डॉनल्ड ट्रंप, जिन्होंने कभी प्रधानमंत्री मोदी को अपना "खास दोस्त" कहा था, भारतके प्रति इतने आक्रामक क्यों हो गए हैं? ब्लूमबर्ग के अनुसार, 17 जून को जी-7 शिखरसम्मेलन के बाद हुई 35 मिनट की फ़ोन कॉल इस मामले में निर्णायक मोड़ साबित हुई,जहां मोदी ने ट्रंप से साफ़-साफ़ कहा कि युद्धविराम पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ है,न कि अमेरिकी मध्यस्थता के कारण और भारत कश्मीर में किसी तीसरे पक्ष की दखलंदाज़ीकभी स्वीकार नहीं करेगा. इसके बाद टैरिफ़ की झड़ी लग गई, कड़े बयान आए और कूटनीतिकसर्दियां साफ़ दिखाई देने लगीं. क्या ट्रंप वाकई प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तानीसेना प्रमुख असीम मुनीर के बीच मुलाक़ात कराने की कोशिश कर रहे थे?