The Lallantop
Advertisement

क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में नवाब मलिक ने NCB के गवाहों पर सवाल उठाए, दो फोटो जारी कर पूछा कौन हैं ये?

पूछा यह 'लेडी डॉन' कौन है?

Advertisement
Img The Lallantop
तस्वीर में फ्लेचर पटेल के साथ (बाएं) यासमीन वानखेड़े और (दाएं) समीर वानखेड़े. (फोटो, मंत्री नवाब मलिक के ट्विटर हैंडल से ली गई है)
font-size
Small
Medium
Large
16 अक्तूबर 2021 (Updated: 16 अक्तूबर 2021, 12:48 IST)
Updated: 16 अक्तूबर 2021 12:48 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
नवाब मलिक. NCP के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री. क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में वह NCB की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठा रहे हैं. शनिवार 16 अक्टूबर को उन्होंने नया आरोप लगाया. कहा कि NCB के गवाह फिक्स हैं. इन्हीं फिक्स गवाहों के जरिए NCB फर्जी केस बनाती है. ट्वीट कर फ्लेचर पटेल नाम के एक व्यक्ति की जानकारी दी जो कथित तौर पर NCB ज़ोनल डायरेक्टर सचिन वानखेड़े का क़रीबी है और इस मामले में गवाह है. नवाब मलिक ने ट्वीट किया कि वे NCB की करतूतों का पर्दा फाश करेंगे. इस बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, नहीं बल्कि ट्विटर के माध्यम से ऐसा करेंगे. इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कौन है फ्लेचर पटेल? उसका NCB और उसके ऑफिशियल के साथ क्या संबंध है? इसके बाद फ्लेक्चर पटेल की 2 तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह है फ्लेचर पटेल. तस्वीर में पटेल, सैनिक फेडरेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सचिन वानखेड़े का स्वागत करते दिख रहे हैं. इसके बाद एक और तस्वीर आती है, जिसमें फ्लेचर पटेल एक महिला के साथ दिखते हैं. यह तस्वीर इंस्टाग्राम से ली गई है और उसका कैप्शन है - "विद माय लेडी डॉन." तस्वीर साझा करते हुए मंत्री मलिक लिखते हैं, यह 'लेडी डॉन' कौन है? जानकारी के मुताबिक़, महिला यासमीन वानखेड़े हैं,‌ जो NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की बहन हैं. क्रिमिनल लॉयर, पत्रकार और वानखेड़े लीगल सल्यूशन नाम की एक लीगल फ़र्म और एक NGO चलाती हैं. ट्वीट्स की इस श्रृंखला पर विराम लगाते हुए, मंत्री 3 पंचनामों की स्कैन्ड फोटो साझा करते हैं और पूछते हैं,
"फ्लेचर पटेल #NCB के अधिकारी समीर वानखेड़े और उनके परिवार का दोस्त है. मैंने 3 अलग-अलग पंचनामा प्रस्तुत किए हैं, जहां फ्लेचर पटेल पंच है. प्रश्न उठता है, क्या एनसीबी अधिकारी के किसी मित्र को पंच बनने की अनुमति दी जा सकती है? क्या क़ानूनी रूप से इसकी अनुमति है?

वानखेड़े ने क्या कहा?

एनसीबी के दफ़्तर के बाहर, कुछ पत्रकारों ने इन आरोपों पर सचिन वानखेड़े की प्रतिक्रिया पूछी. एनसीबी ज़ोनल डायरेक्टर ने कहा,
"मेरी शुभकामनाएं! सत्यमेव जयते!" 
वहीं फ्लेचर पटेल ने कहा है कि मुझे गवाह बनने के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है. मैं ड्रग्स के खिलाफ NCB अभियान का समर्थन कर रहा हूं. नवाब मलिक इस कोशिश को पटरी से उतार रहे हैं. जानकारी के मुताबिक़, पटेल एक रिटायर्ड सैनिक हैं और सैनिक फेडरेशन नाम की एक एनजीओ के अध्यक्ष हैं.

मुद्दे पर और क्या राजनीति हो रही है?

भाजपा नेता राम कदम ने नवाब मलिक के आरोपों पर कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ड्रग पेडलरों को बचा रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि शरद पवार से लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तक, सभी लोग NCB के पीछे क्यों पड़े हुए हैं? समीर वानखेडे के सपोर्ट में कदम ने कहा,
"समीर अच्छा काम कर रहे हैं. शहर से ड्रग्स साफ करना ही उनके विरोध का कारण बन रहा है. महाराष्ट्र सरकार केवल वसूली के पीछे है."
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को घेरे में लेते हुए कहा है कि पहले वे तय करें कि वे किसकी तरफ़ हैं, ड्रग्स बेचने वालों की या ड्रग्स ख़त्म करने वालों की? यह बयान उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के शुक्रवार वाले बयान के बाद दिया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा था,
"NCB जैसी एजेंसियों ने महाराष्ट्र की छवि ड्रग्स कैपिटल की बना दी है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. मुद्रा में, करोड़ों के ड्रग्स का रैकेट था. जब ऐसी केंद्रीय एजेंसियां चुटकी भर गांजा पकड़ रही थीं, तब महाराष्ट्र पुलिस ने 150 करोड़ का ड्रग्स बरामद किया था. ऐसी एजेंसियां, सेलिब्रिटियों को पकड़ने और अपनी फोटो खिंचवाने में ज़्यादा दिलचस्पी रखती हैं."
वहीं NCP के मुखिया शरद पवार का कहना है कि नवाब मलिक जैसे नेता जब केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बात करते हैं तब केंद्र सरकार नवाब मलिक जैसे बड़े नेताओं के खिलाफ कुछ करने के बजाय उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई करता है. आज मुझे पता चला है के नवाब मलिक के दामाद के खिलाफ कार्रवाई करते समय, जो विटनेस लिया है उसपर पुलिस केस है

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement