महाकुंभ के पहले ही संगम स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु, 50 लाख लोगों ने किया स्नान, पुष्प वर्षा की तैयारी
Mahakumbh 2025: रविवार, 12 जनवरी को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी ली. इससे पहले शनिवार को भी 33 लाख श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया था. बता दें कि महाकुंभ 2025 की भव्य शुरुआत पौष पूर्णिमा के दिन सोमवार, 13 जनवरी से हो रही है.

पवित्र महाकुंभ के प्रथम स्नान के एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम स्नान कर पुण्य लाभ कमाया (Mahakumbh 2025). रविवार, 12 जनवरी को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी ली. इससे पहले शनिवार को भी 33 लाख श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया था. बता दें कि महाकुंभ 2025 की भव्य शुरूआत पौष पूर्णिमा के दिन सोमवार, 13 जनवरी से हो रही है. इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने का अनुमान है.
महाकुंभ में ‘अखाड़ों’ का प्रवेशइंडिया टुडे से जुड़े कुमार अभिषेक की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 जनवरी को बड़ी संख्या में साधु-संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई. इसके साथ ही महाकुंभ में भाग लेने वाले 13 अखाड़े अपने भव्य जुलूस के साथ कुंभ प्रवेश कर चुके हैं. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर अमृत स्नान पर सभी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान करेंगें.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान विभाग ने भी श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की पूरी तैयारी कर ली है. कुंभ मेला के उद्यान प्रभारी वी के सिंह ने बताया कि गुलाब की पंखुड़ियों को हेलीकॉप्टर के जरिए संगम क्षेत्र के 4000 हेक्टेयर के मेला क्षेत्र के ऊपर बरसाया जाएगा. प्रत्येक स्नान पर्व पर लगभग 20 कुंतल गुलाब की पंखुड़ियां से वर्षा की जानी है.
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देश-दुनिया से आए टूरिस्टइसके अलाना पर्यटन विभाग ने कुंभ देखने के लिए सोमवार से एक विशेष हेलीकॉप्टर यात्रा शुरू करने की घोषणा की है. जिसका किराया 1,296 रुपये होगा. महाकुंभ के लिए प्रयागराज में देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से टूरिस्ट आए हैं. जिनमें Apple के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी शामिल हैं.
बताते चलें कि महाकुंभ में पांच प्रमुख स्नान होंगे, जिसकी शुरूआत सोमवार यानी पौष पूर्णिमा से होगी. इसके बाद शाही या अमृत स्नान के रूप में जाने जाने वाले तीन अनुष्ठान होंगे. जिनमें से एक मंगलवार, 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा. इसके बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर शाही या अमृत स्नान होंगे. इसके बाद 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर एक प्रमुख स्नान होगा और आखिरी स्नान महा शिवरात्रि पर होगा, जो 26 फरवरी को है.
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