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"उंगली काट दो, हाथ काट दो, गला काट दो"- दिल्ली में विहिप के मंच पर घटिया बयानबाजी

VHP ने अपनी सफाई में कहा कि ये भड़काऊ बयान नहीं हैं, ये जन आक्रोश है.

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Delhi Hate speech VHP
महंत नवल किशोर दास और योगेश्वर आचार्य (फोटो- फेसबुक/वीडियो स्क्रीनशॉट)
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साकेत आनंद
9 अक्तूबर 2022 (Updated: 9 अक्तूबर 2022, 05:55 PM IST) कॉमेंट्स
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दिल्ली में एक बार फिर सरेआम भड़काऊ भाषण दिए गए हैं. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली में 9 अक्टूबर को एक रैली का आयोजन किया. पिछले दिनों उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में मनीष नाम के युवक की हत्या हुई थी. इसी के विरोध में VHP ने जीटीबी नगर के रामलीला मैदान में ये रैली आयोजित की. मनीष की हत्या का आरोप कुछ मुस्लिम युवकों पर लगा है. उन्हें पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है.

'जरूरत पड़े तो गला काट दो'

विश्व हिंदू परिषद की इस रैली में योगेश्वर आचार्य, महंत नवल किशोर दास ने भड़काऊ भाषण दिए. स्पीच के दौरान खुलेआम एक समुदाय को जान से मारने के लिए उकसाया गया. योगेश्वर आचार्य ने रैली में कहा कि बड़े दुख का विषय है कि हमारी इतनी संख्या होने के बावजूद हमारे हिंदू भाइयों की निर्मम हत्या हो रही है. जब तक हम जागेंगे नहीं तो ऐसे ही हमारे साथ होता रहेगा.

योगेश्वर आचार्य ने कहा, 

"ये हमें गिन-गिनकर टारगेट करेंगे. चुन-चुनकर मारेंगे. इसलिए आपसे अनुरोध है कि जहां भी देखो अगर ऐसे नीच हमारे मंदिरों को, हमारे मठों को, हमारे हिंदू परिवार के भाइयों-बहनों को कहीं भी ऊंगली दिखाएं तो उनकी ऊंगली मत काटो, उनका हाथ काट दो. अगर जरूरत पड़े तो उनका गला काटने से भी पीछे मत हटो. क्या होगा, एक को फांसी होगी, दो को फांसी होगी लेकिन आज जो मनीष के साथ हुआ, बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस प्रकार की निर्मम हत्या हुई."

आचार्य ने आगे कहा, 

"उनके तो एक नहीं अनेक (बच्चे) हैं. वो तो चाहते हैं कि एक नहीं 14 शादियां करेंगे 40 पैदा करेंगे. तो हम सब भी इस पर ध्यान दें. इनको चुन-चुनकर मारने का काम करें. मैं तो करीब 2 लाख मुसलमानों के बीच मठ बनाकर रहता हूं. और छाती ठोककर रहता हूं. इनसे डरने की जरूरत नहीं है. ये गीदड़ हैं, सूअर हैं, इनको खदेड़-खदेड़ कर मारोगे मेरा विश्वास है कि पूरी दिल्ली खाली हो जाएगी."

रैली में इसी तरह का बयान महंत नवल किशोर दास ने भी दिया. नवल किशोर ने हिंदुओं को बंदूकें उठाने की सलाह दी. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा, 

"अगर आपको लाइसेंस नहीं मिलता तो चिंता की बात नहीं है. जो लोग तुम्हें मारने आते हैं उनके पास भी लाइसेंस नहीं होते. तो आपको लाइसेंस की क्या जरूरत है? अगर हम सब मिल जाएं तो दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी हमें चाय पिलाएंगे और हम जो चाहेंगे वो करेंगे."

विश्व हिंदू परिषद की सफाई

इन भड़काऊ बयानों को लेकर हमने विश्व हिंदू परिषद से स्पष्टीकरण मांगा. VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दी लल्लनटॉप से बातचीत में कहा कि ये भड़काऊ बयान नहीं हैं ये जन आक्रोश है. उन्होंने कहा कि हम किसी समुदाय को टारगेट नहीं कर रहे हैं, बल्कि इस्लामिक जिहादियों के खिलाफ हैं.

विनोद बंसल ने कहा, 

"सभा में लोगों ने अपने आक्रोश का इजहार किया. और कहा कि हिंदुओं को अपने आत्मरक्षा के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है. अगर हिंदुओं की हत्याएं नहीं रुकीं तो हिंदू समाज चुप नहीं बैठेगा. इस्लामिक जिहादियों ने चुन-चुनकर हिंदू युवक और युवतियों को मारा है. दिल्ली में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं. जो भी बाते कही गई हैं वो इस्लामिक जिहादियों के खिलाफ चेतावनी है."

विश्व हिंदू परिषद ने मनीष हत्याकांड को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र भी लिखा. इसमें मांग की गई है कि मनीष के परिवार को दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपये का अनुदान दे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. VHP ने पत्र में ये भी दावा किया है कि नंद नगरी इलाके में रहने वाला हिंदू समाज अल्पसंख्यक हो गया है, उसे सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए. इन भड़काऊ बयानों को लेकर दिल्ली पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

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