जूनागढ़: 'बवाल करने वालों' को दरगाह के सामने ले गए फिर बेल्ट से पीटा, Video Viral
हिंसा के दौरान कम से कम 174 लोगों को हिरासत में लिया गया.

गुजरात के जूनागढ़ में दरगाह हटाने के नोटिस पर हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई. कम से कम 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. दरगाह के कथित 'अवैध निर्माण' को लेकर स्थानीय प्रशासन ने नोटिस जारी किया था. इसके बाद 16 जून को लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया. अब घटना से जुड़ा एक और वीडियो सामने आया है. जिस दरगाह को लेकर विवाद हुआ, उसी के सामने कुछ आरोपियों को खड़ा किया गया और दो लोग उन्हें पट्टे से पीटते दिख रहे हैं.
आज तक से जुड़ीं गोपी घांघर की रिपोर्ट के मुताबिक, देर रात झड़प के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें दरगाह के सामने ले जाकर पीटा गया. वीडियो में कुल सात लोग दिख रहे हैं जिन्हें दो लोग पीट रहे हैं. पीटने वाले दोनों व्यक्ति चेहरे को कपड़े से ढके हुए दिख रहे हैं. हालांकि इस वीडियो पर अभी पुलिस का कोई जवाब नहीं आया है.
इस वीडियो को लेकर कई लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्विटर पर लिखा,
"अब गुजरात की पुलिस को अदालतों से कोई लेना देना नहीं है वो सीधे चौराहे पर सज़ा देती है, खुलेआम पीटती है और आरोपी घोषित कर देती है, कोई जांच नहीं कोई तफ्तीश नहीं. ये जूनागढ़ का वीडियो है, गुजरात पुलिस क्या यही है संविधान का पालन??"
रिपोर्ट के अनुसार, 16 जून को जब प्रशासन नोटिस लगाने पहुंचा तो वहां लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद मामला पुलिस के साथ झड़प में बदल गया. भीड़ ने जिले के मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी पर जमकर तोड़फोड़ कर दी और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इसके साथ ही पुलिस चौकी पर पत्थरबाजी भी की गई. पुलिस ने भी भीड़ पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसा के दौरान कम से कम 174 लोगों को हिरासत में लिया गया.
जूनागढ़ के SP रवि तेजा वासमसेट्टी ने दावा किया कि फिलहाल इलाके में शांति है. एसपी के मुताबिक,
"मजेवड़ी दरवाजा के पास एक दरगाह को 5 दिनों के भीतर दस्तावेज पेश करने का नोटिस दिया गया था. शुक्रवार रात वहां करीब 500-600 लोग जमा हुए थे. पुलिस उन्हें सड़क जाम नहीं करने के लिए समझा रही थी. लेकिन रात करीब 10.15 बजे लोग पुलिस पर हमला करने लगे और पथराव किया गया."
वहीं, नोटिस देने वाले सीनियर टाउन प्लानिंग ऑफिसर बिपिन गामित ने बताया कि सबूत के कागजात पांच दिनों में देने को कहा गया था. उन्होंने कहा कि अभी तोड़-फोड़ की बात ही नहीं थी. जूनागढ़ में आठ जगहों पर ये नोटिस दी गई थी. इन जगहों में दो हनुमान मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल भी शामिल हैं.
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