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कोलकाता रेप केस: मोनोजीत मिश्रा की वकालत खत्म, बार काउंसिल ने लाइसेंस रद्द किया

इस निर्णय की सूचना सेंट्रल बार काउंसिल को दी जाएगी. इस कदम से आरोपी मोनोजीत मिश्रा अब पश्चिम बंगाल के किसी भी कोर्ट में वकालत नहीं कर सकेगा.

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Kolkata rape accused Manojit Mishra's lawyer license cancelled
पुलिस अधिकारी उन व्यक्तियों की पहचान करने में लगे हैं जिनसे मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले मुलाकात की थी. (फोटो- X)
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प्रशांत सिंह
3 जुलाई 2025 (Published: 04:42 PM IST)
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साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में हुए कथित रेप (Kolkata rape) मामले में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा (Monojit Mishra) का वकालत लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. पश्चिम बंगाल बार काउंसिल ने घटना के संबंध में औपचारिक शिकायत मिलने के सात दिन बाद 2 जुलाई को ये फैसला किया. मोनोजीत अलिपुर सत्र न्यायालय में क्रिमिनल वकील के रूप में प्रैक्टिस कर रहा था.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 2 जुलाई को बंगाल बार काउंसिल की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया कि मोनोजीत का नाम वकीलों की सूची से हटा दिया जाएगा. साथ ही इस निर्णय की सूचना सेंट्रल बार काउंसिल को दी जाएगी. इस कदम से आरोपी मोनोजीत मिश्रा अब पश्चिम बंगाल के किसी भी कोर्ट में वकालत नहीं कर सकेगा.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पुलिस अधिकारी उन व्यक्तियों की पहचान करने में लगे हैं जिनसे मोनोजीत मिश्रा ने गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले मुलाकात की थी. अधिकारी ये भी जांच कर रहे हैं कि क्या अन्य दो आरोपी जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी हिरासत में लिए जाने से पहले किसी के संपर्क में थे.

मोनोजीत को लगा कि शिकायत नहीं होगी

आरोप है कि पूर्व छात्र मोनोजीत मिश्रा ने 25 जून की शाम को साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में गार्ड के कमरे में प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ बलात्कार किया था. संस्थान में उसके सीनियर छात्र अहमद और मुखर्जी ने इसमें उसकी मदद की. अधिकारी ने बताया,

"उनके मोबाइल फोन की लोकेशन से पता चला कि वो 26 जून की शाम को बल्लीगंज स्टेशन रोड और फर्न प्लेस के आसपास घूम रहे थे. इस उद्देश्य के लिए मोबाइल टावर डंप का इस्तेमाल किया जा रहा है."

उन्होंने कहा,

"जांच के लिए तीनों आरोपियों की आवाजाही बहुत महत्वपूर्ण है. हम कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं. हमें इन मीटिंग्स का उद्देश्य जानना है, जिसका मामले से संबंध हो सकता है."

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मोनोजीत ने पुलिस को बताया कि उसे विश्वास था कि पीड़िता अपराध को रिपोर्ट नहीं करेगी. उसे ये लग रहा था कि फोन पर रेप का वीडियो होने की वजह से पीड़िता इस मामले में शिकायत नहीं दर्ज कराएगी.

वीडियो: मोनोजीत के वकील ने 'लव बाइट्स' का जिक्र कर क्या घटिया बयाना दिया?

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