जब दूरदर्शन ने सुनील गावस्कर के 10 हजार रन खो दिए!
दूरदर्शन दूर तक की प्लानिंग नहीं कर पाया और गावस्कर, कपिल देव के ताजा पैदा हुए फैन्स का दिल दुखा दिया.
विकास टिनटिन
24 जुलाई 2016 (Updated: 14 सितंबर 2016, 05:22 AM IST)
सरकारी चैनल डीडी से गुस्सा हो जाइए. लिटिल मास्टर के फैन्स Huhhh कहके एंग्री बर्ड वाला मुंह बना लीजिए. क्योंकि डीडी वालों ने सुनील गावस्कर की जाबड़ इनिंग्स की टेप रिकॉर्डिंग खुवा दी है. 1980 के दौर में जब गावस्कर खेलते थे, तब इन मैचों को ब्रॉडकास्ट करने का जिम्मा डीडी संभालता था. यानी टीम इंडिया और गावस्कर के मैचों की कुछ 'दुर्लभ' टेप अब तिलहंडे में घुस गई हैं.
द संडे एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, दूरदर्शन के पास सुनील गावस्कर के ऐतिहासिक मैचों की फुटेज नहीं है. वो मैच, जिसमें सुनील गावस्कर ने 10 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था. इसके अलावा कई मैचों की रिकॉर्डेड टेप्स के बारे में जब दूरदर्शन से आरटीआई के जरिए पूछा गया तो जवाब मिला-
NOT AVAILABLE. यानी उपलब्ध नहीं है.
जानिए दूरदर्शन ने कौन-कौन से मैचों की टेप्स को खो डाला.1. अहमदाबाद में 4 मार्च 1987 में पाकिस्तान-इंडिया का मैच. इस मैच में गावस्कर ने 10 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था.
2. 18-22 सितंबर, 1987 में इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला मैच. मैच ड्रॉ रहा, पर खेला जबरदस्त था.
3. 1987 क्रिकेट वर्ल्डकप. ये वर्ल्डकप इंडिया-पाकिस्तान ने मिलकर होस्ट किया था. तब भी...
4. 1983 के बाद कपिल देव ने एक धांसू रिकॉर्ड बनाया था. चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ 9/83 का रिकॉर्ड. इस मैच की टेप भी GUM है.
5. जनवरी 1986. चेन्नई में गावस्कर ने सर डॉन ब्रैडमैन का 29 सेंचुरी का रिकॉर्ड तोड़ा था. इस मैच की टेप भी गायब है.
6. 1988 में लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी का डेब्यू रिकॉर्ड वाला मैच. 16/136 का रिकॉर्ड बनाया था.
इन टैप्स की
'गायबपंथी' के बारे में सुनील गावस्कर ने कहा, '
ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि दूरदर्शन के पास टेप नहीं हैं. लेकिन उन दिनों में टेक्नॉलजी इतनी एडवांस नहीं थी कि उनके आर्काइव किया जा सके. लेकिन उन्हें अब इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वो ढंग से आर्काइव करें.'
कपिल देव टेप्स खोने को लेकर मुनि टाइप साउंड करने लगे. कहा, 'अगर ग्लास टूटता है तो आप क्या कर सकते हैं. इस पर लड़ने से कोई फायदा नहीं. मेरा या गावस्कर का रिकॉर्ड अब बीते दिनों की बात है. इस पर उदास होने की जरूरत नहीं है. अगर दूरदर्शन के पास वो क्लिपिंग नहीं है तो कोई नहीं. इट्स फाइन.'
दूरदर्शन के गार्जियन प्रसार भारती के एक अधिकारी ने कहा, '1980, 1990 के दौर में टेप्स को आर्काइव करने का कॉन्सेप्ट नहीं था. हमने इसे 2006 में शुरू किया है.' रही बात अधिकारी लोगों के बोलने की, तो वो चुप रहे. प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार, दूरदर्शन की डायरेक्टर सुप्रिया साहू, डीडी आर्काइव्स के बड़े अधिकारी, डीडी स्पोर्ट्स और डीडी न्यूज इस मसले पर बोले नहीं.