नोएडा से गुड़गांव के लिए निकलिए और पहुंचने से थोड़ा पहले ही रुक जाइएगा. बस इतनी ही दूर है मिलान से बैरगामो. बैरगामो इटली के लम्बार्डी रीजन में पड़ने वाला शहर है. इस शहर की एक फुटबॉल टीम है. नाम है अटालांटा बेर्गामास्का काल्सो. दावा है कि इटली और स्पेन में कोरोना को भयावह करने में इस टीम का बड़ा रोल है. कैसे है?
19 फरवरी 2020. यूरोप के सबसे बड़े क्लब फुटबॉल कंपिटिशन, चैंपियंस लीग अंतिम-16 राउंड के मैच. स्पेन की टीम बालेंसिया, पहुंची थी मिलान. यहां उसे अटालांटा के ख़िलाफ खेलना था. चैंपियंस लीग के नॉकआउट मैच दो लेग में खेले जाते हैं. दोनों टीमों के घर में एक-एक मैच होता है. फिर विजेता चुना जाता है. तो यह पहले लेग का मैच था. नाम देखेंगे तो अटालांटा बहुत बड़ी टीम नहीं है. यह उसके लंबे इतिहास का सबसे बड़ा मैच था.
# हल्के में लिया कोरोना
अपने 112 साल के इतिहास में क्लब पहली बार चैंपियंस लीग खेलने जा रहा था. सवा लाख की आबादी वाले इस शहर के लगभग 35 परसेंट लोग जश्न मनाते हुए मिलान पहुंच चुके थे. मिलान का जिला है- सैन सिरो. यहां इसी नाम का बड़ा फेमस स्टेडियम है. यह मैच उसी स्टेडियम में होना था. इस स्टेडियम के कई किस्से हैं, लेकिन वो फिर कभी. स्टेडियम में 80 हजार से ज्यादा लोग बैठ सकते हैं. बताते हैं कि वहां उस दिन 40,000 लोग तो बस बैरगामो के थे. इनके साथ बैठे थे वह 2500 लोग जो स्पेन से अपनी टीम को सपोर्ट करने आए थे.
उस वक्त तक Coronavirus का यूरोप में उतना जोर नहीं था. 13 जनवरी को चाइना से बाहर कोरोना का पहला केस सामने आया था. यूरोप के ज्यादातर देशों ने 22 जनवरी से स्क्रीनिंग शुरू की थी. लेकिन यह बस उनके लिए था, जो वुहान से आ रहे थे. यूरोप के देशों में अब तक सिर्फ फ्रांस से कोरोना की रिपोर्ट आई थी.

23 जनवरी तक WHO का यही स्टैंड था कि इस वायरस के मनुष्य से मनुष्य में फैलने के प्रमाण नहीं हैं. 31 जनवरी को स्पेन में कोरोना का पहला केस सामने आया. 14 फरवरी को फ्रांस में कोरोना से पहली मौत हुई. यह कोरोना के चलते यूरोप की भी पहली मौत थी. इस मैच तक इटली में कोरोना का एक भी केस नहीं था. यूरोप में सिर्फ एक मौत हुई थी, इसलिए किसी ने इस वायरस का लोड नहीं लिया.
# भारी पड़ी लापरवाही
इस हफ्ते बैरगामो के मेयर जिऑर्जियो गोरी ने विदेशी मीडिया के साथ फेसबुक लाइव पर बातचीत की थी. इसमें उन्होंने कहा,
‘हम मिड-फरवरी में थे, इसलिए हमें अंदाजा ही नहीं था कि क्या हो रहा है. अगर यह सच है कि वायरस जनवरी में ही यूरोप आ गया था, तब इस बात की पूरी संभावना है कि सैन सिरो में जमा हुए 40,000 बैरगामो के लोगों के जरिए वायरस फैला. यह इसलिए भी संभव है, क्योंकि बैरगामो के बहुत सारे लोग एकसाथ घरों में, बार में मैच देखने के लिए इकट्ठा हुए थे. दुर्भाग्य से हमें पता नहीं चल पाया. किसी को नहीं पता था कि वायरस पहले से यहां आ चुका है. यह टाला नहीं जा सकता था.’
इस गेम को हफ्ता भी नहीं हुआ था कि बैरगामो में कोरोना के मामले सामने आने लगे. इसके साथ ही बालेंसिया में कोरोना का प्रकोप बढ़ा. मैच कवर करने गया एक पत्रकार इलाके का दूसरा कोरोना पॉजिटिव बना. इसके बाद उसके संपर्क में आए लोग. मैच देखने गए फैंस. मामला बिगड़ता गया. इधर अटालांटा के गोलकीपर मार्को स्पोर्टीयो पॉजिटिव हुए. उधर बालेंसिया ने बताया कि उसकी एक तिहाई स्क्वॉड को कोरोना हो गया है.

लोकल मीडिया ने इस मैच को ‘गेम ज़ीरो’ का नाम दिया है. न्यूज़ एजेंसी AP के मुताबिक, 24 मार्च, मंगलवार तक बैरगामो में 7000 से ज्यादा लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया जा चुका है. यह वायरस यहां पर 1000 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है. इटली में इस इलाके को कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. बालेंसिया में अब तक 2600 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं.
# पस्त हैं इटली और स्पेन
बैरगामो में एक अस्पताल है. पोप जॉन 23वें नाम के इस हॉस्पिटल में 88 मरीज ICU में हैं. इसके हेड लूका लोरिनी ने एपी से बात करते हुए कहा,
‘मुझे यकीन है कि एक सेंटीमीटर की दूरी पर बैठे 40,000 लोगों ने कम से कम चार बार एक-दूसरे को गले लगकर किस किया होगा, क्योंकि अटालांटा ने मैच में चार गोल मारे थे. इसने रोग के फैलने में बड़ा रोल प्ले किया होगा. अभी हम युद्ध की स्थिति में हैं. जब शांतिकाल आएगा, मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि हम जरूर जाकर चेक करेंगे कि कैसे मैच में गए 40,000 लोगों को इन्फेक्शन हुआ. अभी हमारी प्राथमिकताएं दूसरी हैं.’
बता दें कि इटली इस वक्त कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. अभी तक इटली में कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 70 हजार पार कर चुकी है. साथ ही यहां 7,000 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है. यह आंकड़ा चाइना से दोगुना है. यूरोप में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में अगला नंबर स्पेन का है. यहां 48,000 के आसपास केस हो चुके हैं और 3400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.