
चुनाव
दीदी को सत्ता तक पहुंचाने वाला नंदीग्राम चुनाव से पहले क्यों आया सुर्खियों में
भारतीय राजनीति में स्ट्रीट फाइटर के नाम से विख्यात ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपनी अगली लड़ाई का ऐलान कर दिया है. लड़ाई भी किससे? दोस्त से राजनीतिक दुश्मन बने सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) से. वो भी उन्हीं के गढ़ नंदीग्राम (Nandigram) में. नंदीग्राम एक ऐसी जगह है जिसे आप ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी दोनों का राजनीतिक … और पढ़ें दीदी को सत्ता तक पहुंचाने वाला नंदीग्राम चुनाव से पहले क्यों आया सुर्खियों में
दीदी को सत्ता तक पहुंचाने वाला नंदीग्राम चुनाव से पहले क्यों आया सुर्खियों में
भारतीय राजनीति में स्ट्रीट फाइटर के नाम से विख्यात ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपनी अगली लड़ाई का ऐलान कर दिया है. लड़ाई भी किससे? दोस्त से राजनीतिक दुश्मन बने सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) से. वो भी उन्हीं के गढ़ नंदीग्राम (Nandigram) में. नंदीग्राम एक ऐसी जगह है जिसे आप ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी दोनों का राजनीतिक … और पढ़ें दीदी को सत्ता तक पहुंचाने वाला नंदीग्राम चुनाव से पहले क्यों आया सुर्खियों में
किस्से
उत्कल का वो बेबाक नेता जिसने मंच से कहा था, मैं चाहूं तो इंदिरा गांधी को सबके सामने नचवा सकता हूं
एक नेता जिसे स्कूल के समय से ही एडवेंचर पसंद था. बाद में वह प्लेन उड़ाने लगा. उसने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया, एक नहीं बल्कि दो देशों के स्वतंत्रता संग्राम में. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जिसे खतरनाक क्रिमिनल बताकर जेल में रखा गया. वह आजाद भारत में राजनीति में सक्रिय रहा. 2 दफा उड़ीसा … और पढ़ें उत्कल का वो बेबाक नेता जिसने मंच से कहा था, मैं चाहूं तो इंदिरा गांधी को सबके सामने नचवा सकता हूं
उत्कल का वो बेबाक नेता जिसने मंच से कहा था, मैं चाहूं तो इंदिरा गांधी को सबके सामने नचवा सकता हूं
एक नेता जिसे स्कूल के समय से ही एडवेंचर पसंद था. बाद में वह प्लेन उड़ाने लगा. उसने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया, एक नहीं बल्कि दो देशों के स्वतंत्रता संग्राम में. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जिसे खतरनाक क्रिमिनल बताकर जेल में रखा गया. वह आजाद भारत में राजनीति में सक्रिय रहा. 2 दफा उड़ीसा … और पढ़ें उत्कल का वो बेबाक नेता जिसने मंच से कहा था, मैं चाहूं तो इंदिरा गांधी को सबके सामने नचवा सकता हूं
वीडियो
एन टी रामाराव : वो शख़्स जिसने ऐसी पार्टी बनाई कि इंदिरा गांधी को चुनौती दे डाली!
80 के दशक के शुरुआती दिनों में तेलगु फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता एन टी रामाराव (NTR) नेल्लोर के दौरे पर गए थे. उस दौर में छोटे शहरों में अच्छे होटलों की ख़ासी कमी हुआ करती थी. इसलिए NTR सरकारी सर्किट हाउस चले गए. जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें पता चला कि यहां के भी सारे कमरे बुक हैं. केवल एक कमरा खाली था लेकिन सर्किट हाउस के केयर-टेकर ने उन्हें बताया कि खाली कमरा भी दरअसल खाली नहीं है. राज्य सरकार के एक मंत्री के नाम पर उसे बुक कराकर रखा गया था. देखिए वीडियो.
किस्से
एन टी रामाराव : बाथरूम से निकाले गए तो ऐसी पार्टी बनाई जिसने इंदिरा गांधी तक को चुनौती दे डाली
यह 80 के दशक के शुरुआती दिनों की बात है. तेलगु फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता नंदमूरि तारक रामाराव यानी एन टी रामाराव (NTR) नेल्लोर के दौरे पर थे. नेल्लोर आन्ध्र प्रदेश का छोटा शहर है, और उस दौर में छोटे शहरों में अच्छे होटलों की कमी हुआ करती थी. लिहाजा रामाराव सरकारी सर्किट हाउस चले गए. … और पढ़ें एन टी रामाराव : बाथरूम से निकाले गए तो ऐसी पार्टी बनाई जिसने इंदिरा गांधी तक को चुनौती दे डाली
एन टी रामाराव : बाथरूम से निकाले गए तो ऐसी पार्टी बनाई जिसने इंदिरा गांधी तक को चुनौती दे डाली
यह 80 के दशक के शुरुआती दिनों की बात है. तेलगु फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता नंदमूरि तारक रामाराव यानी एन टी रामाराव (NTR) नेल्लोर के दौरे पर थे. नेल्लोर आन्ध्र प्रदेश का छोटा शहर है, और उस दौर में छोटे शहरों में अच्छे होटलों की कमी हुआ करती थी. लिहाजा रामाराव सरकारी सर्किट हाउस चले गए. … और पढ़ें एन टी रामाराव : बाथरूम से निकाले गए तो ऐसी पार्टी बनाई जिसने इंदिरा गांधी तक को चुनौती दे डाली
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BSP अध्यक्ष मायावती के बाद कौन होगा उनका सियासी वारिस, जवाब मिला पर कितना सही?
