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बलूचिस्तान में ISI एजेंट की गोली मारकर हत्या, कुलभूषण जाधव को किडनैप करवाया था

Mufti Shah Mir Murder: भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी Kulbhushan Jadhav को ईरान से अगवा करवाने में ISI की मदद करने वाले आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. बाइक सवार हमलावरों ने मुफ्ती शाह मीर को कई गोलियां मारी. जिससे उसकी मौत हो गई.

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Mufti Shah Mir Shot Dead pakistan isi kidnapping Kulbhushan Jadhav india
मुफ्ती शाह मीर ने जाधव को अगवा करवाने में मदद की थी (फोटो-X)
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अर्पित कटियार
9 मार्च 2025 (Published: 08:28 AM IST) कॉमेंट्स
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पाकिस्तान के बलूचिस्तान में कुछ अज्ञात हमलावरों ने मुफ्ती शाह मीर की गोली मारकर हत्या कर दी (Mufti Shah Mir Shot Dead). मुफ्ती शाह मीर ने भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को ईरान से अगवा करवाने में ISI की मदद की थी. ये हमला उस वक्त हुआ, जब शाह मीर, तुर्बत की एक स्थानीय मस्जिद से नमाज अदा करके बाहर निकल रहा था. तभी पहले से घात लगाए हमलावरों ने उसपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. शाह मीर को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.

पहले भी हो चुका था हमला

पाकिस्तानी मीडिया संस्थान डॉन के मुताबिक, बाइक सवार हमलावरों ने मुफ्ती शाह मीर को कई गोलियां मारीं. जिससे उसकी मौत हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक, वह इस्लामी कट्टरपंथी संगठन ‘जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम’ का सदस्य था. इससे पहले भी उस पर दो बार जानलेवा हमला किया गया था. शाह मीर पर मानव और हथियारों की तस्करी के मामले दर्ज थे. हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया ने उसे बलूचिस्तान और तुर्बत का धार्मिक विद्वान बताया है.

शाह मीर को पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के मेंबर और सीनियर नेता मौलाना फजलुर्रहमान का करीबी माना जाता था. वहीं, ये भी दावा किया जाता है कि शाह ने बलूचिस्तान में धार्मिक चरमपंथ फैलाने में अपनी भूमिका निभाई थी. वह पाक की खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट के तौर पर काम करता था.

ये भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव केस: भारत और पाकिस्तान दोनों अपनी-अपनी जीत क्यों बता रहे हैं?

जाधव को अगवा करवाने में भूमिका

मार्च 2016 में, जाधव को ईरान-पाकिस्तान सीमा से अगवा कर लिया गया था. इस घटना को ‘जैश अल-अदल’ के मुल्ला उमर ईरानी के नेतृत्व वाले एक समूह ने अंजाम दिया था. मुफ्ती शाह मीर ने इस साजिश में अपनी भूमिका निभाई थी. बाद में मुल्ला उमर ने जाधव को शाह मीर समेत कई मध्यस्थों के जरिए पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया था. बताया जा रहा है कि नवंबर 2020 में ईरानी को भी उसके दो बेटों के साथ तुर्बत में कथित तौर पर ISI ने मार दिया था. इसी तरह शाह मीर को लेकर भी ये कयास लगाए जा रहे हैं कि ISI के गुर्गों ने पिछले कुछ समय से चल रहे आंतरिक संघर्ष में उसे भी मार दिया.

वीडियो: अब कुलभूषण जाधव अपनी फांसी के फैसले के खिलाफ अपील कर सकेंगे!

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