सीरीज हाथ से फिसली तो बोले हैरी ब्रूक, 'रिजल्ट बिल्कुल फिट रहा'
Oval Test में इंग्लैंड की ओर से Harry Brook और Joe Root ने चौथे विकेट के लिए 194 रन जोड़कर मैच को लगभग एकतरफा कर दिया था. प्लेयर ऑफ द सीरीज ब्रूक ने मैच के बाद बातचीत में माना कि जितनी उतार-चढ़ाव वाली ये सीरीज रही है, इसका रिजल्ट बहुत फिटिंग रहा.

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson-Tendulkar Trophy) में टीम इंडिया (Team India) ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज को बराबर कर लिया है. ओवल टेस्ट (Oval Test) के अंतिम दिन मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की शानदार स्पेल की बदौलत टीम इंडिया ने 6 रन से मुकाबला जीत लिया. महज 35 रन का बचाव करते हुए सिराज ने तीन और प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) ने एक विकेट निकालकर टीम इंडिया को जीत दिला दी. हालांकि, इससे पहले इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक (Harry Brook) और जो रूट (Joe Root) ने चौथे विकेट के लिए 194 रन जोड़कर मैच को लगभग एकतरफा कर दिया था. दोनों के आउट होने के बाद ही मैच में वापसी की उम्मीद जगी. दोनों बैटर ने पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. इसके कारण भारतीय कोच गौतम गंभीर ने हैरी ब्रूक को प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया. ब्रूक ने सीरीज में 481 रन बनाए. मैच के बाद बातचीत के दौरान ब्रूक ने माना कि जितनी उतार-चढ़ाव वाली ये सीरीज रही है इसका रिजल्ट बहुत फिटिंग था.
ब्रूक ने क्या कहा?ब्रूक ने मैच के बाद बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि इंग्लैंड आसानी से ओवल टेस्ट जीत लेगा. हालांकि, जिस तरह सिराज ने बॉलिंग की, वो ये मैच जीतना डिजर्व करते थे. उन्होंने कहा,
मुझे लगा था कि हम आसानी से सुबह मैच जीत लेंगे, लेकिन जिस तरह सिराज ने बॉलिंग की, वो सफलता डिजर्व करते थे. मुझे लगा था कि रोलर चलने के बाद पिच थोड़ी फ्लैट हो जाएगी. लेकिन, बादल के कारण काफी मदद मिल रही थी. सिराज के लिए ये सीरीज शानदार रही. और ये फिनिश भी. वोक्स तो किसी भी हालत में बैटिंग करने आते ही. दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि हम जीत नहीं सके. मैं और रूट जब तक बैटिंग कर रहे थे, हम मैच में बने हुए थे. लेकिन, ये सीरीज उतार-चढ़ाव वाली रही है. इसलिए इसका अंत भी सही फिट लग रहा है.
ब्रूक ने आगे कहा,
मेरा माइंडसेट यही था कि जितनी जल्दी हो मैच को हम खत्म करें. ये सीरीज बहुत रोमांचक रही है. इस सीरीज में मेरा प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा. हम जीत नहीं सके ये थोड़ा निराशाजनक है. मैं जितना हो सकता था उतना योगदान देकर खुश हूं. ये बहुत इंटेंस सीरीज रही है, हमने कोई कसर नहीं छोड़ी. इसका हिस्सा होना शानदार है. ये टेस्ट क्रिकेट के लिए भी बहुत अच्छा रहा.
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स्टोक्स ने क्या कहा?वहीं, लॉर्ड्स और मैनचेस्टर टेस्ट के प्लेयर ऑफ द मैच रहे इंग्लैंड के नियमित कप्तान बेन स्टोक्स इस मुकाबले में नहीं खेल सके. उन्होंने मैच के बाद सीरीज पर बात करते हुए कहा,
आपके लिए बहुत मुश्किल होता है, जब आप पार्टिसिपेट नहीं कर सको. एक और संघर्षपूर्ण मुकाबला. दोनों टीम ने अपनी जान झोंकी, इसका हिस्सा होना शानदार रहा. दुखद है कि हम जीत नहीं सके, लेकिन मुझे अपनी टीम पर बहुत गर्व है. वोक्स के दिमाग में बैटिंग को लेकर कोई संदेह नहीं था. हमने इस सीरीज में टूटे हुए पैर, टूटीं उंगलियों के बावजूद प्लेयर्स को खेलते देखा है. ये दर्शाता है कि देश के लिए खेलने का क्या मतलब होता है. पूरी सीरीज बहुत शानदार रही. हमेशा ऐसे मोमेंट्स आते हैं जब इमोशंस पर कंट्रोल नहीं होता. कोई क्या कहा गया इसे दिल से नहीं लगाएगा.
स्टोक्स ने आगे कहा,
मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं बहुत खुश हूं जिस तरह से मैंने बॉलिंग की. अब रिहैब का समय है क्योंकि कुछ ही महीने में एक और बड़ी सीरीज हमारे सामने होगी. जब आपका एक बॉलर मैच के पहले दिन चोटिल हो जाए, तो बाकी बॉलर्स का रोल बदल जाता है. दूसरी इनिंग में भी, उन्होंने जिस जज्बे से बॉलिंग की वो शानदार था. इस मैच में बहुत सारे वॉट इफ्स रहे, यही मुकाबले को यादगार बनाते हैं. कोच और मैंने प्लेयर्स से यही कहा था कि अपना सब कुछ झोंक देना. टंग, एटकिंसन और ओवर्टन ने इसे करके दिखाया.
सीरीज की बात करें तो, टीम इंडिया ने 2-2 से बराबरी कर डब्ल्यूटीसी साइकिल की शुरुआत बहुत अच्छे तरीके से की है. वहीं, शुभमन गिल ने भी बतौर कप्तान बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर आलोचकों को चुप करा दिया है.
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