ICICI बैंक में अकाउंट है? अगर हां, तो ज़ोर का झटका बहुत ज़ोर से लगने वाला है
कैश जमा करवाना और निकालना भारी पड़ने वाला है.

ICICI बैंक. प्राइवेट बैंकों में शुमार काफी बड़ा बैंक. इतना बड़ा कि बड़े-बड़े नियम भी निकालने लगा. नियम जिन्हें जानकर आपको बड़ा सा झटका लगेगा. बहुत घूमाऊ हो गया न, चलिए सीधी भाषा में समझाते हैं.
देखिए. बैंक ने एक नया नियम निकाला है, 'ज़ीरो बैलेंस' अकाउंट होल्डर्स के लिए. नियम ये है कि बैंक की किसी भी ब्रांच से कैश निकालने और जमा करने पर 100 से 125 रुपए का शुल्क लगेगा. ग्राहकों को हर ट्रांजैक्शन के लिए ये चार्ज देना होगा. अगर कस्टमर अपने 'ज़ीरो बैलेंस' अकाउंट में मशीन के जरिए भी पैसे जमा करता है, तब भी शुल्क देना होगा. ये रूल 16 अक्टूबर से लागू होगा. बैंक ने 13 सितंबर के दिन एक बयान जारी किया. जिसमें ये कहा,
'हम हमारे ग्राहकों को बैंकिंग ट्रांजैक्शन डिजिटल मोड में करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं. इससे डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा.'
बैंक ने डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए एक और कदम उठाया है. मोबाइल बैंकिंग या डिजिटल बैंकिंग के जरिए होने वाले NEFT, RTGS और UPI ट्रांजैक्शन्स पर लगने वाले सभी शुल्कों को खत्म कर दिया है.
मौजूदा टाइम में 10 हज़ार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक के NEFT ट्रांजैक्शन में 2.25 रुपए से लेकर 24.75 रुपए (जीएसटी मिलाकर) तक का एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है. RTGS ट्रांजैक्शन की अगर बात करें, तो 2 लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक के लेन-देन में 20 रुपए से 45 रुपए (जीएसटी मिलाकर) तक का एक्स्ट्रा चार्ज लगता है.
बैंक ने अपने 'ज़ीरो' बैलेंस अकाउंट होल्डर्स से अपील की है कि वो अपना खाता किसी दूसरे बेसिक खाते में चेंज कर दें. और अगर वो ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो अपना अकाउंट बंद कर दें.
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