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'भारत ने मिसाइलें तान दी थीं', अजय बिसारिया ने अपनी किताब में और क्या खुलासे किए?

पाकिस्तानी सेना ने कई देशों से मदद मांगते हुए कहा था कि 'भारत ने उसकी तरफ 9 मिसाइलें तान दी हैं, जो कभी भी लॉन्च हो सकती हैं.' इसके बाद उन देशों ने भारत में अपने विशेष दूत भेजने की पेशकश की थी.

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अजय बिसारिया (फोटोसोर्स- आजतक)
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शिवेंद्र गौरव
9 जनवरी 2024 (Updated: 9 जनवरी 2024, 12:58 PM IST) कॉमेंट्स
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भारत के पूर्व राजनयिक अजय बिसारिया की एक किताब (Ajay Bisaria Book) आ रही है. इसमें उन्होंने भारत के बालाकोट हमलों (Balakot Air Strike) के बाद की कूटनीतिक स्थिति को लेकर कई खुलासे किए हैं. किताब में लिखा है कि बालाकोट हमलों के बाद, पाकिस्तान (pakistan) ने कई देशों से मदद मांगते हुए कहा था कि ‘भारत ने उसकी तरफ 9 मिसाइलें तान दी हैं, जो कभी भी  लॉन्च हो सकती हैं.’ इसके बाद उन देशों ने भारत में अपने विशेष दूत भेजने की पेशकश की थी. चीन (china) ने भी कहा था कि वह तनाव कम करने के लिए भारत और पाकिस्तान में अपने डिप्टी मिनिस्टर को भेज सकता है, लेकिन भारत सरकार ने उसका ये प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था.

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बिसारिया ने क्या-क्या लिखा?

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले (pulwama terror attack) के बाद, जवाब में 26 फरवरी, 2019 को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंपों पर एयर स्ट्राइक किया था. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और बिगड़ गए थे. अजय बिसारिया उस वक़्त, पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त के पद पर थे. न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, उन्होंने रूपा पब्लिकेशन द्वारा छपी गई अपनी किताब 'Anger Management: The Troubled Diplomatic Relationship Between India and Pakistan' में कुछ और रोचक और महत्वपूर्ण घटनाओं के ब्योरे दिए हैं. उन्होंने लिखा है कि वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को वापस लाने के लिए भारत, वायु सेना का एक विमान पाकिस्तान जाने को तैयार था. लेकिन पाकिस्तान सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया.

बिसारिया अपनी किताब में लिखते हैं,

"हम उन्हें लेने के लिए एयरफ़ोर्स का एक एयरक्राफ्ट भेजने को तैयार थे. लेकिन पाकिस्तान ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया. पिछले तीन दिन में जो भी कुछ हुआ था, उसके बाद इस्लामाबाद में भारतीय विमान का उतरना, निश्चित तौर पर पाकिस्तान के लिए स्वीकार्य नहीं था."

बता दें कि बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी हवाई हमले शुरू किए थे. उसके एक दिन बाद यानी 27 फरवरी, 2019 को वर्धमान ने एक पाकिस्तानी जेट को मार गिराया था. इसके बाद उनके मिग 21 बाइसन जेट पर हमला हुआ था. और उनका फाइटर जेट गिर गया था. वर्धमान अब वायु सेना में ग्रुप कैप्टन हैं.

अजय कहते हैं कि बालाकोट के बाद कई देशों ने अपने खास दूत भेजने की कोशिश की, लेकिन इसकी जरूरत नहीं थी. वे कहते हैं,

''यहां तक ​​कि चीन भी पीछे नहीं रहा. उसने कहा कि वह तनाव कम करने के लिए दोनों देशों में अपने डिप्टी मिनिस्टर को भेज सकता है. भारत ने विनम्रता से इस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया."

बिसारिया ने किताब में बताया है कि बालाकोट में भारत के हवाई हमलों के अगले दिन, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के राजदूतों को पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने एक ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तानी सेना से मिले के मैसेज के बारे में बताया था.

इस मैसेज में कहा गया था,

“भारत ने नौ मिसाइलें पाकिस्तान की तरफ़ तैनात की हैं. जिन्हें किसी भी वक़्त लॉन्च किया जा सकता है. तहमीना जंजुआ ने सभी राजदूतों से अनुरोध किया कि वे इस खुफिया जानकारी को अपने-अपने देशों में रिपोर्ट करें और भारत से बात और आगे न बढ़ाने के लिए कहें. सभी ने अपने देशों में तुरंत इसकी सूचना दी. उस रात इस्लामाबाद, नई दिल्ली और P5 देशों की राजधानियों में राजनयिक गतिविधियां तेज हो गई थीं.”

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों, रूस, UK, USA, चीन और फ्रांस को P5 देश कहा जाता है.

बिसारिया कहते हैं,

"राजदूतों में से एक की सिफारिश थी कि पाकिस्तान को अपनी चिंताएं सीधे भारत को बतानी चाहिए. आधी रात को मुझे नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद (जो अब इस्लामाबाद में हैं), का फोन आया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान, प्रधानमंत्री मोदी से बात करना चाहते हैं."

बिसारिया आगे कहते हैं,

"मैंने ऊपर जाकर देखा और जवाब दिया कि हमारे प्रधानमंत्री इस वक़्त उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन अगर इमरान खान को कोई जरूरी संदेश देना है तो वह निश्चित रूप से मुझे बता सकते हैं. लेकिन मुझे उस रात कोई कॉल नहीं आई."

बिसारिया कहते हैं,

''दिल्ली में अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूत रातों-रात भारत के विदेश सचिव के पास गए और दावा किया कि पाकिस्तान, अब स्थिति की गंभीरता को कम करने, भारत के डोजियर पर कार्रवाई करने और आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से एड्रेस करने के लिए तैयार है. पाकिस्तान के पीएम खुद ये घोषणा करेंगे और अगले दिन पायलट को भारत लौटा दिया जाएगा."
Mr Bisaria says "Pakistan's PM would himself make these announcements and the pilot would be returned to India the next day.

बिसारिया के मुताबिक, भारत की "coercive diplomacy" (जबरन या धमकी देकर काम करवाने की कूटनीति) प्रभावी रही है. संकट को कम करने के लिए भारत की पाकिस्तान और बाकी दुनिया से उम्मीदें स्पष्ट थीं. प्रधानमंत्री मोदी ने बाद में एक भाषण में कहा था कि, "सौभाग्य से, पाकिस्तान ने घोषणा की कि पायलट को भारत वापस भेजा जाएगा. वरना यह क़त्ल की रात होती."

बिसारिया के मुताबिक,

"इमरान खान ने चीन से कहा कि उसे इस्लामाबाद का साथ देना चाहिए क्योंकि अमेरिका ने चीन के खिलाफ जाकर भारत का साथ देने का फैसला किया है, लेकिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने घोषणा की कि चीन, भारत के खिलाफ जाकर पाकिस्तान का साथ नहीं देगा."

बिसारिया कहते हैं,

"राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इमरान खान को सलाह दी थी कि भारत के साथ रिश्तों को लेकर अमेरिका ही पाकिस्तान की मदद कर सकता है."

बिसारिया के मुताबिक, जिनपिंग ने इमरान खान से ये भी कहा कि अमेरिका के साथ-साथ अफगानिस्तान के साथ भी समझौता करना पाकिस्तान के हित में होगा.

वीडियो: दुनियादारी: बालाकोट स्ट्राइक के बाद भारत-पाकिस्तान परमाणु युद्ध करने वाले थे, पूरी कहानी क्या है?

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