किसी ने गहने गिरवी रखे, कोई पिता को बचाने के लिए सुरंग में था, बाहर आए तो पता लगी असली कहानी
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग से बाहर निकलने के बाद श्रमिकों ने क्या-क्या बताया है? उस पिता की कहानी जिसने गहने गिरवी रखकर जुटाए 9000 रुपये, लेकिन रेस्क्यू तक बचे केवल 290 रुपए. कैसे वो आंखें गड़ाए सुरंग को 17 दिन देखते रहे?
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