साल के 12 महीने देश-दुनिया में नए-नए स्मार्टफोन लॉन्च होते हैं. हर साल के पहले हफ़्ते से जो सिलसिला चालू होता है, वो आखिरी हफ़्ते तक अनवरत जारी रहता है. साल 2024 भी इससे अलग नहीं था. मगर साल खत्म होते-होते लग रहा जैसे स्मार्टफोन कंपनियां साल 2024 के लिए नहीं बल्कि 2025 के लिए फोन बाज़ार में उतार रही थीं. हर कंपनी जल्दी में नजर आई. फिर वो Apple हो, Samsung हो या गूगल. हम आप से हर कंपनी के अधूरे वादों का कच्चा-चिट्ठा खोलेंगे. आगे आप खुद फैसला कीजिए कि कंपनियों को आपको ठगा, बेईमानी की या आलस दिखाया. क्योंकि…
iPhone, Galaxy, OnePlus लेकर उछलने वालों को पता ही नहीं चला उनके साथ कितना धोखा हुआ
साल 2024 में तकरीबन हर कंपनी ने आधे-अधूरे फोन (smartphone flop show of 2024) बाज़ार में उतारे. जो पूरे फीचर्स के साथ लॉन्च किए तो फिर फीचर्स का पैसा मांग लिया. लॉन्च पर झूठ बोलकर और छोटे-छोटे सलमा-सितारे (terms & condition) लगाकर अपना उल्लू सीधा किया.

साल 2024 में तकरीबन हर कंपनी ने आधे-अधूरे फोन बाज़ार में उतारे. जो पूरे फीचर्स के साथ लॉन्च किए तो फिर फीचर्स का पैसा मांग लिया. लॉन्च पर झूठ बोलकर और छोटे-छोटे सलमा-सितारे (terms & condition) लगाकर अपना उल्लू सीधा किया.
Galaxy ने गोल-गोल घुमायासाल के पहले महीने में आने वाला स्मार्टफोन जिसका भौकाल 2023 के दिसंबर से ही हो जाता है. इस साल भी यही हुआ. सभी को पता था कि भले डिजाइन में कुछ खास बदलाव नहीं होगा, मगर Artificial Intelligence का जलवा होगा. हुआ भी वही. जब फोन सामने आया तो उसके AI फीचर्स को देखकर हर किसी ने दांतों तले उंगली दबा ली. फोन के साथ आने वाला स्टायलस किसी मैजिक पेन से कम नहीं. आप स्क्रीन पर कुछ भी उकेर दो, सैमसंग AI उसको हूबहू बना देता है. कहने में कोई गुरेज नहीं कि सैमसंग स्मार्टफोन AI गेम में गूगल और एप्पल दोनों से आगे है.
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सब ठीक मगर, कुछ दिनों बाद पता चला कि AI फीचर्स मुफ्त नहीं है. दो साल के बाद इसका पैसा देना होगा. ये क्या बात हुई भला! फोन आपने इसी थीम पर बेचा. यूजर ने एक लाख से ऊपर फूंक दिए और अब आप बोल रहे कि दो साल के बाद पैसे लगेंगे. चलो पैसा मांगा तो मांगा, लेकिन कम से कम इसको लॉन्च में बताना था ना. होम लोन जैसे छोटे-छोटे शब्दों में वेबसाइट पर लिखकर कैसे साइड से निकल लिए.
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OnePlus लिखें या प्रॉब्लम, एक ही बात है. फोन की स्क्रीन हरी हो रही और यूजर्स के मुंह लाल. इतना काफ़ी नहीं था जो कंपनी ने यूजर्स से झूठ बोलना भी चालू किया. OnePlus 12R को UFS 4.0 स्टोरेज वर्जन बताकर बेच दिया. मगर बाद में पता चला कि इसमें तो UFS 3.1 वाला पुराना वर्जन है. जब बात बढ़ गई तो कंपनी ने गलती से मिस्टेक बोलकर दांत निपोर लिए. कंपनी ने इसी फोन के साथ ई-सिम सपोर्ट देने का वादा किया, मगर वो भी नहीं दिया. आधा साल गुजरते फिर बवाल हुआ, जब कंपनी ने 45 हजार के फोन की रिपेयरिंग के 42 हजार रुपये मांगे. ऐसा लगा वनप्लस में पता नहीं क्या-क्या माइनस हो गया.
