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आधार से फिंगरप्रिन्ट चुराया और अकाउंट से सारा पैसा उड़ा दिया, केवल ये तरीका बचा सकता है

आधार कार्ड के जरिए फ्रॉड, लगातार ऐसे केस बढ़ रहे हैं

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आधार से ठगी का अनोखा मामला (तस्वीर: इंडिया टुडे)

नया दिन और फिर एक नया फ्रॉड. तरीका भी एकदम नया. आधार कार्ड से अंगूठे का निशान लेकर बैंक अकाउंट खाली कर दिया. ठगी का ये मामला सामने आया है दिल्ली से सटे फरीदाबाद से. पीड़ित ने घटना से जुड़े कई सारे डिटेल सोशल मीडिया पर साझा किए हैं. ऑनलाइन लूट का ये तरीका वाकई में चौकाने वाला है. हुआ क्या है और बचने के लिए क्या करना है. चलिए दोनों बातें जानते हैं.

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आधार कार्ड से फ्रॉड

एक ट्विटर यूजर हैं Pushpendra Singh. लाखों में फॉलोवर्स हैं और कई जाने-माने लोग फॉलो भी करते हैं. पुष्पेंद्र ने ट्विटर पर अपनी मां के साथ हुई धोखाधड़ी का पूरा वाकया शेयर किया है. उनकी मां का पंजाब नेशनल बैंक में सेविंग अकाउंट है जो अब खाली है. बैलेंस जीरो की जगह माइनस 500 रुपये है. पुष्पेंद्र और उनकी मां ने जब बैंक में इसके बारे में बात की तो पता चला की आधार कार्ड का इस्तेमाल करके कांड किया गया है.

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उनके ट्वीट के मुताबिक ब्रांच मैनेजर ने बताया कि उनकी मां के आधार बायोमेट्रिक का इस्तेमाल करके बिहार में कहीं पैसे निकाले गए हैं. बायोमेट्रिक मतलब इंसान के अंगूठे, उंगली से लेकर आंखों का वो डेटा जो आधार बनाते समय लिया जाता है. पुष्पेंद्र ने ट्वीट में आगे बताया है कि ऐसी आशंका है कि फिंगरप्रिन्ट का डेटा रजिस्ट्री ऑफिस से चुराया गया है. उन्होंने आज के अपने ट्वीट में इससे जुड़ी खबरों को भी शेयर किया है.

उन्होंने इस ठगी की ऑफ़लाइन शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि ऑनलाइन शिकायत के लिए शायद टाइम निकल गया था. हालांकि पूरे मसले पर आधार का प्रबंधन देखने वाली संस्था UIDAI की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. इसलिए हमने पुष्पेंद्र से बात की.

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क्या बताया पुष्पेंद्र ने?

पुष्पेंद्र के मुताबिक उनकी मां के अकाउंट से लगभग 96 हजार रुपये निकाले गए. चूंकि आधार से पैसा निकालने की एक लिमिट है इसलिए ठगों ने थोड़े-थोड़े करके पैसा निकाला है. पुष्पेंद्र खुद एक टेक एक्सपर्ट हैं इसलिए उन्होंने कई और जरूरी बातों के बारे में हमें बताया. उनके मुताबिक इस अकाउंट का कोई डेबिट कार्ड नहीं है. इंटरनेट बैंकिंग का कोई सवाल ही नहीं हैं. कहने का मतलब पूरी आशंका है कि फ्रॉड आधार के डेटा से हुआ है.

हालांकि आधार की वेबसाइट पर साफ लिखा है कि बिना ओटीपी के ऐसा संभव नहीं हैं. लेकिन पुष्पेंद्र का कहना है कि पैसा निकालने के लिए सिर्फ फिंगर प्रिन्ट ही काफी है. 

उनके मुताबिक डेबिट कार्ड से लेकर इंटरनेट बैंकिंग के लिए आपको अलग से आवेदन करना पड़ता है, लेकिन आधार से लेनदेन पहले से ही इनेबल होता है. उन्होंने अपनी मां की पासबुक भी हमसे साझा की है. ये तो हुई घटना. अगर इस पर UIDAI या पुलिस की तरफ से कोई बयान आता है तो हम उसको आपसे शेयर करेंगे. फिलहाल इससे बचने के लिए क्या कर सकते हैं, वो जान लेते हैं.

बायोमेट्रिक ऑफ रखें

हमने इसके बारे में कई बार बताया है. आधार ऐप का इस्तेमाल करके बायोमेट्रिक को ऑफ किया जा सकता है. आमतौर पर इसकी जरूरत बहुत काम मौकों पर पड़ती है इसलिए इसको ऑफ रखने में ही भलाई है. मास्क आधार का उपयोग भी बढ़िया विकल्प है. इसमें आधार से जुड़ा निजी डेटा नहीं नजर आता है. इसके साथ मोबाइल नंबर अपडेट रखना भी जरूरी है.

वीडियो: आधार कार्ड, लाइसेंस जैसी डिजिटल जानकारियों के साथ ये गलती बहुत भारी पड़ सकती है!

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