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कार की विंडशील्ड पर FASTag नहीं लगाया, अब टोल पर अंजाम भुगतना पड़ेगा

NHAI ने कहा है कि जिन लोगों की विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगा है या जानबूझकर विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगाया है तो उन्हें टोल का दोगुना पैसा देना पड़ेगा. NHAI ने कहा कि विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगाने से टोल प्लाजा पर अनावश्यक देरी होती है, जिससे दूसरों को असुविधा होती है.

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NHAI Fastag update
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फास्टैग को लेकर नए नियम बनाए हैं. (फ़ोटो/आजतक)
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मनीषा शर्मा
18 जुलाई 2024 (Updated: 18 जुलाई 2024, 22:24 IST)
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पहले जब कार से सफ़र करते थे तो टोल प्लाज़ा पर रुक कर पैसे देते थे. कभी-कभी खुल्ले लेने के लिए रुकते थे. और फिर निकल जाते थे. बाद में FASTag आया. अब कार पर स्टीकर लगाना पड़ता है. पैसा अपनेआप आपके अकाउंट से उड़न छू हो जाता है. गलती से फास्टैग में पैसा ना रहे तो आपको ज़्यादा पैसा देना पड़ता था. और टोल वालों की बातें सुननी पड़ती थीं सो अलग. लेकिन अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फास्टैग को लेकर नए नियम बनाए हैं. NHAI ने कहा है कि जिन लोगों की विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगा है या जानबूझकर विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगाया है, उन्हें टोल का दोगुना पैसा देना पड़ेगा.

NHAI ने कहा कि विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगाने से टोल प्लाजा पर अनावश्यक देरी होती है, जिससे दूसरों को असुविधा होती है. अपनी एडवाइज़री में NHAI ने आगे कहा,

“नेशनल हाइवे पर जानबूझकर वाहन की विंडस्क्रीन पर फास्टैग नहीं लगाने से रोक लगाने के लिए, NHAI ने यह एडवाइज़री जारी की है. कई लोगों के पास फास्टैग होता है लेकिन वो विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं चिपकाते हैं. फिर भी फास्टैग लेन में प्रवेश लेते हैं. जानबूझकर विंडस्क्रीन पर फास्टैग न लगाने से टोल प्लाजा पर अनावश्यक देरी होती है. जिससे नेशनल हाइवे से जाने वाले लोगों को असुविधा होती है. फ्रंट विंडशील्ड पर फास्टैग न लगाए जाने पर दोगुना शुल्क देना पड़ेगा. इस बारे में सभी शुल्क वसूलने वाली कंपनियों को एक SOP जारी कर दिया गया है.”

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NHAI गाइडलाइन

NHAI ने एडवाइज़री में आगे बताया कि सभी टोल प्लाजा से कहा गया है कि जिन वाहनों के फास्टैग सही से नहीं चिपके हुए हैं, उनका CCTV फुटेज रिकॉर्ड किया जाए. जिसमें गाड़ी का नंबर भी दिखे. इससे वसूले गए शुल्क और टोल लेन में वाहन के बारे में उचित रिकॉर्ड बनाए रखने में मदद मिलेगी.

NHAI ने बताया कि देशभर में नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे के लगभग 45,000 किलोमीटर के लिए करीब 1,000 टोल प्लाजा उपलब्ध हैं, जहां उपयोगकर्ता शुल्क एकत्र किया जाता है.

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