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गूगल तुम तो ऐसे नहीं थेगूगल के पिक्सल फोन कितने बिकते वो अलग बात है, मगर इसके चाहने वालों का अपना अलग बेस है. इसकी सबसे बड़ी वजह फोन में स्टॉक एंड्रॉयड का होना भी है. साफ सुथरा यूजर इंटरफेस जिसमें उल्टी करने वाले ऐप्स होते ही नहीं. ऊपर से गूगल सॉफ्टवेयर अपडेट भी सालों तक देता है. इस बार तो ख़ुशी दोगुनी हो गई जब गूगल ने कहा कि भईया अगले 7 साल तक मिलते रहेंगे.
कंपनी ने फोन भी अक्टूबर की जगह अगस्त में लॉन्च कर दिया. मगर एंड्रॉयड 14 के साथ. पिक्सल के इतिहास में ऐसा पहली बार था जब डिब्बा बंद फ़ोन पुराने वर्जन के साथ आया था. हालांकि कंपनी ने तीन महीने बाद एंड्रॉयड 15 दिया, लेकिन मजा किरकिरा हुआ. ‘हाथ आया, मुंह भी लगा, मगर स्वाद नहीं आया’ वाली बात हो गई.
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Apple का अधपका सेबसाल के सबसे महत्वपूर्ण इवेंट से हर किसी को उम्मीद होती है. हालांकि कंपनी ने नए आईफ़ोन लॉन्च से पहले ही जोर का झटका हौले से दे दिया था. कंपनी ने अपनी डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस में बताया कि Apple Intelligence सिर्फ़ आइफ़ोन 16 सीरीज और 15 के प्रो मॉडल्स में ही मिलेगा. बाकी पुराने आइफ़ोन्स को नहीं. यूजर्स ने दिल पर पत्थर रखकर आइफ़ोन 16 का इंतजार किया. लेकिन कंपनी ने यहां भी भांजी मार दी. 16 सीरीज के साथ भी AI नहीं मिला. महीने भर बाद iOS 18.1 आया तब कुछ मिला. फिर कुछ 18.2 के साथ. मगर हक़ीकत ये है कि सब कुछ अगले साल जून 2025 तक ही मिलेगा. मतलब नए आइफ़ोन के आने से महज़ तीन महीने पहले. इससे बेतुका क्या ही होगा! रिजल्ट इस साल आया, पास भी हो गए, मगर मार्कशीट अगले साल मिलेगी.
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वैसे नई थाली में बासी खाना परोसने में तकरीबन हर कंपनी आगे ही रही. सितंबर तक अगर फोन पुराने वर्जन के साथ आए तो समझ भी आता है, मगर दिसंबर के आखिरी हफ्ते में कोई फ़ोन एंड्रॉयड 14 मिले तो समझ नहीं आता. Redmi Note 14 सीरीज कुछ ऐसी ही है. भले आप तीन साल अपडेट देने की बात करते हों, मगर असल में तो दो ही मिलेंगे. 2024 में Tecno ने अपना PHANTOM V Fold2 5G फोन बाज़ार में उतारा, मगर 2021 के प्रोसेसर और एंड्रॉयड 14 के साथ. इससे भी बेतुका क्या ही होगा. Poco C5 को सबसे सस्ता 5G फोन बताया, मगर ये नहीं बताया कि वो सिर्फ़ Jio सिम सपोर्ट करेगा.
जैसा हमने कहा, आलस, जल्दबाजी या बेईमानी. आप जो समझ लो.
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