अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 7 साल पहले फ्यूल स्विच को लेकर अमेरिका ने जारी की थी चेतावनी
एयर इंडिया प्लेन क्रैश: फ्यूल स्विच पर सवाल उठ रहे हैं. जो डिजाइन बोइंग 787-8 विमानों में इस्तेमाल हुआ है. वही सिस्टम एयर इंडिया AI 171 विमान में भी शामिल था.
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एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 हादसे पर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जांच रिपोर्ट जारी की है. इसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच में बदलाव को हादसे की संभावित वजह बताया गया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2018 में अमेरिका के विमानन विभाग ने एक खास चेतावनी जारी की थी. हालांकि यह बोइंग 737 मॉडल के एयरक्राफ्ट के लिए थे, जो ऑपरेटर्स से मिली रिपोर्ट पर आधारित था. लेकिन जो डिजाइन बोइंग 787-8 विमानों में भी इस्तेमाल हुआ है. वही सिस्टम एयर इंडिया AI 171 विमान में भी शामिल था.
2018 में बताया गया था कि बोइंग एयरक्राफ्ट में फ्यूल कंट्रोल स्विच ऐसे लगाए गए थे, जिसमें लॉकिंग फीचर चालू नहीं थे. उस समय FAA ने न ही इसे कोई बड़ी समस्या माना था, न ही इसके लेकर कोई एयरवर्थनेस डायरेक्टिव (AD) जारी किया था. जोकि आमतौर पर सुरक्षा से जुड़ी खामियों को ठीक करने के लिए लागू किया जाता है.

साल 2018 में FAA की चेतावनी सिर्फ सलाह थी. इसी वजह से एयर इंडिया ने उस हिस्से की जांच नहीं करवाई. बता दें कि ये फ्यूल स्विच विमान के इंजनों में फ्यूल के बहाव को कंट्रोल करते हैं. पायलट इन्हें जमीन पर इंजन चालू या बंद करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. अगर उड़ान भरते समय इंजन में दिक्कत आती है. तो उसे बंद या फिर से स्टार्ट करने में भी ये स्विच काम आते हैं.
हालांकि अहमदाबाद प्लेन हादसे में AAIN की रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि हादसा गलती से हुआ या जानबूझकर. लेकिन रिपोर्ट में पायलटों की बातचीत का जिक्र है. जो कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में रिकॉर्ड हुई. इसमें एक पायलट दूसरे से पूछता है कि 'तुमने फ्यूल क्यों बंद किया? जवाब में दूसरा पायलट कहता है कि 'मैंने तो ऐसा नहीं किया.'
विशेषज्ञों ने क्या कहा?नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव सनत कौल ने इंडिया टुडे से बात की. उन्होंने कहा कि हादसे के लिए पायलटों को दोष नहीं दिया जा सकता. क्योंकि दोनों पायलट बहुत अनुभवी थे. इसलिए लगता है कि बोइंग की तरफ से सिस्टम में कोई बड़ी गड़बड़ी रही होगी. जिससे फ्यूल टैंक बंद हो गए. उन्होंने आगे कहा कि पूरा सच जांच के बाद ही सामने आएगा.
AIB के साथ काम कर चुके कैप्टन किशोर चिंता ने आशंका जताई कि कहीं प्लेन की इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट ने बिना पायलट कमांड के फ्यूल बंद तो नहीं कर दिया. उन्होंने कि अगर ऐसा हुआ है तो यह बेहद चिंता की बात है.
बता दें कि क्रैश के समय प्लेन को कैप्टन सुमित सभरवाल उड़ा रहे थे. उनके पास 15,638 घंटे का फ्लाइंग एक्सपीरिंयस था. उनके साथ को-पायलट क्लाइव कुंदर थे. जिनके पास 3,403 घंटे का फ्लाइंग एक्सपीरिंयस था. यह प्लेन 12 जून को क्रैश हुआ था. जिसमें 242 पैसेंजर और घटनास्थल पर लगभग 35 लोगों की मौत हो गई थी.
वीडियो: एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली फ्लाइट कैंसिल, यात्रियों ने क्या बताया?