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का 15 जनवरी को बड्डे होता है. ये 4 बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं. और अब 65 बरस की हो चुकीं है. इन सब के बीच लोगों के मन में सवाल है कि उनके बाद पार्टी का कार्यभार कौन संभालेगा? माने कि उनका सियासी वारिस कौन होगा? हालांकि पार्टी तो कांशीराम ने बनाई. उनके जाने के बाद पूरा जिम्मा मायावती के मत्थे आ गया. और उसमें उन्होंने अपना 100 पर्सेंट दिया भी. खैर, आइए देखते हैं कि वो कौन-कौन से लोग हैं, जिन्हें बसपा के भावी नेतृत्वकर्ता के रूप में देखा गया या देखा जा रहा है. देखिए वीडियो.
वीडियो
इनमें से कौन हो सकता है मायावती का सियासी वारिस, जान लीजिये
मायावती को कभी प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने लोकतंत्र का चमत्कार (miracle of Democracy) कह दिया था. इन्होंने राजनीतिक रूप से देश के सबसे ताकतवर राज्य उत्तर प्रदेश की सियासत के सारे इक्वेशंस को उलट-पुलट कर रख दिया था. साथ ही देश की राजनीति में दलित चेतना के नए युग की शुरुआत भी की और 4 बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं. आज मायावती 65 बरस की हो चुकीं है. देखिए इस वीडियो में कि उनका उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में कौन आगे है?
भैरंट
मायावती का राजनीतिक वारिस बनने की रेस में कौन-कौन, जान लीजिए
एक नेत्री, जिसे कभी देश के प्रधानमंत्री रहे पीवी नरसिंह राव ने लोकतंत्र का चमत्कार (miracle of Democracy) कहा था. जिसने सियासी रूप से देश के सबसे ताकतवर सूबे उत्तर प्रदेश की सियासत के तमाम स्थापित समीकरणों को उलट-पुलट कर रख दिया. देश की राजनीति में दलित चेतना के नए युग का सूत्रपात किया. 4 बार उत्तर … और पढ़ें मायावती का राजनीतिक वारिस बनने की रेस में कौन-कौन, जान लीजिए
मायावती का राजनीतिक वारिस बनने की रेस में कौन-कौन, जान लीजिए
एक नेत्री, जिसे कभी देश के प्रधानमंत्री रहे पीवी नरसिंह राव ने लोकतंत्र का चमत्कार (miracle of Democracy) कहा था. जिसने सियासी रूप से देश के सबसे ताकतवर सूबे उत्तर प्रदेश की सियासत के तमाम स्थापित समीकरणों को उलट-पुलट कर रख दिया. देश की राजनीति में दलित चेतना के नए युग का सूत्रपात किया. 4 बार उत्तर … और पढ़ें मायावती का राजनीतिक वारिस बनने की रेस में कौन-कौन, जान लीजिए
वीडियो
क्या शंकराचार्य के कहने पर इंदिरा ने चुना था हाथ का साथ?
1977 में क्या कोई सोच सकता था कि इमरजेंसी का दंश झेल चुका देश इंदिरा गांधी को दोबारा मौका देगा? उस दौर में क्या किसी काॅलेज गोइंग स्टूडेंट के घरवाले और नाते-रिश्तेदार इंदिरा गांधी को दोबारा प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखने के लिए तैयार होंगे, जिनके बच्चों ने लाठियां खाने से लेकर सलाखों के पीछे जाने तक की ज्यादतियों को सहा था? देखिए वीडियो.
वीडियो
31 साल पुराने रूबिया सईद अपहरण केस के बारे में जानिए जिसमें यासीन मलिक पर अब आरोप तय हुए हैं
यासीन मलिक. जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट यानी JKLF का मुखिया. फिलहाल जेल में है. 31 साल पहले के रूबिया सईद अपहरण कांड में विशेष टाडा अदालत ने यासीन के खिलाफ आरोप तय किए हैं. इसे लेकर यासीन के वकील राजा तुफैल सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि आज तक इस मामले में यासीन मलिक को न तो गिरफ्तार किया गया, और न ही कोई पूछताछ की गई. लेकिन अब इस मामले को क्यों उधेड़ा जा रहा है? देखिए वीडियो.
किस्से
क्या शंकराचार्य के कहने पर इंदिरा गांधी ने पंजे को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बनाया था?
1977 में क्या कोई सोच सकता था कि इमरजेंसी का दंश झेल चुका देश इंदिरा गांधी को दोबारा मौका देगा? उस दौर में क्या किसी काॅलेज गोइंग स्टूडेंट के घरवाले और नाते-रिश्तेदार इंदिरा गांधी को दोबारा प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखने के लिए तैयार होंगे, जिनके बच्चों ने लाठियां खाने से लेकर सलाखों के पीछे … और पढ़ें क्या शंकराचार्य के कहने पर इंदिरा गांधी ने पंजे को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बनाया था?
क्या शंकराचार्य के कहने पर इंदिरा गांधी ने पंजे को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बनाया था?
1977 में क्या कोई सोच सकता था कि इमरजेंसी का दंश झेल चुका देश इंदिरा गांधी को दोबारा मौका देगा? उस दौर में क्या किसी काॅलेज गोइंग स्टूडेंट के घरवाले और नाते-रिश्तेदार इंदिरा गांधी को दोबारा प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखने के लिए तैयार होंगे, जिनके बच्चों ने लाठियां खाने से लेकर सलाखों के पीछे … और पढ़ें क्या शंकराचार्य के कहने पर इंदिरा गांधी ने पंजे को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बनाया था?