हमारे देश में ये कैपिटल पनिशमेंट यानी फांसी की शुरुआत कहां से हुई? कब पहली बारजज ने कलम तोड़ी? कब पहली बार किसी के अपराध को अदालत ने इतना जघन्य माना कि फैसलालिया- ये व्यक्ति समाज में रहने योग्य ही नहीं है. बात करेंगे आज़ाद भारत की पहलीफांसी की