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2 करोड़ का 'ब्लड मनी' देने के बाद भी नहीं लौटे बलविंदर, सऊदी अरब में सिर कलम होने वाला था

जून 2022 में ही सऊदी कोर्ट से मिल गई थी रिहाई, फिर कहां हैं बलविंदर?

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Balwinder Singh of Muktsar did not return even after paying 2 crore blood money
बलविंदर को कोर्ट ने जून 2022 में ही रिहा कर दिया था. (साभार - ट्विटर/सउदी सरकार)
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पुनीत त्रिपाठी
19 जुलाई 2023 (Updated: 19 जुलाई 2023, 06:16 PM IST)
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पंजाब के मुक्तसर शहर के बलविंदर सिंह 10 साल से घर नहीं लौटे हैं. वो सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. वो भी तब, जब एक साल पहले उनके परिवार ने ‘ब्लड मनी’ के तौर पर सऊदी सरकार को 2 करोड़ रुपये दे दिए थे. दरअसल बलविंदर 2008 से सऊदी में काम कर रहे थे. 2013 में एक सऊदी नागरिक से झड़प में उनके हाथों हत्या हो गई. परिवार का दावा है कि बलविंदर ने सेल्फ-डिफेंस में ये कदम उठाया था.

इसके बाद कोर्ट-कचहरी हुई. सऊदी की एक कोर्ट ने फैसला सुनाया. इसमें कहा गया कि या तो मृतक के परिवार को ब्लड मनी के तौर पर 2 करोड़ रुपये दो, या फिर बलविंदर का सिर कलम कर दिया जाएगा. बलविंदर ने कोर्ट में अर्जी लगाई कि उनके पास ये रकम नहीं है और डोनेशन से इस राशि का प्रबंध करने के लिए उन्हें वक्त दिया जाना चाहिए. कोर्ट ने उन्हें 15 मई 2022 तक का समय दिया था.

ब्लड मनी यानी वो पैसे जो किसी मृत के परिवार को चुकाया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बलविंदर सऊदी में जिस कंपनी के लिए काम करते थे, उसने 40 लाख रुपये देने की बात कही थी. परिवार ने पब्लिक से डोनेशन के रूप में बाकी पैसे जुटा लिए और सऊदी सरकार तक जैसे-तैसे पहुंचा दिए.

ट्रिब्यून इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी की कोर्ट को जून 2022 में पैसे मिल गए थे और कोर्ट ने बलविंदर को रियाद के जेल से रिहा कर दिया था. हालांकि, उसके बाद बलविंदर घर नहीं लौटे हैं. उनके परिवार का कहना है कि उन्हें जेल से निकालकर एक पुलिस स्टेशन में रख दिया गया है. बलविंदर के भाई हरदीप कहते हैं,

'हमने ब्लड मनी चुका दी है, पर उसके बाद भी बलविंदर को वहां एक कोतवाली में रखा जा रहा है. उन्होंने हमसे एक महीने पहले फोन पर बात की थी. उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास घर लौटने में उनकी मदद नहीं कर रहा है.

हमने सऊदी अरब में स्थित भारतीय दूतावास को कई सारे ईमेल्स भेजे हैं. पर हमें अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. पहले दूतावास में एक अधिकारी से हमारी बात होती थी. पर अब उनका तबादला हो गया है. हम केंद्र सरकार से हमारी मदद करने की अपील करते हैं.'

बलविंदर के परिवार की बात करें तो उनके एक भाई और एक बहन है. उनके पिता की 2018 में और मां की 2022 की शुरुआत में मौत हो गई थी. 

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