राजा विक्रमादित्य. सच के झंडाबरदार. लिखने वालों ने उनको लेकर ऐसा घालमेल किया किअब पता ही नहीं चलता कि खुद उनके बारे में क्या-क्या सच है और क्या-क्या मिथक? खैर,उनके ऊपर दो कथा ग्रंथ लिखे गए. खूब चर्चित हुए. सिंहासन द्वात्रिंशिका (सिंहासनबत्तीसी) और बेतालपञ्चविंशतिका (बेताल पचीसी). क्रमशः 32 और 25 कहानियों केसंग्रह. इनमें से बेताल पचीसी, जो आज से 2500 साल पहले लिखी गई थी, के ऊपर एकसीरियल दूरदर्शन में आया. ‘सुपरहिट’ की किसी भी परिभाषा में फिट बैठने वाले इससीरियल का नाम ‘विक्रम और बेताल’ था. ये आज से 35 साल पहले की बात है. 1985 की.रामानंद सागर के ‘रामायण’ और बीआर चोपड़ा के ‘महाभारत’ से भी पहले की. देखिए वीडियो.