गूगल प्ले स्टोर से हटाए गए लोन देने वाले ऐप्स से लोन लेने वालों का क्या होगा?
क्या उन्हें पैसा वापस नहीं करना होगा?
गूगल ने अपने प्ले स्टोर से उन सभी लोन देने वाले ऐप्स को हटा दिया है जो नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे. (सांकेतिक फोटो)
डेविड
16 जनवरी 2021 (Updated: 16 जनवरी 2021, 01:01 PM IST)
लोन देने वाले ऐप्स की मनमानी को लेकर लंबे समय से चिंताएं जताई जा रही हैं. गूगल ने अपने प्ले स्टोर से उन सभी ऐप्स को हटा दिया है, जो नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे. हालांकि गूगल ने ये नहीं बताया है कि उसने कुल कितने लोन ऐप को प्ले स्टोर से हटाया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, फिनटेक एक्सपर्ट श्रीकांत एल ने बताया कि इस तरह के 118 ऐप्स प्ले स्टोर से हटाए गए हैं.
ऐप्स हट गए तो क्या होगा?
ये खबर आने के बाद इस तरह के ऐप से लोन लेने वाले कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्हें अब लोन नहीं चुकाना होगा. लेकिन ये सोचना ठीक उसी तरह है कि दिन में आंख बंद करने से आप ये सोचें कि रात हो गई है.
#किसी ऐप को ब्लॉक करने के तरीक़े होते हैं. पहला होता है कि उसको गूगल और ऐपल के ऐप स्टोर्स से ग़ायब कर दिया जाए. और दूसरा है कि टेलीकॉम और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) को निर्देश दिए जाएं की फ़लानी ऐप को ब्लॉक कर दो. जब तक ISP को नहीं कहा जाएगा ब्लॉक करने को, तब तक ऐप चलता रहेगा.
#ये भी देखा गया है कि ऐसे कई ऐप्स देश के बाहर से ऑपरेट हो रहे हैं. इनके सर्वर विदेशों में हैं. ऐसी भी खबरें आईं कि सरकार के पास इस बात की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि इस तरह के कितने मनी लेंडिंग ऐप्स हैं, जो विदेशों से चलाए जा रहे हैं. इस तरह के ऐप्स में चूंकि सबकुछ ऑनलाइन होता है, ऐसे में निगरानी करने वाली एजेंसियों से ये बच जाती हैं.
#फिलहाल गूगल प्ले स्टोर से जो ऐप बैन किए हैं वो उन लोगों के मोबाइल में चलते रहेंगे. हां ये जरूर है कि नए लोग इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड नहीं कर पाएंगे. हालांकि इन ऐप्स को अन्य प्लेटफॉर्म से डाउनलोड किया जा सकता है.
# कई मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि जिन ऐप्स को गूगल ने अपने प्ले स्टोर से हटाया है बाद में वो फिर से प्ले स्टोर पर आ गए हैं.क्योंकि उन्होंने गूगल की शर्तों के हिसाब से अपनी पॉलिसी बदली और फिर से प्ले स्टोर पर आ गए.
तो ये सोचना कि किसी ऐप के गूगल प्ले स्टोर से हट जाने भर से आप लोन चुकाने से मुक्त हो गए गलत होगा.
RBI का नियम क्या है?
आरबीआई ने इस साल 24 जून को ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप्स को लेकर गाइडलाइंस जारी की थी. इसके मुताबिक-
# जो भी ऐप लोन दे रहा है, उसे अपनी एनबीएफसी के बारे में डिटेल जानकारी कस्टमर को देनी होगी. पैसे कस्टमर को किस बैंक या गैर बैंकिंग संस्थान से दिए जा रहे हैं, इसकी पूरी जानकारी दी जाएगी.
# लोन सेंक्शन करने के बाद एनबीएफसी या बैंकिंग संस्था को एक सेंक्शन लेटर लोन लेने वाले को भेजना पड़ेगा. जिसमें लोन की रकम और शर्तों की जानकारी होगी. इस पर हामी भरने के बाद ही लोन की प्रक्रिया पूरी की जाए.
# किसी भी डिजिटल प्लैटफॉर्म के लिए वह एनबीएफसी या बैंक पूरी तरह से जिम्मेदार होगा, जिसके जरिए इसे चलाया जा रहा है. किसी भी तरह की गड़बड़ी की जिम्मेदारी ऐसी एनबीएफसी या बैंक पर ही होगी.
इन ऐप्स से लोन लेने वालों का क्या होगा?
लोन लिया है तो चुकाना पड़ेगा. लोन देने वाले ऐप्स पैसा देने से पहले कुछ शर्तों को लेकर आपकी परमिशन मांगते हैं. उनकी शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं. सिर्फ इन ऐप्स के किसी एक प्लेटफॉर्स से हट भर जाने से आप लोन चुकाने से नहीं बच सकते. लोन देने वाले ऐप्स आपसे लोन की रिकवरी कर सकते हैं. लेकिन ऐसा करने के लिए आपके साथ गाली-गलौच, मारपीट या धमकी नहीं दे सकते. किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती नहीं कर सकते. किसी तरह की संपत्ति जब्त नहीं कर सकते. रिश्तेदार या करीबी लोगों को परेशान नहीं कर सकते.
अगर रिकवरी एजेंट किसी प्रकार की धमकी देते हैं या गाली-गलौच करते हैं तो धमकी देने, गाली-गलौच करने, मारपीट करने या किसी भी प्रकार से परेशान करने वाले के खिलाफ आप पुलिस से शिकायत दर्ज करा सकते हैं. कंज्यूमर फोरम में भी सबूतों के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं. अपनी शिकायत लेकर आप बैंकों के मुखिया RBI के पास भी जा सकते हैं.