जय श्री राम के नारे, मुस्लिमों की दुकान पर हमला, उत्तरकाशी का ऐसा हाल हो गया!
उत्तरकाशी के पुरोला का ये Video वायरल!

देश का एक राज्य है उत्तराखंड. देवभूमि कहते हैं इसे. याद नहीं आता कब ये हिन्दू-मुस्लिम की आग में झुलसा हो. एक प्यारा राज्य, खूबसूरत पहाड़, बढ़िया लोग. लेकिन, लगता है किसी की नजर सी लग गई है इसे भी. जो दशकों में नहीं हुआ, अब होता दिख रहा है. यहां का एक जिला है उत्तरकाशी. यहां के पुरोला में कुछ रोज पहले हिन्दू-मुसलमानों के बीच शुरू हुआ तनाव और बढ़ता नजर आ रहा है.
रविवार, 11 जून को कुछ वीडियो वायरल हुए. ये वीडियो पुरोला के बताए जा रहे हैं. इन वीडियो में कुछ लोग एक दुकान के बाहर तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं. हालांकि, दुकान बंद है, लेकिन इसके बावजूद भीड़ में शामिल लोग बंद दुकान के बाहर लाठियां डंडे चलाते हैं. ये दुकान कथित तौर पर एक मुस्लिम व्यापारी की बताई जा रही है. हालांकि, तोड़फोड़ के दौरान ही कुछ पुलिस वाले वहां पहुंचते हैं और उन लोगों को दुकान के पास से हटाते हैं.
15 जून तक का अल्टीमेटम दिया!आजतक से जुड़े ओंकार बहुगुणा की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुरोला में तनाव बढ़ने के बाद मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है. उनकी दुकानों पर पोस्टर लगाए गए हैं. लिखा है कि 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले दुकानें खाली कर दें. ये भी लिखा है कि देवभूमि रक्षा अभियान के तहत ये चेतावनी दी जा रही है. दुकानें खाली न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
आजतक के मुताबिक इस तरह की धमकियों के चलते मुस्लिम समुदाय में डर का माहौल है. तीन मुस्लिम व्यापारियों ने कथित तौर पर अपने कारोबार को समेटकर पुरोला छोड़ दिया है. हालांकि, पुलिस शांति बैठकों के जरिए दोनों समुदाय के बीच गतिरोध दूर करने की कोशिश कर रही है. साथ ही शांति व्यवस्था के लिए पुरोला में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
डिप्टी एसपी सुरेंद्र सिंह भंडारी ने आजतक से बातचीत में पुरोला छोड़ने की घटनाओं का खंडन किया है. डीएसपी ने बताया कि अगर कहीं दुकानें खाली करने का मामला होगा, तो यह स्वेच्छा से ही किया गया होगा. कुल मिलाकर हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं. पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के दुकानदारों से दुकानें खाली न करने की अपील भी की है.
किस घटना के बाद से ये बवाल मचा है?उत्तरकाशी जिले की पुरोला नगर पंचायत में बीते दिनों 2 युवकों पर एक स्थानीय दुकानदार की नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगा. इनमें एक युवक मुस्लिम और दूसरा हिन्दू है. कुछ स्थानीय युवकों ने उन दोनों युवकों और लड़की को रोक लिया था. लेकिन, इसके बाद पुरोला में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया, जो अब तक जारी है.
नोट: दी लल्लनटॉप को एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया है कि ये लड़की दुकानदार की बेटी नहीं है. उसके मुताबिक लड़की के माता-पिता नहीं हैं. वो अपने मामा के साथ रहती है और पुरोला की निवासी है. हम स्वतंत्र रूप से इन दोनों ही जानकारियों की पुष्टि नहीं करते.
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