6 जनवरी 2021. अमेरिका के संसद भवन की इमारत (कैपिटल बिल्डिंग) में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने बवाल काटा था. अब ये दंगा भड़काने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प पर इम्पीच्मेंट यानी महाभियोग की कार्रवाई की जाएगी. ये फ़ैसला अमरीका के हाउस ऑफ़ रेप्रज़ेंटटिव्ज़, अपने यहां के लिहाज से समझें तो लोकसभा ने वोटिंग के ज़रिए तय किया है.
इस इम्पीच्मेंट से पहले (भारतीय समयानुसार बुधवार देर रात) वोटिंग करायी गयी. इस वोटिंग में 232 सांसद इम्पीच्मेंट के पक्ष में थे, जबकि 197 महाभियोग के खिलाफ़ थे. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, 10 रिपब्लिकन सांसदों ने भी ट्रम्प पर इम्पीच्मेंट की कार्रवाई के पक्ष में वोट दिया है.

अमरीका के इतिहास में दो-दो इम्पीच्मेंट झेलने वाले डॉनल्ड ट्रम्प पहले राष्ट्रपति होंगे. दो इम्पीच्मेंट वो भी एक ही टर्म में. इसके पहले साल 2019 में डॉनल्ड ट्रम्प पर शक्ति के दुरुपयोग और कांग्रेस यानी संसद को काम करने से रोकने के लिए इम्पीच्मेंट की कार्रवाई हुई थी. हालांकि बाद में, सीनेट ने फ़रवरी 2020 में ट्रम्प को आरोपों से बरी कर दिया था.
हाउस ऑफ़ रेप्रज़ेंटटिव्ज़ का ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग का फैसला ऐसे समय आया है, जब 6 दिन बाद यानी 20 जनवरी को जो बाइडन को आधिकारिक रूप से सत्ता हस्तांतरण होना है. मतलब 20 जनवरी से जो बाइडन अपने नाम के आगे अमरीका का राष्ट्रपति लिख सकेंगे. ऐसे में संभावना कम है कि डॉनल्ड ट्रम्प के पद से हटने से पहले इस इम्पीच्मेंट की कार्रवाई पूरी हो सकेगी. क्यों? क्योंकि रिपब्लिकन सांसदों के मुखिया मिच मैकौनेल ने इम्पीच्मेंट के लिए हाउस का इमरजेंसी सेशन बुलाने में अपनी सहमति देने से इंकार कर दिया है.

ट्रम्प ने किया क्या था?
भाषण दिया था. पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव के बारे में झूठी अफ़वाहें और जानकारियां अपने समर्थकों को देने का भी आरोप है. उन्होंने 6 जनवरी को एक रैली में अपने समर्थकों से कहा था कि कैपिटल बिल्डिंग की ओर मार्च करें.
ठीक इसी के बाद ट्रम्प के सैकड़ों समर्थक वॉशिंगटन डीसी में मौजूद कैपिटल बिल्डिंग पहुंच गए. उस दिन डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बाइडन को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत का आधिकारिक सर्टिफ़िकेट दिए जाने की कार्यवाही चल रही थी. भीड़ ने जमकर हंगामा मचाया. बिल्डिंग के अंदर घुस गए. तोड़-फोड़ की. बाद में, संसद भवन परिसर से रासायनिक पदार्थ और विस्फोटक भी बरामद किए गए, जिनका इस्तेमाल ट्रम्प समर्थकों ने किया था. इस पूरी हिंसा में एक पुलिस अधिकारी समेत 5 लोगों की मौत हो गयी थी.
नैन्सी पेलोसी ने क्या कहा?
हाउस स्पीकर और डेमोक्रेटिक नेता नैन्सी पेलोसी ने ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग पर वोटिंग से पहले कहा कि अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के उकसावे पर ये हिंसा हुई थी. ये हिंसा हमारे देश के खिलाफ़ है. इसके लिए डॉनल्ड ट्रम्प जिम्मेदार हैं, उन्हें जाना होगा. वो हमारे प्यारे देश के लिए एक ख़तरा हैं.
लेकिन कुछ रिपब्लिकन नेताओं ने इसका विरोध किया. हाउस ऑफ़ रेप्रज़ेंटटिव्स में मौजूद वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता केविन मकॉर्थी ने कहा,
“इतने कम समय में प्रेसिडेंट का इम्पीच्मेंट किया जाना बहुत भारी भूल हो सकती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि डॉनल्ड ट्रम्प दोष से बरी हो गए हैं. कैपिटल बिल्डिंग में जो हमला हुआ, उसकी ज़िम्मेदारी राष्ट्रपति को लेनी होगी.”
अब क्या होगा?
इम्पीच्मेंट पर हाउस की सहमति मिलने के बाद अमरीकी संसद का उच्च सदन सीनेट प्रेसिडेंट के खिलाफ़ आरोपों की जांच करेगा. जांच के आधार पर सीनेट बताएगा कि प्रेसिडेंट पर लगाए गए आरोप सिद्ध होते हैं या ख़ारिज.
बता दें कि डॉनल्ड ट्रम्प से पहले बिल क्लिंटन पर 1998 और ऐंड्रू जॉनसन के खिलाफ़ 1868 में इम्पीच्मेंट की कार्रवाई की गयी थी. लेकिन सीनेट की जांच में उन्हें दोषों से मुक्त कर दिया गया था.
वीडियो : डॉनल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा अमेरिका की राजधानी में दंगा करने की वजह जान लीजिए