The Lallantop
Advertisement

बिहार: 11 बार कोरोना की वैक्सीन लगवाने का दावा करने वाले बुजुर्ग पर FIR

मधेपुरा जिले के रहने वाले 84 साल के ब्रह्मदेव मंडल हो सकते हैं अरेस्ट.

Advertisement
Img The Lallantop
11 बार कोरोना की वैक्सीन लगवाने वाले बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल (साभार: आजतक)
9 जनवरी 2022 (Updated: 9 जनवरी 2022, 11:51 IST)
Updated: 9 जनवरी 2022 11:51 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
पिछले कई दिनों से बिहार (Bihar) के एक बुजुर्ग कथित तौर पर 11 बार कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने के कारण सुर्खियों में हैं. अब उनके खिलाफ मधेपुरा जिले के पुरैनी पुलिस थाने में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय कृष्ण प्रसाद की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है. जिसके बाद 84 साल के ब्रह्मदेव मंडल को गिरफ्तार करने की तैयारी चल रही है.
इंडिया टुडे से जुड़े रोहित कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ IPC की धारा 188 (सरकारी आदेश का उल्लंघन), 419 (प्रतिरूपण द्वारा छल करना) और 420 (बेईमानी और धोखाधड़ी करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है, ये धराएं गैर जमानती हैं. हालांकि, ब्रह्मदेव के बुजुर्ग होने के कारण गिरफ्तारी के बाद उन्हें जमानत मिल सकती है. मामला क्या है? इंडिया टुडे से जुड़े सुजीत झा की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मधेपुरा के एक 84 साल के बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल ने 11 बार कोविड वैक्सीन लगवाने का दावा किया. ब्रह्मदेव पुरैनी थाना क्षेत्र के ओराय गांव के रहने वाले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्म देव ने दावा किया कि कोविड वैक्सीन लगवाने से उन्हें कई बीमारियों से निजात मिल गई. मसलन, उन्हें पीठ का दर्द नहीं हुआ और ना ही जुकाम हुआ.
यही नहीं,  ब्रह्मदेव मंडल ने अपने नाम के अनुसार कोविड टीके को भगवान ब्रह्मा जी का वरदान और अमृत बता दिया. ब्रह्म देव ने यह भी कहा कि उन्होंने आधार कार्ड और नाम बदल-बदलकर वैक्सीन के डोज लगवाए. साथ ही साथ हर बार अलग फोन नंबर से रजिस्ट्रेशन कराया. हालांकि, इन कथित टीकों के सर्टिफिकेट ब्रह्मदेव के पास नहीं हैं.
बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल (फोटो: आजतक)
बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल (फोटो: आजतक)

डॉक्टरों को विश्वास नहीं दूसरी तरफ बुजुर्ग ब्रह्मदेव को इन कथित टीकों की तारीख जरूर याद है.  ब्रह्मदेव के मुताबिक, उन्होंने पहला डोज 13 फरवरी 2021 को लिया था और 30 दिसंबर 2021 तक उनके 11 डोज पूरे हो चुके हैं. ब्रह्मदेव मंडल ने आगे दावा किया कि उन्होंने पिछले साल 13 फरवरी, 13 मार्च, 19 मई, 16 जून, 24 जुलाई , 31 अगस्त, 11 सितंबर, 22 सितंबर और 24 सितंबर 2021 को टीके लगवाए. उसके अलावा दसवां डोज खगड़िया के परबता में लिया और 11वां डोज भागलपुर के कहलगांव में लिया. ब्रह्मदेव ने यह भी कहा कि वे बीती 4 जनवरी को वो 12वां डोज लेने के लिए चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए थे, लेकिन वैक्सीन नहीं मिल पाई.
इधर ब्रह्मदेव के 11 कोविड वैक्सीन डोज लेने की बात से डॉक्टर सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि बुजुर्ग झूठ बोल रहे हैं. साथ ही साथ यह भी  हैरानी जताई जा रही है कि इतनी अधिक संख्या में कोविड वैक्सीन का डोज लेने के बाद भी इस बुजुर्ग को कोई साइडइफेक्ट नहीं हुआ.
दरअसल, ब्रह्मदेव मंडल डाक विभाग के एक रिटायर्ड कर्मचारी हैं और उनके दावे के बाद बिहार के स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं. जिसके चलते मधेपुरा के सिविल सर्जन अमरेंद्र प्रताप शाही ने पूरे मामले की विस्तार से जांच करने की बात कही और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा और अब बुजुर्ग के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है.

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement

Advertisement