAKH: CBSE हो या स्टेट बोर्ड, सब जगह होगी एक जैसी व्यवस्था

अभी स्टेट बोर्ड्स जैसे- यूपी बोर्ड, एमपी बोर्ड और सेंट्रल बोर्ड्स जैसे- CBSE, ISC, ICSE में अलग-अलग स्टैंडर्ड्स फॉलो किये जाते हैं. इन्हें एक समान बनाने के लिये PARAKH नामक रेगुलेटिंग बॉडी का प्रस्ताव है.

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सरकार ने बताया कि अगर सब कुछ सही रहा तो साल 2024 का NAS सर्वे PARAKH द्वारा ही कराया जायेगा (फोटो- )

 केंद्र सरकार नेशनल लेवल पर एक एजुकेशनल रेगुलेटरी बॉडी बनाने की तैयारी कर रही है. ताकि सभी स्टेट और सेंट्रल एजुकेशनल बोर्ड्स में यूनिफॉर्मिटी यानी एकरूपता लाई जा सके. अभी स्टेट बोर्ड्स जैसे- यूपी बोर्ड, एमपी बोर्ड और सेंट्रल बोर्ड्स जैसे CBSE, ISC, ICSE में अलग-अलग स्टैंडर्ड्स फॉलो किये जाते हैं. इन्हें एक समान बनाने के लिये PARAKH नामक रेगुलेटर पर चर्चा कर रही है.

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पिछले कुछ महीनों में NCERT ने स्टेट बोर्ड और SCERT के साथ कई मीटिंग की थी. इन मीटिंग्स में एक असेसमेंट रेगुलेटर बनाने पर चर्चा हुई. इस रेगुलेटर का नाम है PARAKH, यानी परफॉरमेंस असेसमेंट रिव्यू एंड एनालिसिस ऑफ नॉलेज फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट. ये NCERT की एक यूनिट की तरह काम करेगा. इसके अलावा PARAKH समय-समय पर नेशनल अचीवमेंट सर्वे (NAS) और स्टेट अचीवमेंट सर्वे (SAS) भी आयोजित करेगा.

बोर्ड एग्जाम होंगे साल में दो बार

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक NCERT की मीटिंग्स के दौरान कई राज्यों ने बोर्ड एग्जाम साल में दो बार कराने की बात भी कही थी. जिससे स्टूडेंट्स अपने स्कोर को बेहतर कर सकें. इसके अलावा राज्यों ने मैथ्स के दो पेपर कराने की बात पर भी सहमति जताई थी. जिसमें एक एग्जाम स्टैंडर्ड होगा और दूसरा हाई लेवल कॉम्प्टीशन्स के लिए.. शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 

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दो एग्जाम होने से स्टूडेंट्स में मैथ्स का डर खत्म होगा और लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा. हमने मीटिंग में NEP के तहत बदलावों पर चर्चा की और बहुस से सब्जेक्ट्स में दो पेपर कराने पर भी विचार किया. जिसमें से एक MCQ बेस्ड होगा और दूसरा डिस्क्रिप्टिव.

इससे पहले केंद्र सरकार ने PARAKH की स्थापना के लिये सुझाव मांगे थे. केंद्र ने कहा था कि PARAKH देश में मौजूद स्कूल बोर्ड्स के लिये गाइडलाइन और निर्देश तैयार करेगा. इन गाइडलाइन्स का यूज करके सभी बोर्ड, मूल्यांकन और इवैल्यूएशन कर सकेंगे. इससे फायेदा ये होगा कि सभी स्कूल बोर्ड स्किल बेस्ड एजुकेशन की ओर बढ़ पायेंगे.

शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक PARAKH उन स्टूडेंट्स के लिये मददगार साबित होगा जो स्टेट बोर्ड्स से आते हैं. स्टेट बोर्ड के स्टूडेंट्स को CBSE स्टूडेंट्स की तुलना में कॉलेज एडमिशन के समय नुकसान होता था. लेकिन PARAKH से स्कूल लेवल पर सारे टेस्ट एक स्टैंडर्ड पर बेस्ड होंगे. इन टेस्ट को एक तरह डिजाइन किया जायेगा और एक स्टैंडर्ड पर ही इवैल्यूएशन किया जायेगा.

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