छोटे बच्चे जब घर से बाहर खेलने जाते हैं, तो अक्सर घरवाले कहते हैं कि ध्यान से खेलना. और अगर बच्चे की अक्सर लड़ाई हो तो कहा जाता है कि देखो, किसी से मारपीट मत करना. लेकिन मेरे जैसे कई परिवार ऐसे भी हैं, जहां बच्चों से कहा जाता है कि ‘बस, पिट के मत आना’. भले कोई तुमसे ज्यादा ताकतवर हो, और तुम पिट जाओ… लेकिन एकाध तो जड़ ही देना. और ये सारी बातें अक्सर हमारे दिमाग में घर कर जाती हैं. और शायद ऐसा ही कुछ हमारी बॉक्सिंग वर्ल्ड चैम्पियन निकहत ज़रीन को उनके पापा ने भी कहा होगा. तभी तो लड़ने वाली स्पिरिट उनके अंदर से जाती ही नहीं है. जब वो 12 साल की उम्र में पहली बार बॉक्सिंग रिंग में पहुंची थी, तो एक ने उनकी खूब कुटाई की. आंखों के नीचे काले गड्ढे पड़ गए थे. नाक से खून निकल आया था. और इतना पीटने के बाद निकहत ने वही कहा, जो जुनूनी लोग अक्सर ही कहते हैं, ‘उसने मुझे इतने बुरे तरीके से मारा कैसे? मैं अगली बार उसका अहसान वापस चुका दूंगी.’ देखिए वीडियो