'सिद्धू मूसेवाला गोली से न मरे तो ग्रेनेड से उड़ा देना', पकड़े गए शूटर्स ने सुनाई पूरी कहानी
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गोली चलाने के आरोपी 3 शूटर्स को दिल्ली पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया

‘सिद्धू मूसेवाला अगर AK-47 की गोली से न मरे तो हैंड ग्रेनेड लेकर जाओ, उसकी गाड़ी ही उड़ा देना, लेकिन इस बार बचना नहीं चाहिए.’
ये कहना था कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का. 29 मई को सिद्धू मूसेवाला के अपने घर से निकलने के बाद ये बात गोल्डी ने अपने शूटर्स से कही थी. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder) में कथित तौर पर शामिल 3 शूटर्स को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन्हीं शूटर्स ने हत्या की पूरी कहानी पुलिस को सुनाई है.
दिल्ली पुलिस ने गुजरात से की गिरफ्तारीआजतक से जुड़े अरविंद कुमार ओझा के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर को लेकर सोमवार, 20 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें बताया गया कि मूसेवाला की हत्या के बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम इस मामले पर काम कर रही थी. 6 शूटर्स की पहचान की गई थी. इनमें से ही 3 को गुजरात (Gujarat) के मुंद्रा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों को सोमवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों को 4 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया.
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए शूटर्स में से एक का नाम प्रियव्रत फौजी है. फौजी हरियाणा का गैंगस्टर है. फौजी हरियाणा के सोनीपत जिले के गढ़ी सिसाना का रहने वाला है. दिल्ली पुलिस ने आगे बताया कि 26 साल का प्रियव्रत फौजी मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल की गई कारों से निकलते हुए फतेहाबाद के एक पेट्रोल पंप पर देखा गया था. पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर इसकी पहचान की गई थी.
प्रियवत फौजी शूटर्स का हेडदिल्ली पुलिस ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रियव्रत फौजी शूटर्स के एक मॉड्यूल को लीड कर रहा था. मूसेवाला के मर्डर के समय वह गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था. फौजी इससे पहले भी हत्या के 2 मामलों में शामिल रहा है. यह दोनों केस सोनीपत के ही हैं.
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दूसरे शूटर का नाम कशिश कुलदीप है. 24 साल का कुलदीप हरियाणा के झज्जर जिले के सज्यान पाना गांव का रहने वाला है. इसे भी घटना के पहले फतेहगढ़ के पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था. यह 2021 में हरियाणा के झज्जर में हुई एक हत्या में भी शामिल है.
स्पेशल सेल की गिरफ्त में आए तीसरे शूटर का नाम केशव कुमार है. 29 साल का केशव पंजाब के भटिंडा जिले के आवा बस्ती का रहने वाला है.
गोल्डी बराड़ ने कहा था ग्रेंड से मूसेवाला को उड़ा देनादिल्ली पुलिस के मुताबिक तीनों शूटर्स ने पूछताछ के दौरान बताया कि कनाडा से गोल्डी बराड़ ने साफ आदेश दिया था कि अगर AK-47 या दूसरे हथियारों से भी मूसेवाला को मारने का प्लान सफल नही हो पाए तो हैंड ग्रेनेड से मूसेवाला की गाड़ी ही उड़ा देना. यानी किसी हाल में मूसेवाला बचना नहीं चाहिए.
पकड़े गए शूटर्स ने बताया कि इसीलिए वे मूसेवाला को मारने के लिए हैंड ग्रेनेड भी साथ लेकर गए थे. इनके मुताबिक हत्याकांड में इस्तेमाल हथियार गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर विदेश से मंगवाए गए थे.
9 वीं बार में ऑपरेशन सफल हुआदिल्ली पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला को 9 बार मारने की कोशिश की गई थी. लेकिन मूसेवाला 8 बार इसलिए बच गए क्योंकि वे बुलेट प्रूफ गाड़ी में सवार थे और हथियारों से लैस कमांडो उनके साथ थे.
तीनों शूटर्स ने ये भी बताया कि हत्या वाले दिन रेकी करने वाले केकड़ा और निक्कू ने पहले गोल्डी बराड़ और सचिन बिश्नोई को वीडियो कॉल की थी. और उन्हें बताया था कि मूसेवाला बिना बुलेट प्रूफ कार के घर से निकले हैं. इसके बाद गोल्डी ने तुरंत प्रियव्रत फौजी को फोन कर हमला करने को कहा.
मूसेवाला को मारने के लिए 2 मॉड्यूल एक्टिव थेदिल्ली पुलिस ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी बताया कि मर्डर में 2 मॉड्यूल एक्टिव थे. दोनों गोल्डी बराड़ के संपर्क में थे. एक मॉड्यूल के 4 लोग बोलेरो गाड़ी में सवार थे. यह गाड़ी गिरफ्तार किया गया कशिश कुलदीप चला रहा था. इस मॉड्यूल को प्रियवत लीड कर रहा था. इस गाड़ी में गैंगस्टर अंकित सिरसा भी बैठा हुआ था.
दूसरा मॉड्यूल कोरोला गाड़ी में सवार था. इस कार को केशव चला रहा था. इसमें जगदीप रूपा और मनप्रीत बैठे हुए थे. कोरोला कार ने सिद्धू मूसेवाला की कार को ओवरटेक किया था, जिसके बाद सबसे पहले मनप्रीत मन्नू ने एके-47 से मूसेवाला के ऊपर फायरिंग की थी.